ADVERTISEMENTREMOVE AD

‘चंद्रकांता’ का चुनार किला जहां प्रियंका ने की राजनीतिक साधना!

प्रियंका गांधी चुनार के किले से हिंदुत्व का झंडा बुलंद करने वाले योगी आदित्यनाथ को चुनौती दे आईं

Updated
छोटा
मध्यम
बड़ा

वीडियो एडिटर: आशुतोष भारद्वाज

ADVERTISEMENTREMOVE AD

उत्तरप्रदेश का ऐतिहासिक किला जहां रात गुजारने की हिम्मत कोई नहीं दिखाता, वहां कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी 26 घंटे तक नजरबंद थीं. अपने अंदर पौराणिक, ऐतिहासिक और काल्पनिक कहानियों को समेटे करीब दो हजार साल पुराना विक्रमादित्य का बनवाया हुआ ये चुनार का किला राजनैतिक चर्चा में है.

वीडियो में देखिए, इस किले और प्रियंका गांधी के यहां बिताए 26 घंटे की कहानी. इस वीडियो में हम आपको उस चुनार के किले के इतिहास से रूबरू कराएंगे, जो कभी हिंदू शक्ति का केंद्र था.

0

90 के दशक में आने वाले मशहूर टीवी सीरियल- चंद्रकांता में भी चुनार के किले का जिक्र किया गया है. इस किले में राजा विक्रमादित्य का बनवाया हुआ भतृहरि मंदिर है. हालांकि बाद में इस किले पर कई शासकों ने अपना विजय ध्वज लहराया, जिनका दबदबा इस इलाके या भारत की भूमि पर रहा.

मंदिर के सेवादार राजकुमार किले का भ्रमण कराते हुए बताते हैं,

किले में सेंट्रल जेल है. अंग्रेजों के जमाने में 15-18 साल के युवकों को यहां पर सजा के तौर पर रखा जाता था. अंडरग्राउंग सुरंग भी है, जो इस किले को नौगढ़ से मिलाता है. पहले नौगढ़, विजयगढ़ और राजगढ़ था. अगर कोई राजा युद्ध में हार जाता था तो वो सुरंग के रास्ते दूसरे किले में पहुंच जाता था.
राजकुमार
ADVERTISEMENTREMOVE AD

गंगा के ठीक किनारे के एक हिस्से में फांसी घर है. ठीक इसके ऊपर कोर्ट है यानी जहां न्याय दिया जाता था. अब लोग उसी कोर्ट को गेस्ट हाउस के नाम से जानते हैं. प्रियंका गांधी भी उसी कोर्ट में नजरबंद थीं.

उस गेस्ट हाउस में ना ही जनरेटर है और ना ही एसी है, बस इन्वर्टर से ही काम चलाना पड़ता है. सोनभद्र नरसंहार को लेकर प्रियंका गांधी ने चुनार किले से ही आंदोलन की शुरुआत की थी. वो इस किले में दूसरी बार पहुंचीं थीं. गंगा यात्रा के दौरान भी वो इस किले में रात गुजार चुकी हैं.

19 जुलाई को भी भीषण गर्मी, नेताओं की भीड़ के बीच में रातभर प्रियंका गांधी डटी रहीं थी. चुनार के किले से वो हिंदुत्व का झंडा बुलंद करने वाले योगी आदित्यनाथ को चुनौती दे आईं.

देखिए पूरी वीडियो स्टोरी.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×