वीडियो एडिटर: वरुण शर्मा
कश्मीर के कुलगाम में पश्चिम बंगाल के 6 मजदूरों को आतंकियों ने गोली मार दी. जिसके बाद मुर्शिदाबाद के बोखरा में मातम का माहौल है. हमले में मुर्शिदाबाद के कमालुद्दीन, मुहम्मद रफीक शेख, मुर्सलीन, नईमुद्दीन, रफीकुल और जहीरूद्दीन की मौत हो गई. द क्विंट ने हमले में मारे गए शेख मुर्सलीन के परिवार से बात की.
शेख मुर्सलीन की पत्नी का कहना है कि वो अब भी अपने पति का इंतजार कर रही हैं कि वो आएंगे और बेटे को स्कूल जाने के लिए साइकिल दिलाएंगे.
उन्होंने कहा था कि बेटे का नई स्कूल में दाखिला कराएंगे और उसके लिए साइकिल खरीदेंगे. आपने मेरी उम्मीद छीन ली. अब घर कौन चलाएगा. मैंने शनिवार रात 11:30 बजे उनसे बात की थी. उन्होंने कहा कि वो कुछ दिनों बाद वापस आएंगे. यहां बहुत ठंड है. उन्होंने कहा कि 1 नवंबर को ट्रेन से आएंगे.शेख मुर्सलीन की पत्नी
मुर्सलीन के बच्चे का कहना है कि पिताजी ने घर बनाने के लिए कर्ज लिया था. इसलिए हमपर बहुत कर्ज है. इसे कौन चुकाएगा?
मुर्सलीन के पिता अब सरकार से मदद की उम्मीद लगाए हुए हैं
घर में सिर्फ वही कमाता था. अब मुझे कुछ सोचना पड़ेगा. 6 लोगों के परिवार को मैं कैसे संभालूंगा. मैं काम नहीं कर सकता. पैसे कमा नहीं सकता.मुर्सलीन के पिता
बता दें कि जम्मू और कश्मीर के कुलगाम जिले में 29 अक्टूबर को आतंकवादियों ने कुलगाम जिले के कुत्रुसा गांव में मजदूरों के समूह पर गोलीबारी की, जिसमें पांच की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. छठे घायल मजदूर ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. सभी मजदूर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के थे.
आतंकवादियों ने ऐसे वक्त में इन लोगों को निशाना बनाया, जब यूरोपीय सांसदों का एक दल आर्टिकल 370 के हटाए जाने के बाद के हालात का जायजा लेने के लिए कश्मीर का दौरा कर रहा था.
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