वीडियो एडिटर: विशाल कुमार और मोहम्मद इब्राहिम
वीडियो प्रोड्यूसर: हेरा खान
उत्तर प्रदेश के भदोही में 20 दिसंबर को नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था. इस मामले के बाद स्थानीय लोगों के बीच डर का माहौल कायम है. भदोही पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर कई गिरफ्तारियां की.
एफआईआर में 27 नामजद हैं, साथ ही 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है. 39 लोगों की गिरफ्तारी हुई है.
क्विंट ने भदोही का दौरा किया और लोगों के बीच पसरे डर की वजह जानने के लिए चार परिवारों से बात की. सैमुन निशा के परिवार से 8 लड़कों को गिरफ्तार किया गया है, इनमें उनका बेटा भी शामिल है.
वो कहती हैं कि उनके बेटे ने सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में हिस्सा नहीं लिया था.
उन्होंने बताया,
“उन्होंने स्कूल में घुसने के लिए सीढ़ी का इस्तेमाल किया और फिर वहां से मेरी छत पर आए. उन्होंने घर के दोनों दरवाजे तोड़ दिए और मेरे सभी बच्चों को जगा दिया. उन्होंने इस ठंड में मेरे बच्चों को निकाल लिया. वो मेरे घर से आठ बच्चों को उठा कर ले गए. मेरे बच्चे मजदूर हैं. वे वहां (विरोध में) नहीं थे.”सैमुन निशा
सलमान अहमद को भी आधी रात को गिरफ्तार किया गया था. उनके परिवार के सदस्यों का आरोप है कि 60 से ज्यादा पुलिसकर्मी उनके घर में घुसे थे. सलमान को गिरफ्तार करने के अलावा, पुलिस ने कथित तौर पर उनकी बेटी के कमरे में घुसकर अलमीरा को तोड़ दिया.
“उन्होंने उनके(बेटी) साथ बदसलूकी की. उन्होंने अलमीरा से निकालकर हमारे सारे कपड़े फेंक दिए और लॉकर तोड़ने की कोशिश की.”नसीर अहमद, सलमान अहमद के पिता
कई परिवार ने आरोप लगाया कि उनके घर से पुलिस सामान लेकर चली गई, लूटपाट की गई.
भदोही पुलिस ने हालांकि लूटपाट की किसी भी घटना से इनकार किया है.
“39 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें से 25 लोगों पर धारा 151 के तहत आरोप लगाए गए हैं और अन्य को पथराव और बर्बरता के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. किसी भी घर में लूट की कोई घटना नहीं हुई है. ये आरोप गलत हैं.”राम बदन सिंह, एसएसपी, भदोही
एसपी ने कहा कि उन्होंने अपना व्यक्तिगत संपर्क नंबर शेयर किया है ताकि कोई भी बेवजह परेशान न हो और उन्हें इसके बारे में सूचना दे सके.
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