भाषा क्या है? एक माध्यम है अभिव्यक्ति का लेकिन कुछ लोग सोचते हैं कि जीवन में सफल होने के लिये इंग्लिश भाषा का जानना जरूरी है. देश की राष्ट्रीय भाषा होते हुये भी हिंदी अब महज एक प्रतीकात्मक गौरव बनकर रह गयी है. बोलचाल और लिखने पढ़ने में इंग्लिश भाषा का प्रयोग फैशन बन गया है और इस फैशन के चक्कर में हिंदी अपना महत्व खो रही है. सफल होने के रास्ते में हिंदी कोई रुकावट नहीं है और देश में कई ऐसे बड़े नाम हैं, जो सिर्फ हिंदी जानते हैं, लेकिन सफलता के मामले में इन्होंने सबको पीछे छोड़ दिया. हिंदी दिवस के मौके पर आपको बताते हैं पांच उन शख्सियतों के बारे में जो बड़े गर्व और सम्मान के साथ अपने देश की राष्ट्रीय भाषा हिंदी को सार्वजनिक जीवन में बोलते हैं.
नीरजा चोपड़ा से “हिंदी में पूछ लो”
नीरज चोपड़ा आज किसी परिचय के मोहताज नहीं और स्पोर्ट्स की दुनिया के चमकते सितारे हैं. उन्होंने अपनी प्रतिभा से देश का नाम पूरी दुनिया में ऊंचा किया. नीरज चोपड़ा ओलंपिक में सोना जीतकर तो लोगों के दिल में बस ही चुके हैं, लेकिन जब वो मीडिया प्लेटफॉर्म पर हिंदी में बोलते हैं तो उन्हें देखकर और भी गर्व होता है. नीरज खुद सबके सामने बड़े खुले दिल से हिंदी के प्रति अपने प्यार को दर्शाते रहते हैं. उनका मानना है कि वो हिंदी के लिये इतना तो कर ही सकते हैं कि सार्वजनिक मंच पर अपनी मातृभाषा में बात करें. ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने के बाद नीरज चोपड़ा को जहां जहां सम्मानित करने के लिये बुलाया गया और किसी ने उनसे इंग्लिश में कुछ पूछने की कोशिश की तो उन्होंने हर जगह बड़ी मासूमियत से कह दिया कि हिंदी में पूछ लो. हालांकि कई बार उनसे पूछे गये सवालों की अंग्रेजी इतनी कठिन नहीं थी कि नीरज जवाब ना दे सकें, लेकिन फिर भी मीडिया प्लेटफॉर्म पर बोलने के लिये वो अपनी मातृभाषा हिंदी को ही चुनते हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
हिंदी ही क्या कोई भी भाषा आपकी सफलता में कभी रुकावट नहीं बन सकती है, इसके लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भला बेहतर उदाहरण क्या होगा. नरेंद्र मोदी दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के दूसरी बार प्रधानमंत्री बने हैं. मोदी हिंदी भाषा के शानदार वक्ता हैं और उनके बोलने का लहजा लोगों को अपनी ओर खींच लेता है.
प्रधानमंत्री किसी भी तरह के संवाद के दौरान लोगों से हिंदी में ही बात करते हैं और उन्होंने इंग्लिश के चलन को कभी अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया. प्रधानमंत्री का हिंदी में अपनी बात कहने का तरीका, उनके चेहरे के हाव-भाव और शब्दों का चयन ने उनको दुनिया में सबसे प्रभावशाली वक्ताओं में शामिल कर दिया है. सिर्फ देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी नरेंद्र मोदी हिंदी में बोलकर वाहवाही लूटते हैं और अपने देश की भाषा को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर बोलकर हिंदी के प्रति देशवासियों के मन में भी गौरव की भावना जगा देते हैं.
बॉलीवुड में हिंदी के ‘शहंशाह’
अमिताभ बच्चन का हिंदी प्रेम भी जगह जाहिर है. हालांकि उनको अच्छी हिंदी बोलने और लिखने की कला अपने पिता से विरासत में मिली है, लेकिन उन्होंने भी हिंदी प्रेम को बड़े ही सम्मानपूर्वक सहेजा और आगे बढ़ाया. अमिताभ जब भी अपने पिता हरिवंश राय बच्चन की या किसी और कवि की कविता या लेख पढ़ते हैं तो उनकी वो हिंदी में बोलती आवाज कानों से सीधे दिल में उतर जाती है.
आज भी बॉलीवुड में कोई भी एक्टर या एक्ट्रेस उनके हिंदी बोलने के अंदाज को पीछे नहीं छोड़ पाया. खास बात ये है कि उनकी इंगलिश पर भी बहुत अच्छी पकड़ है, लेकिन कोई इंटरव्यू हो, अवॉर्ड शो हो या कोई और पब्लिक इवेंट वो बड़ी सहजता से हिंदी बोलते नजर आते हैं. फिल्म नमक हलाल में तो उनके ‘आई कैन टाक इन इंगलिश” वाले डायलॉग ने बड़े हल्के फुल्के ढंग से ये भी साबित किया कि अंग्रेजी भाषा ही सब कुछ नहीं है.
अमिताभ सोशल मीडिया पर भी हिंदी भाषा में खूब पोस्ट करते हैं और कई बार हिंदी से जुड़ी बातों की भी पोस्ट करते हैं. अमिताभ बच्चन का नाम और उनका काम एक मिसाल है बॉलीवुड के उन तमाम एक्टर और एक्ट्रेस के लिये जो जरूरत ना होने पर भी सिर्फ इंग्लिश ही बोलते हैं और हिंदी बोलने या सीखने में पीछे रहते हैं.
हिंदी हास्य ज्ञान से बने सम्राट
हिंदी भाषा के दम पर फिल्मों में अगर अमिताभ बच्चन सबसे बड़े स्टार हैं तो टीवी की दुनिया में कपिल से ज्यादा कोई सफल नहीं. खुद कपिल ने भी इतना नाम और काम हिंदी भाषा के माध्यम से ही कमाया है. कपिल शर्मा तो खुद अपने शो में इस बात पर कॉमेडी करते हैं कि उनको इंग्लिश नहीं आती. सिर्फ हिंदी भाषा में अपनी हास्य कला की प्रतिभा का प्रदर्शन करके ही कपिल इतने बड़े स्टार बन गये. कपिल अपने करियर के शुरुआत से ही धड़ल्ले से सिर्फ हिंदी बोलते आये हैं और उनके हिंदी में कॉमेडी करने के अंदाज ने उनको कहां से कहां पहुंचा दिया. कपिल तो खुद अपने शो में शान से हिंदी बोलने हैं और कई बार तो विदेशियों को भी हिंदी सिखाते दिखते हैं. कपिल खुद एक अच्छा उदाहरण हैं इस बात के लिये कि हिंदी का हाथ पकड़कर भी आप सफलता की सीढ़ियां चढ़ सकते हैं.
कंगना रानौत की धाकड़ हिंदी
बॉलीवुड की एक्ट्रेस कंगना रानौत ने भी अपने ठेठ हिंदी वाले अंदाज से फिल्मों में ही नहीं बल्कि वास्तविक जिंदगी में भी अपने नाम का डंका बजाया है. शुरू में जब कंगना बॉलीवुड में आयी तो उन्हें सिर्फ हिंदी आती थी और इस वजह से करन जौहर समेत कुछ लोगों ने उनकी खिल्ली भी उड़ाई. लेकिन कंगना तो चुप बैठने वालों में से नहीं और उन्होंने खुद करन जौहर के शो में ही उनको ये बोलकर कि आपने मेरी भाषा की हंसी उड़ाई उनकी बोलती बंद कर दी. कंगना ने बॉलीवुड में अंग्रेजी बोलेने वाले चलन पर ध्यान ना देकर अपनी एक्टिंग पर ध्यान दिया और अपने शानदार अभिनय की बदौलत से कई अच्छी अंग्रेजी बोलने वाली हीरोइनों से कहीं आगे निकल गयी. कंगना ने साबित कर दिया कि अच्छी हिंदी बोलकर भी बॉलीवुड में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री बना जा सकता है..
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