प्लास्टिक के बड़े-बड़े थैलों में कूकिंग गैस जमा करते लोग. पुलिस में करीब 1600 वैकैंसी के लिए इस्लामाबाद के स्टेडियम में जमा 30 हजार युवाओं की भीड़. शाम 8:30 बजे बाजार बंद करने का आदेश. रात 10 बजे बाद बंद करने होंगे शादी के हॉल (Pakistan Electricity Shortage). सभी सरकारी कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम. आखिर पाकिस्तान में ये सब क्या हो रहा है. क्यों पाकिस्तान अपने बाजार, मॉल और शादी हॉल जल्दी बंद कर रहा है? क्योंकि आर्थिक संकट से जूझ रहा पाकिस्तान हलकान है. क्या पाकिस्तान डिफॉल्ट कंट्री बनने वाला है, इसका मतलब क्या होता है? इस आर्टिकल में समझिए पूरा मामला.
कितने बड़े संकट में है पाकिस्तान?
फिस्कल डेफिसिट (राजकोषीय घाटा) यानी खर्चे और कमाई के बीच का अंतर बहुत ज्यादा बढ़ गया है. जारी वित्तीय वर्ष (FY22-23) के शुरुआती 4 महीनों में पाकिस्तान का फिस्कल डेफिसिट 115% तक बढ़ गया. यानी कमाई से ज्यादा खर्चे हो रहे हैं. महंगाई दर लगातार 25% के आसपास बनी हुई है. पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय ने कहा है ये अभी 21 से 23% के बीच बनी रहेगी.
पाकिस्तान के केंदीय बैंक में फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व यानी विदेशी मुद्रा भंडार में सिर्फ 6 अरब डॉलर बचे हैं. जबकि पाकिस्तान को अगले कुछ महीनों में विदेशी कर्ज की मद में 30 से 32 अरब डॉलर की अदायगी करनी है. पाकिस्तान में युवाओं की बड़ी आबादी बेरोजगार है. पाकिस्तान इंस्टिट्यूट ऑफ डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स के अनुसार पाकिस्तान में 31% युवा बेरोजगार हैं.
पाकिस्तान रेलवे के पास डीजल खरीदने के पैसे नहीं है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान रेलवे के पास अब बस 3 दिन का तेल बचा हुआ है. लग रहा है जैसे पाकिस्तान दिवालिया होने की कगार पर है…
पाकिस्तान खुद को बचाने के लिए क्या कर रहा?
पाकिस्तान की केंद्रीय कैबिनेट ने नेशनल एनर्जी एफिशिएंसी एंड कन्जर्वेशन प्लान को मंजूरी दी है. दावा है कि पाकिस्तान इससे ऊर्जा बचाएगा… पैसा बचाएगा… अपने आपको डूबने से बचाएगा… पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने कहा कि-
“यह प्लान पाकिस्तान के लोगों की जीवन शैली और आदतों को बदल देगा और 60 अरब रुपये बचाएगा”ख्वाजा मोहम्मद आसिफ, रक्षा मंत्री
बाजार, मॉल और शादी हॉल जल्दी बंद करने के आदेश इसी प्लान का हिस्सा हैं. इस प्लान में और क्या क्या हैं शॉर्ट में समझते हैं
कुछ महीनों बाद ज्यादा बिजली खपत करने वाले पंखों और फिलामेंट बल्ब का उत्पादन बंद कर दिया जाएगा.सभी सरकारी दफ्तरों में बिजली बचाने वाले उपकरण लगाये जाएंगे. देश में इलेक्ट्रॉनिक मोटरबाइक लाई जाएगी.एक साल के भीतर कोनिकल गीजर का उपयोग अनिवार्य किया जाएगा. देशभर की स्ट्रीट लाइलाइट्स बारी-बारी से चालू की जाएंगी,
क्या पाकिस्तान डिफॉल्ट होने वाला है?
पाकिस्तान को अगले कुछ महीनों में विदेशी कर्ज की मद में 30 अरब डॉलर की अदायगी करनी है. इसका समय नजदीक आते ही पाकिस्तान के डिफाल्ट होने की आशंका बढ़ रही है. हालांकि पाकिस्तान ने इन दावों को खारिज किया है. पाकिस्तान के वित्त मंत्री इसहाक डार ने कहा कि “आर्थिक दृष्टि से मुश्किल हालात जरूर हैं लेकिन पाकिस्तान के डिफाल्ट होने की कोई आशंका नहीं है”
आने वाले दिनों में पाकिस्तान को 30-32 अरब डॉलर की जरुरत है और उसके केन्द्रीय बैंक में फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व में सिर्फ 6 अरब डॉलर हैं. जो पाकिस्तान ने अपने मित्र देशों _चीन, सऊदी सरब और अमेरिका_ से इस शर्त पर ले रखे हैं कि वो इन्हें खर्च नहीं करेगा. तो इसका डर तो है कि पाकिस्तान डिफॉल्ट हो सकता है?
अगर पाकिस्तान डिफ़ॉल्ट होता है तो इसका सीधा मतलब होगा कि उसके पास अपने कर्ज चुकाने के लिए डॉलर नहीं थे. साथ ही पाकिस्तान को कोई भी कर्ज नहीं देगा और न ही वो जरूरी चीजें जैसे पेट्रोल, गैस और सब्जियां आयात कर पाएगा. बिना ईंधन के पाकिस्तान के लिए बिजली बनाना मुश्किल होगा. बत्ती गुल हो जाएगी. उसके उद्योगों और अर्थव्यवस्था का पहिया रुक जाएगा.
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