ADVERTISEMENTREMOVE AD

चुनाव 2019 चौपाल: कर्जमाफी पर सरकारी रवैये से खफा नागपुर के किसान

चुनाव 2019: महाराष्ट्र सरकार की ओर से किसानों की कर्ज माफी की घोषणा का जमीन पर क्या है हाल?

Updated
छोटा
मध्यम
बड़ा

वीडियो एडिटर: विशाल कुमार

वीडियो प्रोड्यूसर: कौशिकी कश्यप

ADVERTISEMENTREMOVE AD

महाराष्ट्र सरकार की ओर से किसानों की कर्ज माफी की घोषणा किए लगभग 2 साल हो चुके हैं. लेकिन राज्य में बड़ी संख्या में ऐसे किसान हैं जिन्हें कर्ज माफी का फायदा नहीं मिल सका है. किसान परेशान हैं और उन पर बैंकों का दबाव जारी है.

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने साल 2017 में छत्रपति शिवाजी महाराज कृषि सम्मान योजना का ऐलान किया था. इसके तहत किसानों पर 1.5 लाख रुपये तक के कर्ज को माफ करने का ऐलान किया गया था. लेकिन सरकार इसे कितना लागू कर पाई ये जानने के लिए क्विंट का 2019 का चुनावी चौपाल पहुंचा है रामटेक लोकसभा क्षेत्र के नगरधन गांव में.

किसानों का आरोप है कि सरकार की तरफ से ऐलान तो कर दिया गया लेकिन कोई कर्ज माफी नहीं हुई है.

सरकार का कोई वादा पूरा नहीं हुआ. मेरे ऊपर जो कर्ज था, वो वैसे का वैसा ही है. बैंक वाले घर आकर हमें टाॅर्चर कर रहे हैं. लोन भरने का दबाव डाल रहे हैं. सरकार का वादा था, 1.5 लाख कर्जमाफी का वो धोखाधड़ी है. वो अभी तक हुआ नहीं है. मोदी सरकार ने धोखाधड़ी की है.  
राहुल धार्मिक, किसान, नगरधन गांव

कुछ किसानों का कहना है कि बैंक की तरफ से उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

2 लाख रुपये कर्ज था. 1.5 लाख माफी होने वाली थी और 50 हजार हम भरने वाले थे. बैंक वालों ने नोटिस भेजा है कि1.50 लाख रुपये भर दो. 50 हजार रुपये हम माफ करेंगे. माफी लागू नहीं हुई हमारे यहां.  
किसान, नगरधन गांव

ग्राउंड पर बातचीत से जाहिर हुआ कि यहां के किसानों में चुनाव को लेकर उत्साह नहीं है. वो केंद्र और राज्य सरकार से नाराज नजर आ रहे हैं. उनके बहिष्कार की मांग कर रहे हैं.

बहिष्कार करने का मन कर रहा है. कौन सी पार्टी पर विश्वास करें और किसपर नहीं हमें समझ में नहीं आ रहा, क्योंकि 2 साल से हम इस लोन की वजह से परेशान हैं. ऑनलाइन फाॅर्म भरो, लाइन में खड़े रहो, कुछ भी नहीं हो पाया. नोटिस पर नोटिस और बैंक वाले हमारे घर के चक्कर काट रहे हैं. हम परेशान हैं. 
किसान, नगरधन गांव

कुछ किसानों ने किसान सम्मान निधि योजना को लेकर सवाल खड़े किए. किसानों का कहना है कि सरकार ने किसानों के खाते में 2000 रुपये की 3 किस्त डालने का ऐलान किया था. उसकी पहली किस्त के ट्रांसफर का मैसेज कई किसानों को मिला. 2000 रुपये उनके खाते में जमा करा दिया गया है ऐसा मैसेज मिला लेकिन वापस ये मैसेज आया कि वो पैसे उनके खाते से हटा लिए गए हैं.

रामटेक लोकसभा क्षेत्र के नगरधन में किसानों का रोष साफ दिख रहा है. सरकार जो वादा कर रही है, उसे निभाने में नाकामयाब रही है, इसलिए नगरधन की जनता सरकार से सवाल पूछ रही है-क्या हुआ तेरा वादा? किसानों को सड़क पर उतरकर सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करनी पड़ रही है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×