वीडियो एडिटर: मोहम्मद इब्राहीम
सरकार को उम्मीद है कि कोरोना को 8-10 दिनों में काबू कर लिया जाएगा. पूरे देश के लिए उम्मीद जगाने वाली ये बात देश के परिवहन-राजमार्ग और MSME मंत्री नितिन गडकरी ने क्विंट से खास बातचीत में कही है. क्विंट के एडिटोरियल डारेक्टर संजय पुगलिया से एक इंटरव्यू में गडकरी ने बताया कि कोरोना को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण पैदा हुए आर्थिक संकट से निपटने के लिए क्या है केंद्र सरकार का प्लान? गडकरी ने ये भी माना कि लॉकडाउन के बाद इतनी बड़ी संख्या में मजदूर पलायन करेंगे इसका अंदाजा नहीं था.
नितिन गडकरी ने लॉकडाउन बढ़ाने के सवाल पर कहा कि, जिस तरह से संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं वह चिंता की बात है, लेकिन ये विभिन्न राज्यों और क्षेत्रों में अलग-अलग है इसलिए इन हॉटस्पॉट पर विशेष एक्शन प्लान बनाकर काम करना पड़ेगा और जहां संक्रमण कम है वहां लाइफ रेगुलराइज कैसे होगा इसके लिए सरकार दोनों फ्रंट पर काम कर रही है. हालांकि, थोड़ा कठिन है लेकिन विश्वास है कि कोरोना की जंग जरूर जीतेंगे.
लॉकडाउन से सबसे ज्यादा खतरा लघु और मझोले उद्योगों को है. इन्हें बचाने के लिए सरकार क्या कर रही है, ये भी नितिन गडकरी ने बताया.
इस वक्त MSME को विशेष रूप से एक्टिवेट करना होगा, इसलिए हम योजना बना रहे हैं, जिसमें एक्सपोर्ट को बढ़ाने और इंपोर्ट को कम करने पर काम किया जा रहा है. इसके अलावा रोजगार कैसे बढ़ाया जाए इस पर काम किया जा रहा है. इसके लिए एग्रीकल्चर, ट्राइबल और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के लिए काम किया जा रहा है. नई योजनाओं और टेक्नोलॉजी पर भी काम किया जा रहा है.नितिन गडकरी, परिवहन, MSME मंत्री
इस वक्त कंपनियों को पेमेंट नहीं मिल रहा है रेवेन्यू नहीं मिल रहा है ऐसे में पुराने पैरामीटर को तोड़कर कंपनियों को कंप्लीट पैकेज की जरूरत नहीं है? इस सवाल पर नितिन गडकरी ने कहा,
एमएसएमई से लेकर हाउसिंग लोन, ट्रांसपोर्ट लोन सबका भुगतान स्थगित कर दिया गया है. 10 प्रतिशत वर्किंग कैपिटल बढ़ाने का भी निर्णय किया गया है. जब तक लिक्विडिटी बाजार में नहीं आएगी तब तक पेमेंट में दिक्कत है लेकिन मैंने अनुरोध किया है कि जहां से हो सके लोगों का पेमेंट करना है.
लॉकडाउन की वजह से ट्रक ड्राइवर और मजदूर फंसे हुए हैं और जब ये खुलेगा तो सभी मजदूर अपने-अपने गांव भागेंगे तो ऐसे में इंडस्ट्री को शुरू करना मुश्किल है. इस सवाल पर नितिन गडकरी ने कहा,
ट्रांसपोर्ट धीरे-धीरे खोला जा रहा है और ट्रक डाइवर भी आ रहे हैं लेकिन थोड़ी मुश्किल जरूर है. हमने कहा है कि जो इंडस्ट्री चलाने की जिम्मेदारी ले रहे हैं उन्हें गाइडलाइन के साथ-साथ काम करने की इजाजत देनी चाहिए. हमने पीएम से कहा है कि जहां डर नहीं है, वहां पूरी सुरक्षा के साथ काम शुरू होना चाहिए.
इंटरव्यू में गडकरी ने माना कि लॉकडाउन के बाद इतनी बड़ी संख्या में मजदूर पलायन करेंगे, इसका अंदाजा नहीं था. हालांकि ये स्थिति पैदा होने के बाद सरकार ने उचित कदम उठाए.गडकरी ने उम्मीद जताई कि आने वाले 8-10 दिनों में कोरोना पर काबू पा लिया जाएगा. पूरा इंटरव्यू आप ऊपर वीडियो में देख सकते हैं.
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