गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दल वादे करने में जुटे हैं और जनता इस चुनाव में अपने मुद्दों पर वोट करने को तैयार है. ऐसे में गुजरात विधानसभा चुनाव से जुड़ी हर खबर आप तक पहुंचाने के लिए क्विंट हिंदी ने खास तैयारी की है.
‘गुजरात की आवाज’ में जनता बताती है अपने मुद्दे. क्विंट हिंदी गुजरात के कोने-कोने में लोगों से मिलकर उनकी आवाज आप तक पहुंचा रहा है. देखिए- रोजगार से लेकर जीएसटी जैसे मुद्दों पर क्या है लोगों की राय?
हम भी चुनाव में खड़ा होना चाहते हैं: 30 साल की ट्रांसजेंडर
30 साल की खुशबू कुंवर गुजरात के सूरत की वोटर हैं. उनकी इच्छी है कि ट्रांसजेंडर कम्यूनिटी की तरफ से वो खुद चुनावों में खड़ी हों और कुछ कर दिखाएं.
गुजरात विधानसभा में 182 सीटें हैं. अगर एक सीट भी हमें मिल जाती हैं, तो हमें भी लड़ सकेंगे. गांधी जी ने हमारे देश को आजाद कराया था. इसलिए हम भी चुनाव में खड़े होकर कुछ करके दिखाना चाहते हैं.खुशबू कुंवर, सूरत
खुशबू से जब उनके पसंदीदा नेता के बारे में पूछा, तो उन्होंने पीएम मोदी को वोट देने बात कही. उन्होंने कहा, "हम आधे किन्नरों के पास घर नहीं है, रोज कमाते हैं, रोज खाते हैं. पीएम मोदी सब के लिए घर की व्यवस्था करा रहे हैं, हम चाहते हैं कि हमारे पास भी अपना घर हो."
'हम बीजेपी को हराना चाहते हैं, क्योंकि रोजगार नहीं है'
28 साल के हरीश पटेल गुजरात के मेहसाणा में वोट डालते हैं. उन्होंने बेरोजगारी का मुद्दा उठाया है.
हम किसको वोट देंगे, ये तो अभी तय नहीं किया है, लेकिन हम बीजेपी को हराना चाहते हैं. इसके कई कारण हैं. पहला बेरोजगारी है. सभी समाज के लोग सड़कों पर आ गए हैं. उन्हें रोजगार नहीं मिल रहा है.हरीश पटेल, मेहसाणा
हरीश गुजरात में हो रहे पाटीदार आंदोलन का समर्थन करते हैं. हरीश का कहना है कि पाटीदार आंदोलन बेरोजगारी की समस्या का ही परिणाम है.
'मोदी जी मेरे खोए हुए बेटे को ढूंढ दें'
65 साल की चंद्रिकाबेन की जामनगर में दुकान है. चंद्रिकाबेन अपने बेटे का फोटो दिखाते हुए पीएम मोदी से अपील कर रही हैं कि दो साल से गुम उनके बेटे पुनीत ओछा को ढूंढने में मदद करें.
मेरा बेटा दो साल पहले घर छोड़कर चला गया था. हमने पुलिस में भी शिकायत की है. लेकिन अभी तक कुछ अता पता नहीं लगा है. पुलिस कहती है कि वो कोशिश कर रही है. मेरी पीएम मोदी से कहना चाहती हूं कि वो मेरे बेटे को ढूंढने में मदद करें.चंद्रिकाबेन, जामनगर
चंद्रिकाबेन ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने सामान्य लोगों को ध्यान में रखकर बहुत अच्छे काम किए हैं और आगे भी करते रहेंगे.
मोदी की वजह से महिलाओं को आजादी मिली: सोशल वर्कर
69 साल की बिमलादेवी सूरत में एक सोशल वर्कर हैं. पिछले 40 सालों से सूरत में रहने वाली बिमलादेवी ने पीएम मोदी की जमकर तारीफ की है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की वजह से ही महिलाओं को आजादी मिल पाई है. आज अच्छे जैवर और कपड़े पहनकर रात में भी महिलाएं निकल सकती हैं.
जब से मोदी जी गुजरात के सीएम बने हैं, तभी से बदलाव आए हैं. हमारे पास बीजेपी के नेताओं को वोट देने के अलावा कोई दूसरा विकल्प ही नहीं है.बिमलादेवी साबू, सृरत
जीएसटी में लोगों को इतनी तकलीफ हो रही है लेकिन कांग्रेस का एक बार भी सुझाव नहीं आया. उन्होंने कभी ऐसा नहीं कहा कि वो जीएसटी में ये बदलाव करेंगे. मूल बात ये है कि जिसके पास समस्या होती है, उसके पास समाधान भी होता है.बिमलादेवी साबू, सृरत
'बदलाव नहीं आया, तो बीजेपी को करारा जवाब मिलेगा'
50 साल मोहम्मद अहमद गुजरात के सूरत में व्यापारी हैं. अहमद ने कहा कि अगर जीएसटी में सरकार ने कुछ बदलाव नहीं किया, तो इस बार चुनावों में बीजेपी को करारा जवाब मिलने वाला है. और कांग्रेस को फायदा मिलेगा.
जीएसटी से हमारे व्यापार पर बहुत असर हुआ है. हम 100 रुपये की कोई चीज बेचते हैं, तो लोग उसे लेने के लिए तैयार नहीं है. पहले लोग 200 रुपये की चीज भी खरीद लेते थे, लेकिन अब 50 रुपये की चीज पर भाव करते हैं.मोहम्मद अहमद, सूरत
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