रिपोर्टर: शादाब मोइज़ी
वीडियो एडिटर: मोहम्मद इब्राहीम
2013 मुजफ्फरनगर दंगों में गुम हो चुके लोगों के परिवारों के पांच साल बाद के हालातों पर क्विंट के शादाब मोइज़ी की डॉक्यूमेंट्री को 'हिंदी पत्रकारिता' कैटेगरी में रामनाथ गोयनका अवॉर्ड मिला है. डॉक्यूमेंट्री को उसकी उत्कृष्टता, गंभीरता और प्रभाव के लिए सम्मानित किया गया.
इस डॉक्यूमेंट्री में शादाब मोइज़ी ने पीड़ित परिवारों की परेशानी दिखाने की कोशिश की थी. उन्होंने दिखाया था कि किस तरह से जिनके अपनों को उनकी आंखों के सामने ही मारा गया, उन्हें भी पुलिस लापता बता रही है. पीड़ितों ने बताया था कि वो अब अपने गांव लिसाढ़ नहीं जाना चाहते, क्योंकि वहां वही जख्म फिर ताजा हो जाएगा.
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