दिल्ली के कई मेट्रो स्टेशनों पर एक खास तरह का पोस्टर देखकर लोग थोड़े ठिठक गए. इनमें अपील की गई थी कि 14 फरवरी को वेलेंटाइंस डे न मनाकर मातृ-पितृ दिवस मनाएं.
यह अपील ही ऐसी थी कि कोई भी थोड़ी देर के लिए सोच में पड़ जाए. एक तरफ ‘खुमारी’ वाला प्यार और दूसरी तरफ जन्म देने वाले माता-पिता के प्रति कृतज्ञता जताने का मौका.
खैर, द क्विंट ने जब सीधे लोगों के बीच जाकर इस बारे में राय मांगी, तो कई दिलचस्प बातें सामने आईं. किसी ने कहा कि इस लोकतांत्रिक देश में जिसे जो मर्जी हो मनाए. किसी ने माता-पिता के प्रति आदर दिखाने की जरूरत बताई, तो कई लोगों ने अपने-अपने तर्क से 14 फरवरी को वेलेंटाइंस डे ही मनाने की वकालत की.
आइए सुनते हैं, इस बारे में क्या कहते हैं लोग...
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