राजनीति में एक दिन का वक्त बहुत लंबा होता है. प्रधानमंत्री लिज ट्रस (Liz Truss) ने गुरुवार को अपने पद से इस्तीफा दिया. UK के इतिहास में सबसे कम समय तक प्रधानमंत्री रहने वाली लिज ट्रस सिर्फ 44 दिन तक ही अपना काम कर सकीं. कुछ लोग मानते हैं कि यह लोकतंत्र है, जहां पर नेता अगर अपना वादा पूरा करने में फेल होते हैं तो तुरंत उनके खिलाफ कार्रवाई होती है. लेकिन हमारे लिए, इस देश के लोगों के लिए, यह आर्थिक तौर पर मुश्किल वक्त के बीच अराजकता के चक्कर काटने जैसा है, ना कि नागरिकों के लिए बेहतरी का कदम.
कंजर्वेटिव पार्टी के आपसी मारकाट और खींचतान के चलते हमें चार महीने में चार वित्त मंत्री और तीन प्रधानमंत्री मिले हैं. हम मुश्किल से नेतृत्व के चुनाव के लिए एक थकाऊ और कड़वी प्रक्रिया से बाहर निकले थे और अब हम एक बार फिर से चुनाव में आ गए हैं.
आखिरी दौर में, छह हफ्ते पहले, पूर्व चांसलर ऋषि सुनक सांसदों के बीच लिज ट्रस से बहुत आगे थे लेकिन वो आखिर उनसे हार गए जब 170,000- कंजर्वेटिव सदस्यों ने लिज के पक्ष में वोट किया. हां, इस बार सुनक स्पष्ट रूप से आगे चल रहे हैं. सुनक ने लिज ट्रस के 'फैंटेसी बजट' पर जो भविष्यवाणियां की थी, उसे भी पार्टी के सदस्यों ने सच होते देखा है.
लेकिन जरा रुकिए और दिल थामिए...क्योंकि मौजूदा कंजरवेटिव पार्टी के ताकतवर शख्स पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन कैरेबियाई द्वीपों से छुट्टी मनाकर वापस आ रहे हैं. उनके समर्थक छतों से चीखने-चिल्लाने लगे हैं कि देश को उनकी जरूरत कैसे है क्योंकि उन्होंने पार्टी को चुनावी जीत दिलाई थी और उनके बिना उन्हें अगले चुनावों में हार का सामना करना पड़ेगा. इस बात से अब कोई फर्क नहीं पड़ता दिख रहा कि उनकी ही पार्टी ने उन्हें तीन महीने पहले बाहर कर दिया था.
एक हफ्ते में UK को प्रधानमंत्री चुनना है
एक सप्ताह के भीतर चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो जाए, इसके लिए इस बार नेतृत्व चुनाव के लिए नियम अलग हैं. 1922 समिति के अध्यक्ष सर ग्राहम ब्रैडी और कंजर्वेटिव पार्टी के अध्यक्ष सर जेक बेरी ने घोषणा की प्रक्रिया 28 अक्टूबर को समाप्त हो जाएगी, नतीजे बहुत जल्द आ सकते हैं , शायद सोमवार की रात ही आ जाएं. सांसदों की एक समिति के तय किए गए नए नियमों के अनुसार, उम्मीदवारों को मतदान के लिए कम से कम 100 नामांकन की आवश्यकता होगी. नामांकन गुरुवार रात से शुरू हुए और सोमवार दोपहर 2 बजे बंद हुए.
अगर दो या तीन उम्मीदवार थ्रेशहोल्ड यानि दहलीज पर पहुंचते हैं तो सांसदों की ओर से दो दौर का मतदान होगा. पहला वोट सोमवार को दोपहर 3.30 बजे होगा, जिसके नतीजे शाम 6 बजे घोषित किए जाएंगे और जरूरत पड़ने पर इंडिकेटिव राउंड सोमवार शाम को ही हो जाएगा जिसका अंतिम परिणाम रात 9 बजे तक आ जाएगा. सांसद नामित उम्मीदवारों पर सुनवाई करेंगे, लेकिन यह सब कमरे के भीतर यानि बंद दरवाजों के पीछे होगा.
हाल में ही मेंबरशिप ने जिस तरह लिज ट्रस को पसंद किया था लेकिन उसके बाद जो डिजास्टर आया है उसको देखते हुए कई टोरी सांसद इस बार मेंबरशिप को इसमें शामिल करना नहीं चाहते. हालांकि, इस बार उन्हें तब तक वोट नहीं मिलेगा, जब तक कि एक से अधिक उम्मीदवारों को 100 या उससे अधिक नामांकन प्राप्त नहीं हो जाते.
यह दिलचस्प है कि बैलेट तक पहुंचने की सीमा को बढ़ाकर 100 कर दिया गया है. इससे जॉनसन के फिर से चुनाव में लड़ने की संभावना कम हो सकती है. कुछ टोरी सांसदों का सुझाव है कि वह चुनाव में उतरकर अपना वक्त ही बर्बाद करेंगे. और जॉनसन को हारने से नफरत है, इसलिए वो तभी दोबारा से मैदान में जोर आजमाइश करेंगे जब उन्हें जीत का यकीन हो.
अभी बोरिस जॉनसन के लिए UK में क्या संभावनाएं हैं
हालांकि, पार्टी के मुताबिक सदस्यों का बैलेट 'सुरक्षित ऑनलाइन वोटिंग' के जरिए कराया जाएगा. वोटिंग शुक्रवार 28 अक्टूबर को सुबह 11 बजे बंद हो जाएगी और परिणाम उस दिन बाद में घोषित किया जाएगा. जो कम से कम तीन महीने के लिए मेंबर रहे हैं वो मतदान कर सकते हैं. अंतिम दो उम्मीदवारों के बीच कम से कम एक टीवी कैंपेन के ब्रॉडकास्ट होने की संभावना है जो BBC पर हो सकता है.
सुनक, जो लिज ट्रस के सत्ता में आने के बाद से चुप हैं, वर्तमान में सबसे ज्यादा पसंदीदा हैं और पेनी मोर्डौंट दूसरे नंबर पर हैं. चर्चा थी कि पार्टी के भीतर यूनिटी कैंडिडेट का फैसला किया जाएगा...लेकिन जब तक अत्यधिक विभाजित टोरी पार्टी के भीतर बोरिस जॉनसन रेस में नहीं कूदे थे तब तक ही ये सब चर्चा थी, अब सुनक के पास 55 सांसदों का समर्थन है लेकिन 34 सांसदों के साथ बोरिस जॉनसन दूसरे नंबर पर आ गए हैं और मोड्रेंट 17 सांसदों के समर्थन के साथ तीसरे नंबर पर हैं.
तो फिर क्या एक बार फिर से सुनक के मौके को जॉनसन छीन लेंगे. इस वक्त इसकी भविष्यवाणी करना बहुत मुश्किल है लेकिन पार्टीगेट और स्कैंडल दर स्कैंडल से भरी इस पार्टी और कुछ दिनों पहले ही जिस जॉनसन को निकाला गया उसे फिर से वापस लाने के बाद कुछ भी कहना मुश्किल है.
क्या बोरिस अपने विवादों से पीछा छुड़ा सकते हैं?
पार्टीगेट पर सांसदों से झूठ बोलने के लिए बोरिस जॉनसन को अभी विशेषाधिकार समिति की जांच का सामना करना है. यह नवंबर में शुरू हो रहा है. समिति के करीबी सूत्रों का कहना है कि, सबूत इतने भारी हैं कि जॉनसन अगर जीतकर कुर्सी पर चले भी आते हैं तो 'क्रिसमस तक फिर से चले’ जाएंगे. जांच के दौरान उन्हें संसद से निलंबित किया जा सकता है या उन्हें बेदखल करने वाले सांसद संसद में अपनी सीट क्या छोड़ देंगे?
यह एक ऐसा प्रश्न है जिस पर जॉनसन को विचार करने की आवश्यकता है. जब उनके खिलाफ जांच चल रही हो तो क्या उन्हें पद पर आना चाहिए? क्या पार्टी फिर से नेतृत्व के लिए चुनाव लड़ेगी ? या विशेषाधिकार जांच के कारण जॉनसन की अस्थिर स्थिति, आम चुनाव के लिए मजबूर करेगी ?
क्या सुनक-हंट जोड़ी बोरिस जॉनसन ब्रान्ड को पीट सकती है ?
जॉनसन समर्थक यह भी कहने की कोशिश कर रहे हैं, सुनक विश्वासघाती हैं जिसने जॉनसन सरकार को गिरा दिया. हालांकि सच्चाई यह है कि जॉनसन अपनी गलतियों की वजह से गए.
शुक्रवार शाम तक केवल पेनी मोर्डौंट ने ही अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की थी. अन्य किसी भी उम्मीदवार ने यह घोषणा नहीं की थी कि वे इस पद के लिए उतर रहे हैं. लेकिन सट्टेबाजों ने सुनक को आगे कर दिया है. सुनक के एक सहयोगी और पूर्व मंत्री ने कहा, "बोरिस के लिए क्रूर सच्चाई यह है कि उनका समर्थन बिल्कुल भी नहीं बदला है जब से उन्हें हटा दिया गया था. तब उनके पास लगभग 40 सांसद थे जो अभी भी उनका समर्थन कर रहे थे, शायद 20 और सॉफ्ट वोट हैं. मुझे नहीं लगता कि बोरिस जॉनसन को 60 से अधिक वोट प्राप्त होगा.. इसलिए वो आगे नहीं बढ़ेंगे .. वो खुद को बड़ा दिखाने की कोशिश करेंगे और कहेंगे कि कि वो देश की भलाई के लिए मुकाबले में नहीं उतर रहे हैं...क्योंकि वो जानते हैं कि वो इसमें टिक नहीं पाएंगे.
टीम ऋषि के मुताबिक, वो अपने समर्थन में ट्वीट करने के लिए सांसदों की एक टीम बना रही है और उन्हें उम्मीद है कि उनके पक्ष में घोषणाओं की बाढ़ आएगी. " एक सहयोगी ने भविष्यवाणी की कि यब सब सोमवार रात तक खत्म हो जाएगा. कई लोग अब महसूस करते हैं कि आर्थिक संकट के समय, सुनक, जो स्वयं एक पूर्व चांसलर थे, अपने समर्थक जेरेमी हंट के साथ-साथ चांसलर के रूप में जारी रखते हुए देश को स्थिर करने में सक्षम होंगे.
यदि सोमवार को दो उम्मीदवार हो जाते हैं, तो क्या यह पूर्व प्रधानमंत्री टरीजा मे के समय हुए नेतृत्व के चुनाव की पुनरावृत्ति होगी जिसमें एंड्रिया लेडसम ने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली थी? क्या पार्टी यूनिटी कैंडिडेट को आगे रख पाएगी? जॉनसन पार्टी को एकजुट करने की स्थिति में नहीं हैं इसलिए निश्चित रूप से यूनिटी कैंडिडेट नहीं होंगे. टोरियों का यह आपसी खूनखराबा देश को खतरे में डाल रहा है.
UK की राजनीति का नया अध्याय ?
हमारे पास जॉनसन, और खुद का हित देखने वाले सांसदों का दल है जो इस उम्मीद के साथ जॉनसन को वापस लाना चाहते हैं ताकि अगले आम चुनावों में पूरी तरह से सफाया होने से वो उनको बचा सकें. सांसद साइमन होरे कहते हैं कि “ जॉनसन पहले से ही सत्ता में काफी बैगेज लेकर चल रहे हैं लेकिन हम लोगों को कोई ऐसा चाहिए जो देश, सरकार और पार्टी को आगे ले जा सके, हमें एक नया और ताजा चैप्टर चाहिए.”
साइमन होरे सुनक का समर्थन करते हैं, ब्रिटेन भर में सभी विपक्षी दल चुनावों के लिए तत्काल मांग कर रहे हैं. इतिहासकार साइमन स्कामा जैसे जाने-माने नामों सहित नागरिक, प्रारंभिक आम चुनाव के लिए रैली में शामिल होने लगे हैं और आम चुनाव की मांग के लिए प्रदर्शन की अपील की गई है.
जब हम इस भयानक रोलरकोस्टर सवारी से गुजर रहे हैं तो जो बर्बादी लाई गई है उससे देश की प्रतिष्ठा और विश्वसनीयता को बहुत धक्का पहुंचा है.. हम, एक देश के रूप में आने वाले वर्षों में इसकी भारी कीमत चुकाएंगे.
(नबनीता सरकार लंदन में रहने वाली एक सीनियर जर्निलिस्ट हैं. उनके ट्विटर हैंडल @sircarnabanita पर संपर्क किया जा सकता है. यह एक राय है और व्यक्त किए गए विचार लेखक के अपने हैं. क्विंट न तो समर्थन करता है और न ही इसके लिए जिम्मेदार है.)
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