रेसलर गीता फोगाट पहले बच्चे को जन्म देने के 7 महीने बाद टोक्यो ओलंपिक की तैयारियों में जुट गईं हैं. बेटे अर्जुन के आने के बाद से उनकी जिंदगी में वैसे तो काफी बदलाव आ गए हैं लेकिन वो दोबारा से रेसलिंग के मैदान में उतरने के लिए तैयार हैं.
कोरोना वायरस महामारी की वजह से टोक्यो ओलंपिक स्थगित कर दिए गए हैं. जिसकी वजह से गीता को तैयारी का थोड़ा वक्त मिल गया है. ऐसे में गीता इसे अवसर के रूप में देखती हैं और पूरी तैयारी के साथ ओलंपिक में जाकर मेडल जीतना चाहती हैं.
सभी पूछते थे कि अभी क्या प्लान है. क्या मैंने कुश्ती छोड़ दी? लेकिन मेरे मन में कभी खयाल नहीं आया कि मैंने कुश्ती छोड़ने का सोच भी रही हूं. ऐसे में जब ओलंपिक स्थगित हुआ तो मेरे मन में खयाल आया कि हो सके कि अच्छे के लिए हुआ हो. इसलिए ट्रेनिंग स्टार्ट कर दी.गीता फोगाट, रेसलर
गीता के कहना है कि जब वो सोशल मीडिया पर फोटो डालती हैं तो कुछ लोग कमेंट करते हैं कि 'मोटी' हो गई हैं, वजन कम करने की जरूरत है. मुझे वो चीजें मोटिवेट करती हैं. फिर लगता है कि मुझे लोगों को दिखाना है कि कोई भी कुछ भी चाहे तो वो कर सकता है.
पिछली बार गीता ने 57-58 कैटेगरी में हिस्सा लिया था. जहां साक्षी मलिक ने उन्हें ट्रायल में हराया था. साक्षी ने उस बार देश के लिए ओलंपिक मेडल भी जीता था. इस बार भी गीता का साक्षी से मुकाबला हो सकता है. ऐसे में गीता उनका सामना करने के लिए पूरी तैयारी में जुटी हुई हैं.
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