ये लॉकडाउन (Lockdown) सभी के लिए चुनौती साबित हुआ और इसी के साथ मेंटल हेल्थ (MentalHealth) एक बड़ा मुद्दा बन गया. अब इस पर खुलकर बात करने की जरूरत है.
आप विश्वास करें या न करें हम सभी एक ही नाव में सवार हैं, हम सभी सेल्फ डाउट में रहते हैं और लॉकडाउन में हम सभी ने कोशिश अपने मेंटल हेल्थ को समझने की कोशिश की. आइसोलेशन की वजह से हम सभी 'अकेला' महसूस करने लगे थे. लेकिन अब ये जरूरी है कि हम अपनी मेंटल हेल्थ के बारे में ज्यादा सोचें और उसे बेहतर करने के लिए काम करें, बात करें.
वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे पर राजकुमार राव ने अभिनव नागर की कविता पढ़ी जो हमें बताती है कि बात करना जरूरी है और इसी के साथ सुनना भी जरूरी है.
कविता: अभिनव नागर
एडिटर: आशीष मेक्विन
प्रोड्यूसर: दिव्या तलवार
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