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धन ऐसे बरसे, रिधम देसाई से जानें सस्ते शेयर लेने का सिंपल फॉर्मूला

अगली दिवाली में जश्न मनाने का मौका

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इस दिवाली ऐसा कुछ कर डालिए कि अगली दिवाली में धर बरसे. इसता तरीका है शेयर बाजार में कमाई करना है तो जान लीजिए सस्ते में शेयर खरीदिए और महंगे में बेच दीजिए. अब सवाल है सस्ते शेयर कहां मिलेंगे और कैसे पता चलेगा कि अब बेचने का वक्त आ गया है. दिग्गज एक्सर्ट रिधम देसाई का अनुभव ऐसे में बहुत काम आ सकता है.

शेयर मार्केट की हालत इन दिनों अनिश्चित है, चुनाव का वक्त है, इसलिए सरकार का ग्रोथ से ध्यान हटना तय है. लेकिन इसका मतलब नहीं कि आपको भी हाथ पर हाथ धर कर बैठना है, आप तो बस ये ध्यान रखिए कि कमाना है. तो Morgan Stanley India के मैनेजिंग डायरेक्टर रिदम देसाई से जानिए ये टिप्स, अगर इन बातों का ध्यान रखा तो आपकी दिवाली होगी हैप्पी दिवाली:

पैसे मुश्किल दिनों में ही बनते हैं

हमेशा शेयर बाजार में भाव से खेलना चाहिए, जब भाव कम तो शेयर खरीदने चाहिए. महंगे होते हैं तो बेच देने चाहिए. शेयर के दाम फिलहाल काफी हद तक गिर चुके हैं. ऐसे में पैसा लगाना ठीक होगा. ज्यादा गिरे तो और भी पैसे लगाना चाहिए कभी भी 100% इंवेस्टेड नहीं होना चाहिए. स्टॉक मार्केट खतरे से खाली कभी नहीं होता है. जब शेयर के दाम बढ़ते हैं तो खतरा सबसे ज्यादा होता है. जब शेयर के दाम गिर रहे हैं तो खतरा कम होता है. पिछले दो महीने के मुकाबले अभी खतरा कम है.

इंवेस्टमेंट का सही तरीका

हर महीने थोड़ा पैसा इंवेस्ट कीजिए, इससे आपको हर बार शेयर मार्केट के दाम पर ज्यादा ध्यान देने की जरुरत नहीं होती न ही टाइमिंग का ज्यादा इशू होता है यानी हर बार आपको टाइमिंग पर ध्यान नहीं देना पड़ता. शेयर मार्केट में पैसा लगाने का कोई खास समय नहीं है, लेकिन अगर आप पैसा लगाते हैं तो टाइम के साथ जुगलबंदी बना कर चलें. अगर आप ज्यादा रिटर्न चाहते हैं तो आपको टाइम देना चाहिए.

चुनाव का शेयर मार्केट पर असर

चुनाव तो आते-जाते रहते हैं. चुनावी माहौल का असर, शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग के लिए ठीक है लेकिन सटीक नहीं. चुनाव के रिजल्ट बाजार के मुताबिक नहीं आते तो आपको पैसा लगा देना चाहिए. रिटेल इन्वेस्टर की नजर से आप व्यवस्थित ढंग से पैसा लगाते जाए रिटर्न जरूर मिलेगा.

RBI-सरकार के बीच तकरार का शेयर मार्केट पर असर?

RBI और सरकार के बीच जो तनाव था इसका असर थोड़ा हुआ है. सरकार ने ये जरूर समझाया है कि इंडिपेंडेंट पोजीशन पर कोई सवाल नहीं है. सरकार और RBI के बीच एक चर्चा चल रही है लेकिन उनके इंडिपेंडेंट पोजीशन पर कोई डिबेट नहीं है.

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