भारत में कोरोना संकट की दूसरी लहर कहर बरपा रही है. ऐसे में जरूरत है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेट किया जाए. लेकिन भारत में कोविशील्ड वैक्सीन की सप्लाई कर रहे सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को कच्चे माल की सप्लाई में दिक्कत आ रही थी जिसकी वजह से कंपनी प्रोडक्शन नहीं बढ़ा पा रही है. अब अमेरिका ने भरोसा जताया है कि वो 'तात्कालिक रूप से' कच्चा माल भारत को उपलब्ध कराएगा. इसके अलावा रूस ने भी भारत को मदद करने के लिए खास विमानों के जरिए मदद भेजी है.
भारत में मौजूदा कोविड संकट का आलम ये है कि डेली कोरोना केस 3 लाख के करीब आ रहे हैं और फिलहाल एक्टिव केस करीब 27 लाख के आस-पास हैं.
अमेरिका ने दिया आश्वासन
अमेरिका के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर जैक सुलिवन ने 25 अप्रैल को अपने भारतीय समकक्ष अजीत डोभाल से बात की और वैक्सीन के कच्चे माल की सप्लाई के लिए आश्वासन जताया. अमेरिका ने थेराप्यूटिक्स, रेपिड डायग्नोस्टिक्स टेस्ट किट, वेंटिलेटर्स और पीपीई सूट किट भारत को उपलब्ध कराने का आश्वास दिया है.
कठिन वक्त में भारत की मदद करेगा अमेरिका: बाइडेन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि- 'इस कठिन वक्त में अमेरिका निश्चित ही भारत की मदद करेगा'
अमेरिका ऑक्सीन और उससे जुड़े उपकरण को भी बिना देर किए सप्लाई करने के विकल्पों पर विचार कर रहा है. इससे भारत को ऑक्सीजन की सप्लाई में आ रही कमी को पूरा करने में मदद मिल सकेगी. फिलहाल भारत ऑक्सीजन शॉर्टेज की समस्या से गुजर रहा है और हर दिन किसी-न-किसी अस्पताल से ऑक्सीजन की कमी का SoS कॉल आता रहता है. इस दिक्कत की वजह से हजारों कोरोना और दूसरी बीमारी का सामना कर रहे मरीजों की जान अधर में रहती है.
अमेरिका ने बयान में कहा कि- 'जिस तरह से महामारी के शुरुआती दौर में अमेरिका के लिए मदद भेजी थी, उसी तरह अमेरिका भी भारत को मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है.'
हालांकि व्हाइट हाउस ने अपने बयान ने उनके स्टॉक की हुईं अतिरिक्त कोरोना वैक्सीन पर कोई बयान जारी नहीं किया. कई एक्सपर्ट्स ने अमेरिका में जमा करीब 3 करोड़ वैक्सीन डोज भारत को उधार देने की मांग की थी. अमेरिका की इस पर फैसला न करने को लेकर आलोचना भी हुई थी. 25 अप्रैल को अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य डेमोक्रेट नेता इलिनॉइस इसी आधार पर भारत की मदद करने की अपील की थी.
तेजी से कर रहे अतिरिक्त सहयोग: कमला हैरिस
भारतीय मूल की अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने ट्वीट कर कहा है कि-
अमेरिका भारत की सरकार के साथ मिलकर कोरोना संकट के दौर में तेजी से अतिरिक्त सहयोग और सप्लाई में मदद कर रहा है. हम सहयोग कर रहे हैं और हम भारत के लोगों और स्वास्थ्यकर्मियों के लिए दुआ करते हैं.कमला हैरिस, उपराष्ट्रपति, अमेरिका
रूस भी खास विमानों के जरिए भेज रहा मदद
रूस भी कोरोना संकट की बुरी मार खा चुके भारत के लिए विशेष हवाई जहाज से मदद भेज रहा है. इसमें कोरोना के इलाज में आने वाले उपकरण, ऑक्सीन जनरेटर्स, कंसेंट्रेटर्स और कुछ दवाइयां भी शामिल हैं.
इसके पहले सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदर पूनावाला ने वैक्सीन के कच्चे माल के लिए मदद की गुहार लगाई थी. इसी के बाद अमेरिका ने ये फैसला किया है. बता दें कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, एस्ट्राजेनेका के साथ मिलकर कोविशील्ड वैक्सीन बनाई है. भारत के वैक्सीनेशन अभियान में सबसे ज्यादा इसी वैक्सीन का इस्तेमाल किया गया है.
अमेरिका के अलावा दुनिया के कई देशों ने भारत की मदद करने के लिए हाथ आगे बढ़ाया है. फ्रांस, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और पाकिस्तान जैसे कई देशों ने भारत को ऑक्सीजन, वेंटिलेटर्स, वैक्सीन जैसी मदद का भरोसा जताया है.
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