पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भारत रत्न मिलने के बाद देश को गणतंत्र दिवस की बधाई दी है. मुखर्जी को शुक्रवार को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न दिए जाने की घोषणा की गई थी.
देश के 70वें गणतंत्र दिवस के मौके पर देशवासियों को बधाई देते हुए उन्होंने उनसे संविधान के आदर्शों पर चलने के अपने संकल्प को मजबूत करने का आग्रह किया.
उन्होंने ट्विटर पर कहा, "भारतीय गणतंत्र 70 साल का हो गया है, मैं भारत और विदेश में बसे प्रत्येक भारतीय नागरिक को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देता हूं. इस महान लोकतांत्रिक गणराज्य की नींव हमारे भारतीय संविधान में हमारे राष्ट्र के निर्माताओं ने रखी थी."
मुखर्जी ने सेंट्रल दिल्ली में स्थित अपने आवास पर तिरंगा फहराया और वहां तैनात सीआरपीएफ की एक टुकड़ी की सलामी ली. उन्होंने कहा, "हमारे राष्ट्र निर्माताओं ने इस संबंध में हमारा मार्गदर्शन किया है. आइए, हम अपने सपनों का भारत बनाने के लिए अधिक उत्साह और भावना के साथ आगे बढ़ें. इस गणतंत्र दिवस पर हम संविधान के आदर्शों पर चलने के अपने संकल्प को मजबूत करें."
प्रणब मुखर्जी, नानाजी देशमुख और भुपेन हजारिका को दिया जाएगा ‘भारत रत्न’
सरकार ने शुक्रवार को पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रसिद्ध संगीतकार-गायक भूपेन हजारिका और आरएसएस से जुड़े नेता एवं समाजसेवी नानाजी देशमुख को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न' प्रदान करने की घोषणा की थी.
पिछले साल 7 जून, 2018 को प्रणब मुखर्जी ने मुख्य अतिथि के तौर पर नागपुर के संघ हेडक्वार्टर में जाकर सियासी गलियारों में तूफान मचा दिया था. कांग्रेस पार्टी में कुछ नेता आगबबूला हुए तो बीजेपी नेताओं ने कहा कि पॉलिटिक्स में ‘छुआछूत’ पुरानी बात हो चुकी.
प्रणब दा को मिले भारत रत्न को सियासी रंग मिलना तय है. इन दिनों पश्चिम बंगाल में सियासी दायरा बढ़ाने के लिए जीतोड़ मेहनत कर रही बीजेपी को ममता बनर्जी के सामने बड़े चेहरे की जरूरत है. भारत रत्न के फैसले को इसी कोशिश से जोड़कर देखा जाएगा.
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