लोकेशन प्रोड्यूसर: पद्मिनी वैद्यनाथन
कैमरापर्सन: संजॉय देब
वीडियो एडिटर: पुनीत भाटिया
“उस दिन, मेरे पिता का जन्मदिन था. मैंने उन्हें फोन कॉल पर ‘हैप्पी बर्थडे’ विश किया. मैंने उनसे पूछा, ‘क्या आप जल्दी आओगे?’ उन्होने जवाब दिया कि वो जल्द ही आएंगे, लेकिन वो कभी नहीं आएं ”प्रणाली सपकाले, रविंद्र सपकाले की बेटी
प्रणय और प्रणाली के पिता रविंद्र सपकाले- धारावी के एक कोविड वॉरियर की 15 जून को कोविड- 19 की वजह से मौत हो गई.
धारावी की कठिनाइयों ने दोनों बच्चों और उनकी मां को अपने छोटे लेकिन खुशहाल घर में कभी परेशानी महसूस नहीं करने दिया. धारावी में कोविड लॉकडाउन के दौरान लाखों लोग बेरोजगार हो गए थे. एक वक्त के लिए भी खाना जुटाना मुश्किल हो गया था. महामारी के उस दौर में रविंद्र गरीबों और भूखों को खाना खिलाते थे.
मई के शुरुआती दिनों में रविंद्र कोविड संक्रमित हो गए थे. डेढ़ महीने तक हॉस्पिटल में भर्ती थे. 15 जून, 2020 को उनकी मौत हो गई. परिवार ने घर में कमाने वाले इकलौते शख्स के साथ सुरक्षित भविष्य का उम्मीद भी खो दिया.
जीवनभर योगिता एक गृहणी रही हैं. उनकी 3 सर्जरी हुई है. उनकी स्वास्थ्य उन्हें इजाजत नहीं देती कि वो बच्चों के लिए बाहर जाकर काम करें. प्रणय और प्रणाली के लिए उनके पिता के बिना ये पहली दिवाली है.
“अगर मुझे दवा लेकर काम करनी पड़ेगी तो भी मुझे करना होगा. मुझे बच्चों के लिए काम करना होगा. मुझे हिम्मत दिखानी होगी ताकि मैं अपने बच्चों को एक अच्छा जीवन दे सकूं.योगिता सपकाले, रविंद्र सपकाले की पत्नी
इस दिवाली आप प्रणय और प्रणाली को बेहतर जीवन का गिफ्ट दे सकते हैं. हमारा विश्वास कीजिए, आपको उनकी सहायता कर अच्छा महसूस होगा. उन्हें सहयोग करने के लिए हमें लिखें editor@thequint.com.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)