हमारा दिल ही एकमात्र ऐसी चीज है जो हर प्रकार की कला को प्रेरित करता है. बाकी सभी कलाकारों की तरह उर्दू शायरों ने भी हर बार अपने दिल की बात सुनी है कि उनकी शायरी का विषय कौन या क्या होगा, लेकिन कला किसी भी प्रकार की हो, अगर सकारात्मक तरीके से अपने दिल से लगाएंगे तो ही बेहतर होता है.
इस विश्व हृदय दिवस पर, द क्विंट की फबेहा सैयद आपके लिए 'दिल' के बारे में कुछ अशआर लेकर आई हैं जिन्हें आप अपने दिल के करीब रख सकते हैं.
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