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2G vs 4G: क्या कश्मीरियों को मिल रहा हमारे जितना मौका?

कश्मीर में छात्रों के लिए 2 जी के जरिए पढ़ाई करना कितना आसान है?

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कैमरा: अथर राथर

मल्टीमीडिया प्रोड्यूसर: राहुल सांपुई

20 सितंबर 2020 को, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने लोकसभा को बताया कि जम्मू और कश्मीर में छात्र 2 जी मोबाइल इंटरनेट पर सरकार द्वारा संचालित एजुकेशनल ऐप और वेबसाइटों का उपयोग कर सकते हैं.

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"सरकार के ई-लर्निंग ऐप्स व श‍िक्षा और ई-लर्निंग वेबसाइट 2G इंटरनेट पर भी ई-बुक और स्टडी मैटेरियल डाउनलोड करने के लिए उपलब्ध हैं" - जम्मू और कश्मीर में 4 जी मोबाइल इंटरनेट पर प्रतिबंध को सही ठहराते हुए रेड्डी ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में ये कहा.

लेकिन कश्मीर में छात्रों के लिए 2 जी के जरिए पढ़ाई करना कितना आसान है?

श्रीनगर से कक्षा 12 की छात्रा हया मुजफ्फर 2 जी के साथ और उत्तर प्रदेश के नोएडा में क्विंट के संवाददाता एंथनी रोजारियो के साथ क्विंट ने सरकारी शिक्षण ऐप ई-पाठशाला की तुलना की.

और परिणाम यहां हैं

ऐप डाउनलोड: जहां एंथोनी को ऐप डाउनलोड करने में सिर्फ 9 सेकंड का समय लगा, वही हया ने 3:73 मिनट में डाउनलोड किया.

ई-बुक डाउनलोड: एंथोनी को ई-बुक डाउनलोड करने में 15 सेकंड लगे, जबकि हया को 5:15 मिनट लगे.

एंथोनी ने 16:24 मिनट में ऐप और ई-बुक डाउनलोड किया, एक वीडियो देखा. वहीं हया को पूरी प्रक्रिया में लगभग 30 मिनट लगे.

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