उत्तर प्रदेश की कुशीनगर लोकसभा सीट से उम्मीदवार और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह जोर-शोर से चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं. इस बार का चुनाव भी आरपीएन सिंह के लिए कुछ खास आसान नहीं है. इस बार एसपी के नथुनी प्रसाद कुशवाहा और बीजेपी के विजय दुबे, आरपीएन सिंह को कड़ी चुनौती दे रहे हैं. इस चुनावी सरगर्मी के बीच क्विंट ने आरपीएन से खास बातचीत की.
आपके सामने कड़ा मुकाबला है कैसे सामना करेंगे ?
जनता ने भी मुझे यहां से कई बार विधायक और सांसद बनाया है. प्रदेश के चुनाव और लोकसभा चुनाव में अंतर होता है.और कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में बेहतर प्रदर्शन किया है. जो सपना देशवासियों को प्रधानमंत्री मोदी ने दिखाया वो सब झूठ साबित हुआ. उन्होंने किसानों के कर्ज माफी की बात की, गरीबों के खाते में 15 लाख डालने का वादा किया, ये सब जुमला साबित हुआ.
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने टीवी, रेडियो, अखबार हर जगह सिर्फ भाषण दिए हैं और जबरदस्ती सबको ‘मन की बात’ सुनाई है. न तो उन्होंने किसी के ‘मन की बात’ सुनी और न ही महिलाओं से जुड़े मुद्दे सुलझाए. इसलिए सिर्फ कुशीनगर ही नहीं बल्कि पूरे देश में पीएम मोदी के खिलाफ माहौल बना हुआ है.
पडरौना जगदीशपुर रियासत के राजकुमार रतनजीत प्रताप नारायण सिंह (आरपीएन सिंह) को साल 2014 में बीजेपी से करारी हार का सामना करना पड़ा था. यूपीए सरकार में गृह राज्यमंत्री रह चुके आरपीएन सिंह पडरौना से 3 बार कांग्रेस विधायक रह चुके हैं. इससे पहले आरपीएन के पिता सीपीएन सिंह सियासत में सक्रिय थे. सीपीएन सिंह 1980 और 1984 में पडरौना से सांसद रहे थे.
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