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'राजनीति इस स्तर पर नहीं पहुंचनी चाहिए'- गहलोत के 'कोरोना' बयान पर बोले शशि थरूर

Rajasthan congress में नहीं थम रहा आंतरिक कहल, सीएम गहलोत ने पायलट का नाम लिए बिना कोरोना से तुलना की थी

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कांग्रेस (Congress) नेता और तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने शनिवार, 21 जनवरी को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपने सहयोगियों के बारे में सोच-समझकर बात करने की सलाह दी. जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (Jaipur Literature Festival) में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने यह बयान तब दिया जब थरूर से गहलोत द्वारा सचिन पायलट को देशद्रोही, निक्कमा, नकारा और कथित रूप से कोरोना कहने के बारे में सवाल पूछा गया था.

शशि थरूर ने कहा, "जब हम अपने साथियों के बारे में बात कर रहे हों तो हमें सोच-समझकर बोलना चाहिए. मैंने अपने विरोधियों के लिए भी ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया. मैं 14 साल से राजनीति में हूं, लेकिन मैंने किसी के बारे में ऐसा कुछ भी नहीं कहा है. मैं राजनीति में कीचड़ कुश्ती नहीं करना चाहता."

शशि थरूर ने कहा,

"मैं अपने साथियों से अनुरोध करता हूं कि अपने ही भाई-बहनों के बारे में इस तरह के शब्दों का प्रयोग करना अच्छा नहीं है. हमें अपने मतभेदों को दूर करने का प्रयास करना चाहिए. लोगों के अलग-अलग विचार हो सकते हैं, लेकिन उन्हें व्यक्त करने के अन्य तरीके भी हैं. हमें पार्टी में एक-दूसरे के लिए प्यार होना चाहिए."
शशि थरूर

पिछले साल नवंबर में, गहलोत ने राजस्थान सरकार को गिराने की कोशिश में विद्रोह करने का आरोप लगाते हुए पायलट को गद्दार कहा था.

मुझे कोरोना कहा जाता है- पायलट 

राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने शुक्रवार, 20 जनवरी को कॉलेज के छात्रों के साथ बातचीत के दौरान कहा कि उन्हें कोरोना कहा जाता है. पायलट महाराजा कॉलेज में पुस्तकालय के उद्घाटन समारोह के दौरान बोल रहे थे. उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम लिए बगैर खूब व्यंग्यात्मक टिप्पणी भी की. सचिन पायलट ने कहा कि,

"राजनीति में मैंने अपने दिवंगत पिता से बहुत कुछ देखा और सीखा है. राजनीतिक क्षेत्र में मैंने उन्हें बड़ों पर जीत हासिल करते हुए देखा है. जब आप जनभावना पर मुद्दों पर खड़े होते हैं तो लोग ताली बजाते हैं. दूसरों का अपमान करना और छोटी-छोटी बातें कहना अच्छी बात नहीं है. आप सभी जानते हैं कि मेरे बारे में क्या कहा गया."
सचिन पायलट

सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी वायरल हुआ है जिसमें पायलट महाराजा कॉलेज में छात्रों के साथ बातचीत करते नजर आ रहे हैं. पायलट छात्रों से पूछते हैं: मेरे बारे में क्या कहा गया था? छात्रों ने ऊंची आवाज में कहा कोरोना. पायलट फिर पूछते हैं: मुझे बताओ कि मेरे बारे में पहले क्या कहा गया था? जवाब आया निक्कमा.

पायलट आगे युवाओं से पूछते नजर आते हैं: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहते हुए क्या आपको मेहनत में कोई कमी नजर आई? संघर्ष में कोई कमी नजर आई? युवाओं ने हर बार नहीं जवाब दिया. वीडियो कई लोगों का ध्यान आकर्षित कर रहा है. इन टिप्पणियों को मुख्यमंत्री गहलोत पर अप्रत्यक्ष हमला माना जा रहा है.

पहले सीएम गहलोत ने बिना नाम लिए कहा था कोरोना 

गुरुवार को कर्मचारी संगठनों के साथ सीएम गहलोत की बजट पूर्व बातचीत का एक वीडियो सामने आया जिसमें उन्होंने कांग्रेस नेता पायलट का नाम लिए बगैर अपने जूनियर पार्टी सहयोगी की तुलना 'कोरोना' से कर दी.

बुधवार को बातचीत के दौरान जब संविदा कर्मचारियों के नेता शमशेर खान ने मुख्यमंत्री से किसी से न मिलने की शिकायत की तो गहलोत ने टोकते हुए कहा, ''तुम ठीक कह रहे हो..पर अब मिलना शुरू हो गया है, पिछले सोमवार को मिला था. हुआ ये था कि हमारी पार्टी के अंदर कोरोना पहले आया और फिर बड़ा 'कोरोना' आ गया.''

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