शेयर बाजार के लिए मोदी सरकार का आखिरी बजट में क्या होगा? मुझे लगता है कि चुनाव के पहले आ रहे इस बजट का पूरा फोकस एग्रीकल्चर और इंफ्रास्ट्रक्चर पर होगा और इसलिए शेयरों में निवेश करने वालों को बजट से पहले और बाद इन शेयरों पर नजर रखनी चाहिए.
वैसे तो ये चुनाव के ऐन पहले का आखिरी बजट है इसलिए परंपरा के हिसाब से वोट ऑन अकाउंट होना चाहिए. ऐसे में बजट में बड़े प्रोजेक्ट का ऐलान भले ना हो पर लोगों को राहत के लिए बड़े ऐलान जरूर करेगी.
इस बजट में सरकार का ध्यान दो सेक्टर पर सबसे ज्यादा है क्योंकि चुनाव के लिहाज से भी सबसे ज्यादा असर ये दोनों ही करेंगे. एग्रीकल्चर और कंज्यूमर. किसानों को डायरेक्ट ट्रांसफर के जरिए सीधे नकद मदद देने का ऐलान करीब करीब गारंटी माना जा रहा है. अगर किसानों के खातों में रकम पहुंचेगी तो वो अपनी जरूरत के हिसाब से रकम खर्च करेंगे.
इससे सरकार के दो मकसद हल होंगे. एक तो किसानों को राहत मिलेगी और वो अपने हिसाब से ये रकम खर्च कर पाएंगे. इससे इंडस्ट्री को भी रफ्तार मिलेगी क्योंकि गांवों से साबुन, तेल बनाने वाली कंपनियों, फूड कंपनियों, कंस्ट्रक्शन जैसे सेक्टर में ग्रोथ आएगी.
दूसरी बड़ी राहत इनकम टैक्स देने वालों के हिस्से में आएगी और इनकम टैक्स से छूट का दायरा ढाई लाख रुपए से बढ़ाकर 5 लाख रुपए किया जा सकता है.
दो बड़े एजेंडे सामने होंगे
एग्रीकल्चर और कंज्यूमर दोनों को कुछ ना कुछ मिलेगा
- किसानों को डायरेक्ट ट्रांसफर के जरिए सीधे नकद मदद देने का ऐलान मुमकिन
- किसानों के खातों में रकम पहुंचेगी तो इंडस्ट्री में रफ्तार बढ़ेगी
टैक्स के मोर्चे पर क्या होगा?
- इनकम टैक्स लिमिट 5 लाख तक बढ़ाने का प्रस्ताव मुमकिन
- इनडायरेक्ट टैक्स अब ज्यादातर जीएसटी के दायरे में फिर भी टैक्स घटाने का डायरेक्शन मुमकिन
- फील गुड के लिए कॉरपोरेट टैक्स और छोटी इंडस्ट्री को टैक्स में राहत मुमकिन
- ज्यादा ग्रोथ का लक्ष्य रहेगा ताकि इनकम टैक्स से छूट की लिमिट बढ़ाने का खजाने पर असर ना पड़े
- ईज ऑफ डूइंग बिजनेस का एजेंडा पेश कर सकती है सरकार
बजट में 5 साल की उपलब्धियों पर होगा जोर
1. बजट बड़े ऐलान के बजाए रिव्यू एक्सरसाइज होगी
2. अब तक जो बड़े प्रोजेक्ट और आर्थिक काम किए गए हैं बजट में उनकी समीक्षा रखी जाएगी
3. अंतरिम बजट में नए प्रोजेक्ट का ऐलान होने की उम्मीद नहीं है
सरकार का इरादा तीन मोर्चों को फतह करना
o एग्रीकल्चर प्रोडक्शन बढ़ने से महंगाई दर काबू में रहेगी
o महंगाई दर काबू में रही तो रिजर्व बैंक ब्याज सस्ता करेगा
o कम महंगाई और कम ब्याज दर से ज्यादा ग्रोथ की नींव तैयार हो जाएगी
नया घर खरीदने का सही वक्त आएगा
सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर और कंस्ट्रक्शन को बढ़ाने पर फोकस करेगी जिससे रोजगार के नए मौके बने. कंस्ट्रक्शन सेक्टर में तेजी के लिए इसमें छूट और निवेश बढ़ाया जा सकता है और टैक्स छूट के कुछ प्रस्तावों को मंजूरी मिल सकती है.
शेयर बाजार के लिहाज से क्या होगा
इस बजट में सरकारी बैंकों के आपस में मर्जर का पूरा मैप आएगा. सभी सरकारी बैंकों को आपस में मिलाकर सिर्फ 4 या 5 बड़े बैंक बनाने का रोडमैप का खाका पेश किया जा सकता है.
बैंकों की हालत सुधरी है इसलिए कुछ बैंकों पर नया कर्ज देने पर लगीं रिजर्व बैंक की बंदिशें हट सकती हैं. इससे बैंकों को फायदा होगा और कर्ज मिलना थोड़ा आसान होगा.
सरकार एक्स्ट्रा रकम जुटाने के लिए अपनी संपत्ति को बेचने के लिए गैर लिस्टेट सरकारी कंपनियों और उनकी संपत्ति को बेचने की नई तरकीब का ऐलान कर सकती है जिसका इस्तेमाल लोगों को राहत देने में हो सके.
रिन्युएबल एनर्जी और डिजिटल फ्रेमवर्क सरकार के फोकस एरिया हैं इसलिए इनके लिए नई सहूलियत और इन्सेंटिव मिलने की पूरी उम्मीद है.
शेयर बाजार के निवेशक क्या करें?
निवेशक चुनाव तक थोड़ा-थोड़ा और परखकर निवेश करें.
किन सेक्टरों में निवेश करें
इंश्योरेंस
हेल्थकेयर
रिटेल
एंटरटेनमेंट
FMCG
अगर सेक्टर के हिसाब से देखें ऑटो, ऑटो एंसिलियरी और इलेक्ट्रिक व्हीकल में ग्रोथ लंबी चलेगी.
(लेख शेयर बाजार के जाने माने एक्सपर्ट और केआर चोकसी के एमडी देवेन चोकसी के साथ बातचीत पर आधारित है.)
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