दिल्ली हिंसा में 22 लोगों की मौत हो चुकी है. अदालत पूछ रही है कि पुलिस सुस्त क्यों है? भड़काऊ भाषणों पर एक्शन क्यों नहीं लिया गया? कांग्रेस पूछ रही है कि आखिर अमित शाह कहां हैं? इस बीच बीजेपी के संघ के बीएल संतोष ट्वीट करते हैं कि 1985 बैच के IPS एसएन श्रीवास्तव को दिल्ली का स्पेशल कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) बनाया गया है. उधर NSA अजीत डोभाल दिल्ली की सड़कों पर नजर आते हैं. तो सवाल उठता है कि क्यों अमित शाह बैकबेंच पर हैं लेकिन अजीत डोभाल और संघ से आए बीएल संतोष फ्रंट फुट पर?
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने हिंसा ग्रस्त नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में मौका मुआयना किया. पहले मंगलवार रात को सड़क पर निकले और फिर बुधवार दोपहर को. जब राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार खुद दिल्ली की सड़कों पर उतरे तो लोग चौंके कि आखिर दिल्ली के लॉ एंड ऑर्डर के मसले पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की क्या भूमिका है? एजेंसी से खबर आई कि अजीत डोभाल को दिल्ली में शांति बहाल करने की जिम्मेदारी दी गई है, और वो इस मसले पर पीएम और कैबिनेट को ब्रीफ करेंगे.
डोभाल ने मंगलवार रात और बुधवार को दिल्ली के आला पुलिस अफसरों की बैठक ली. नॉर्थईस्ट दिल्ली के मौजपुर में डोभाल ने कहा कि उन्हें पीएम और गृहमंत्री ने हालात पर काबू पाने के लिए भेजा है. पुलिस मुस्तैदी से काम कर रही है.
पीएम ने तोड़ी चुप्पी, शाह चुप
दिल्ली में 22 लोगों की मौत और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की यात्रा से फ्री होने के बाद पीएम मोदी ने चुप्पी तोड़ी. ट्वीट किया कि कृपया शांति बनाए रखें. लेकिन अमित शाह फिर भी चुप रहे. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सवाल उठाया कि आखिर गृहमंत्री कहां हैं. हालांकि बीजेपी ने इसका जवाब भी दिया कि शाह दिल्ली में शांति बहाल करने के लिए लगातार पुलिस के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि शाह ने तो एक सर्वदलीय बैठक भी बुलाई थी, जिसमें कांग्रेस के नेता भी शामिल थे.
इस बीच बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष ने एक और ट्वीट किया कि जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे से एंटी सीएए प्रदर्शनकारियों को हटा दिया गया है. समय आ गया है कि कानून को पूरी तरह लागू किया जाए और दंगाइयों को सबक सिखाया जाए.
दिल्ली में कानून-व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी सीधे तौर पर अमित शाह की है. अब जब दिल्ली में कानून व्यवस्था बिगड़ी है तो डोभाल की सक्रियता और बीएल संतोष की चपलता से क्या अमित शाह के लिए एक शील्ड तैयार किया जा रहा है या फिर मामला कुछ और है?
एक के बाद एक ट्वीट कर रहे बीएल संतोष
बीएल संतोष ने मंगलवार को एक और ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि ट्रंप ने सीएए और दिल्ली की हिंसा पर कुछ नहीं कहा. कश्मीर पर भी कहा कि भारत खुद इस मसले को सुलझा लेगा और भारत में धार्मिक आजादी के सवाल पर कहा कि यहां 20 करोड़ मुसलमानों और साथ ही ईसाइयों को धार्मिक आजादी है. ऐसा करके ट्रंप ने लिबरल और लेफ्ट मीडिया को जवाब दे दिया है.
पिछले साल इन्हीं बीएल संतोष ने बेंगलुरु लिटरेचर फेस्टिवल में कहा था कि देश में कई जगहों पर मुस्लिमों और ईसाइयों की आबादी ज्यादा है और ये खतरनाक है. उन्होंने ये भी कहा था कि केंद्र सरकार इस स्थिति को ठीक करने के लिए एक्शन प्लान लेकर आएगी. गौर करने वाली बात ये है कि दिल्ली के जिन इलाकों में हिंसा हुई, उनमें से ज्यादातर इलाके मुस्लिम बहुल हैं.
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