ADVERTISEMENTREMOVE AD

मदर्स डे: मां बने रहकर अपनी इच्छाएं पूरी करना बुरा तो नहीं!

क्या आपको भी कोई ताने के साथ याद दिलाता है ‘मां होने का फर्ज’?

story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

"तुम्हें काम क्यों करना है? अब तुम एक मां बन चुकी हो, तो तुम्हें घर पर रहना चाहिए और बच्चों का ख्याल रखना चाहिए. "

"देखो, उस बेशर्म औरत को, अपने बच्चे को पब्लिक प्लेस पर दूध पिला रही है."

"क्या तुम अकेली छुट्टी पर जा रही हो? बच्चों का क्या होगा? "

क्या आप तमाम मम्मियां इन कमेंट्स को सुनकर थक गई हैं? तो समय है अब जवाब देने का. इस मदर्स डे पर, हम उस 'बुरी लड़की' को सेलिब्रेट करते हैं जो मां बनने के बाद भी अपनी पसंद, इच्छाओं को खत्म नहीं होने देतीं. जो मां बने रहकर भी अपने लिए फैसले लेती है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

काम या परिवार?

किसी पिता को तो काम या परिवार में से कोई एक चीज चुनने को नहीं कहा जाता?

सारी मस्तियां बच्चे ही क्यों करें?

फेमिनिज्म सब के लिए जरूरी!

बेटा हो या बेटी, दोनों को एक तरह से बड़ा करना और बराबरी में विश्वास करना.

नेचुरल होने में क्या बुरा है!

बच्चों को देती हूं सेक्स एजुकेशन

ADVERTISEMENTREMOVE AD

मां हूं, जासूस नहीं

तो ये थी लिस्ट, यकीन मानिए मांए इससे भी ‘बुरी’ हो सकती हैं!

इलस्ट्रेशन: अर्निका कला

क्रिएटिव इनपुट: निधि महाजन और गर्विता खैबरी

ये भी पढ़ें-

मदर्स डे: मां के लिए कुछ नायाब तोहफे जो और कहीं नहीं मिलेंगे

बुरी लड़की संस्कारी बन गई, इसके लिए विकास बराला को शुक्रिया!

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×