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भारतीय अर्थव्यवस्था उस कार की तरह जिसके 3 टायर पंक्चर हैं: चिदंबरम

पूर्व वित्त मंत्री पी चिंदबरम ने मोदी सरकार पर हमला बोला कहा, ‘कभी नहीं आएंगे ‘अच्छे दिन’’

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तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर पूर्व वित्त मंत्री पी चिंदबरम ने मोदी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने अर्थव्यवस्था को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि, 'मोदी सरकार के 4 साल बाद, अर्थव्यवस्था बुरे हाल में है.

'तेल की कीमतें मई 2014 के वक्त से ज्यादा नहीं होनी चाहिए'

वो आपको निचोड़ रहे हैं, आपको नुकसान पहुंचा रहे हैं, जेब पर डाका डाल रहे हैं. हर दिन, आप अपनी कार या दुपहिया में तेल डलाते वक्त सरकार के खर्चों के लिए पैसा दे रहे हैं. कोई वजह नहीं है कि पेट्रोल-डीजल के दाम मई 2014 की कीमतों से ज्यादा हों. ये सरकार बस एक चीज में महारथ रखती है. इसे सिर्फ एक ट्रिक आती है, पेट्रोल, डीजल, LPG, CNG को टैक्स कर दो ये पहले आपको निचोड़ेगी फिर खर्च करेगी, इसी एक तरीके से सरकार, अर्थव्यवस्था चला सकती है. इसके पास दूसरा कोई आइडिया नहीं है.
पी चिंदबरम, पूर्व वित्त मंत्री

मोदी सरकार की आलोचना करते हुए पी चिदंबरम ने कहा कि, इस सरकार में 3 पंक्चर टायरों पर चल रही है भारतीय इकनॉमी.

ग्रोथ के 4 इंजन होते हैंनिजी निवेश, निजी उपभोगएक्सपोर्ट और सरकारी खर्चये कार के 4 पहियों की तरह हैंकार, 4 पहियों पर चलती हैसभी 4 टायरों में हवा बराबर होनी चाहिएअगर एक टायर पंक्चर हो तो भी गाड़ी थोड़ी दूर चलेगीदो पंक्चर हों तो कार नहीं चलेगीतीन टायर पंक्चर होने पर कार दौड़ सकती है? भारत की इकनॉमी एक ऐसी कार की तरह हैजो 3 पंक्चर टायरों पर चल रही है.
पी चिंदबरम, पूर्व वित्त मंत्री
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'नोटबंदी ने इकनॉमी को पंगु बना दिया'

मोदी सरकार ने इकनॉमी को नुकसान पहुंचाया हैपहला बड़ा नुकसान नोटबंदी से पहुंचानोटबंदी ने छोटे-मझोले उद्योगों को बर्बाद कर दियाअंसगठित क्षेत्र में नौकरियां खत्म हो गईं. निर्माण क्षेत्र लगभग पंगु हो गया खुद का काम करने वालों के पास 30-45 दिन काम नहीं रहा. मजदूरों को 2 महीने तक काम नहीं मिला दुकानें खाली हो गईं. नोटबंदी ने भारतीय इकनॉमी के बढ़ते चक्के को थाम दिया.
पी चिंदबरम, पूर्व वित्त मंत्री

'मोदी सरकार के 4 साल बाद हमारी इकनॉमी सिकुड़ी है'

इकनॉमी 6.3% से 7.5% और फिर 8.2% तक बढ़ीफिर नोटबंदी के झटके ने इसे 7.1% पर ला पटकासरकार ने कहा कि बुरा वक्त जा चुका हैऔर हम जल्द 8% तक पहुंच जाएंगे3 दिन पहले पता चला कि ये दर अब 7.1% से घटकर6.5% हो चुकी है, वहीं जहां से हमने शुरू किया था. मोदी सरकार के 4 साल बाद, इकनॉमी सिकुड़ी है. UPA ने NDA को एक बढ़ती इकनॉमी दी NDA अगले साल एक गिरती इकनॉमी छोड़ेगामैं गिरती इकनॉमी को लेकर चिंतित हूं लेकिन मुझे खुशी है कि अगले साल सरकार नहीं रहेगी.
पी चिंदबरम, पूर्व वित्त मंत्री
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GST टैक्स पर पूर्व वित्तमंत्री ने कहा कि, 'इसे GST नहीं BJP टैक्स कहिए'

GST एक मजाक बन कर रह गया है. मैं उन्हें कहा कि इसे GST न कहें इसे कुछ और कह दें, मसलन- BJP टैक्स पूरी दुनिया में ये एक साधारण टैक्स है. हर चीज पर एक दर के साथकुछ देशों में दो दरें हैं. भारत में एक नहीं तो दरें रख लेतेलेकिन आप 8 दरें कैसे रख सकते हैं?

'नौकरियां कहां हैं?'

नौकरियां कहां हैं? गांव में आप किस युवा नौकरीपेशा लड़के या लड़की को जानते हैं? यही सच है, नई नौकरियां पैदा ही नहीं की जा रहीं. जो थोड़ी-बहुत नौकरियां हैं. उन्हें मैं रिप्लेसमेंट जॉब कहता हूं. कोई रिटायर हुआ, आपने किसी और को नौकरी दे दी. किसी की मौत हुई, आपने किसी और को अपॉइंट किया. कोई दुबई चला गया फिर किसी को नौकरी मिल गई. कोई मलेशिया चला गया, एक और नौकरी देश में कोई नौकरियां नहीं हैं. और पीएम और सरकार कहते हैं कि उन्होंने करोड़ों नौकरियां पैदा की हैं.
पी चिंदबरम, पूर्व वित्त मंत्री

‘अच्छे दिन' कभी नहीं आएंगे’

विज्ञापनों में मोदी अब ‘अच्छे दिन’ के बारे में बात करते नहीं दिखते. ‘अच्छे दिन’ अब नहीं आने वाले. वो अब सबका साथ, सबका विकास के बारे में बात कर रहे हैं‘अच्छे दिन’ से मामला अब यहां तक आ गया है.
पी चिंदबरम, पूर्व वित्त मंत्री

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