पश्चिम बंगाल चुनावों में लगातार कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन हो रहा है. चुनावी रैलियों में हजारों लोगों की भीड़ कोरना नियमों का पालन किए बिना ही शामिल हो रही है. जिससे लोगों के कोरोना संक्रमित होने का खतरा बढ़ता जा रहा है. अब इस मामले को लेकर चुनाव आयोग ने 16 अप्रैल को एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है. बताया जा रहा है कि इस बैठक में सभी दलों से कोरोना गाइडलाइन के पालन को लेकर चर्चा होगी.
चुनावी रैलियों को लेकर लगातार उठ रहे सवाल
बता दें कि देशभर में रोजाना कोरोना के डेढ़ लाख से भी ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में तमाम राज्यों ने सख्ती शुरू कर दी है. लेकिन जिन राज्यों में चुनाव है, वहां लगातार कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ रही हैं. इसे लेकर सोशल मीडिया पर लोग लगातार सवाल उठा रहे हैं. लोगों का कहना है कि जहां कोरोना फैलने का सबसे ज्यादा डर है वहां सख्ती नहीं है और बाकी जगहों पर पाबंदियों की बात हो रही है.
हाईकोर्ट ने भी जताई चिंता
इन तमाम सवालों और सरकार की आलोचनाओं के बाद कलकत्ता हाईकोर्ट ने भी इस मामले को लेकर संज्ञान लिया. हाईकोर्ट ने सख्त लहजे में तमाम जिलाधिकारियों से कहा कि वो राजनीतिक रैलियों में कोरोना नयमों पर लगातार नजर रखें. अगर जरूरी हो तो धारा-144 लागू करें. हाईकोर्ट ने साफ किया कि कोरोना नियमों के पालन की जिम्मेदारी जिलाधिकारों की है, इसीलिए चुनाव के दौरान जो दिशा-निर्देश दिए गए हैं, उनका पालन सख्ती के साथ किया जाना चाहिए.
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