बिहार (Bihar) का एक चाय वाला रैपर सोशल मीडिया पर छाया हुआ है. पटना में चाय बेचने वाला सोनू गाना सुनाकर लोगों को चाय पिलाता है, उसका ये अनूठा अंदाज लोगों को भी खूब पसंद आ रहा है.
सोशल मीडिया पर छाया रैपर चायवाला
पटना के मुसल्लहपुर के सोनू की चाय की दुकान पर युवाओं की भारी भीड़ रहती है. युवा सोनू के रैप के साथ चाय पिलाने के अंदाज के दीवाने हैं. सोनू बताते हैं कि लोग उनका ये अंदाज खूब पसंद कर रहे हैं.
टॉप फ्लोर की कहानी
मेरियो रैपर यानी सोनू की टॉप फ्लोर की कहानी कुछ ऐसी है कि सोनू पटना के टॉप फ्लोर के एक छोटे से कमरे में रहते हैं. सुविधाओं के अभाव में रह रहे सोनू ने हार नहीं मानी है. वो कम सुविधाओं में भी अपनी कोशिश जारी रखे हुए हैं.
दुनिया के तानों के बीच बेची चाय
जब सोनू ने पटना आकर चाय की दुकान खोलने का फैसला किया तो लोगों ने सोनू को ये करने से मना किया. सबने सलाह दी कि वो कहीं नौकरी कर ले चाय की दुकान खोलने से बदनामी होगी. मगर सोनू ने अपने दिल की सुनी और चाय की दुकान खोली.
सोनू कहते हैं-
"कोई क्या बोल रहा है, क्या कह रहा है मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता"सोनू
गरीब, बेरोजगार और छात्र राजनीति, रैप का हिस्सा
सोनू के रैप के मुद्दे भी काफी गम्भीर हैं. सोनू अपने रैप में गरीब, किसान, मजदूर की बात करते हैं. वो सरकार से बेरोजगारी पर सवाल भी करते हैं. शायद यही वजह है कि पटना के युवा सोनू की चाय और रैप को खूब पसंद कर रहे हैं.
आर्थिक जरूरतों के लिए छोड़ी पढ़ाई
सोनू ने हरियाणा के एक कॉलेज में डिप्लोमा की पढ़ाई करनी शुरू की मगर सोनू के घर की परिस्थितियां कुछ ऐसी थीं कि सोनू को अपनी पढ़ाई छोड़कर एक फोटोकॉपी की दुकान में नौकरी करनी पड़ी. फिर एक दिल्ली की कोचिंग में सोनू ने ऑफिस बॉय का काम किया. ये सिलसिला यहीं नहीं रुका इसके बाद सोनू ने मॉल में नौकरी की और लाइब्रेरी में भी नौकरी की फिर लॉकडाउन में सोनू को दिल्ली छोड़कर पटना आना पड़ा और यहीं शुरू हुई मेरियो रैपर की कहानी जो अभी जारी है.
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