वीडियो एडिटर: संदीप सुमन
वीडियो प्रोड्यूसर: कनिष्क दांगी
क्विंट की चुनावी यात्रा पहुंची है हरियाणा और इस चुनावी दंगल में हमारे साथ हैं असली पहलवान बबीता फोगाट. कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाली बबीता फोगाट की राजनीति में एंट्री हो चुकी है. बीजेपी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में बबीता को दादरी से चुनावी अखाड़े में उतारा है. बबीता फोगाट के सामने कांग्रेस के रिटायर्ड मेजर नृपेंद्र सिंह सांगवान और JJP के सतपाल सांगवान (पूर्व मंत्री) हैं.
बबीता ने विकास से लेकर 'बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ' जैसे मुद्दों पर हर सवाल का बेबाकी से जवाब दिया.
कैसा लग रहा है बबीता अब आप चुनावी मैदान में उतर चुकी हैं?
बहुत अच्छा लग रहा है.
हरियाणा की पहलवान बेटी अब राजनीति में आ गई है, आपको राजनीति में क्यों आना पड़ा?
देखिए, मैं सक्रिय तौर पर राजनीति में आना चाहती थी. पहले भी देश सेवा की है और अब भी मैं लोगों के बीच रहकर सेवा करना चाहती हूं तो राजनीति में आ गई.
राजनीति ज्यादा मुश्किल है या रेसलिंग?
दोनों ही मुश्किल हैं, आप किसी भी क्षेत्र में जाइए वो मेहनत मांगती है. जो मेहनत करेगा, वो किसी भी चीज में आगे बढ़ सकता है, चाहे कुश्ती हो या फिर चुनावी दंगल.
बबीता फोगाट किसके नाम पर वोट मांग रही हैं, प्रधानमंत्री मोदी या फिर अपने नाम पर?
भारतीय जनता पार्टी की जो विचारधारा है, मैं उसी के मुताबिक वोट मांग रही हूं. बीजेपी की जो नीतियां हैं, साफ नीयत से, ईमानदारी से काम करना और अनुशासन से काम करना है, मैं उसी पदचिन्हों पर चलकर आगे बढ़ रही हूं.
बबीता जीतने के बाद किन कामों पर करेंगी फोकस?
बहुत से काम हैं...खिलाड़ियों को प्रोत्साहित और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए काम करूंगी. दूसरा, खेतों की सिंचाई के संसाधनों और हर घर तक पीने का पानी पहुंचाने के लिए काम करूंगी...और तीसरा सड़कों के लिए काम करूंगी.
जननायक जनता पार्टी की लॉन्चिंग के समय हमारी मुलाकात हुई थी, तब आपने कहा था कि आप राजनीति में नहीं आएंगी?
देखिए, मैंने ये नहीं कहा था कि मैं राजनीति में नहीं आऊंगी. मैंने ये कहा था कि जब मौका मिलेगा तो जरूर आऊंगी. मेरा मकसद पहले अपने खेल को देखना था.
आप ‘बेटी-पढ़ाओ और बेटी बचाओ’ का नारा लगा रही हैं लेकिन आपकी पार्टी के नेता चिन्मयानंद और कुलदीप सेंगर गंभीर आरोपों में घिरे हैं. आपके हरियाणा में भी रेप की बहुत सारी घटनाएं हुईं हैं?
देखिए, मैं बस इतना कहूंगी वो किसी पार्टी ने नहीं किया, समाज में ऐसे बहुत से लोग हैं जो बेटियों के साथ रेप करते हैं. इसके लिए हमें समाज को बदलना होगा.
खेल छूटेगा या नहीं?
खेल मेरे जीवन का हिस्सा है, वो तो मेरे रग-रग में बसा है. वो कभी नहीं छूट सकता, मैं चाहकर भी उसे नहीं छोड़ सकती. कहते हैं कि खेल भी एक नशा है. अगर ये नशा भी किसी को लग जाए तो ये छूटना मुश्किल है.
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