वीडियो एडिटर: मोहम्मद इरशाद आलम
नागरिकता संशोधन बिल लोकसभा में पास हो गया है. देशभर में कई जगह इसके खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं. इस बिल के बारे में क्विंट ने स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव से खास बातचीत की. उन्होंने इस बिल को संविधान का उल्लंघन करार दिया.
योगेंद्र यादव का कहना है कि ये अब तक का संसद का सबसे खतरनाक और शर्मनाक कानून है.
भारत के इतिहास में पहली बार कोई कानून नागरिकों को हिंदू-मुसलमान से जोड़ता है. आज तक कभी ऐसा नहीं हुआ. ये कानून हमारे संविधान की प्रस्तावना के खिलाफ है. मौलिक अधिकारों के खिलाफ है. आजादी के आंदोलन के आत्मा के खिलाफ है.योगेंद्र यादव, अध्यक्ष, स्वराज इंडिया
योगेंद्र यादव कहते हैं कि देश पाकिस्तान की राह पर चल रहा है. वो कहते हैं कि इस देश का बंटवारा हिंदू और मुसलमान के बीच नहीं हुआ था. बंटवारा उन लोगों में हुआ था जो कहते थे कि देश धर्म के आधार पर बनेगा. वो जिन्ना और सावरकर थे. दूसरी तरफ महात्मा गांधी, मौलाना आजाद, पटेल और अंबेडकर जैसे लोग थे. जिन्होंने देश की नागरिकता को धर्म के आधार पर परिभाषित करने से मना किया.
अफसोस की बात है कि जिन्ना के विचार को इस देश में लागू किया जा रहा है. देश को हिंदू पाकिस्तान बनाने की कोशिश है. हर भारतीय को ये बिल नामंजूर होना चाहिए.
वो आगे कहते हैं कि ये तंगदिली हिंदुस्तान की आत्मा नहीं है. अगर ये बिल पास हो जाता है तो देश को सेक्युलर कहने में डर लगेगा. इसके साथ ही वो कहते हैं कि बिल पास करने से पहले संसद में सावरकर के साथ ही जिन्ना की भी तस्वीर लगा देना चाहिए और संविधान से सेक्युलर शब्द हटा देना चाहिए. क्योंकि ये बिल संविधान की मूल भावना के ही खिलाफ है.
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