पाकिस्तान ने जमात-उद-दावा और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी सरगना हाफिज सईद को लाहौर में नजरबंद करने के बाद अब उसके पाकिस्तान से बाहर जाने पर भी रोक लगा दी है. पाकिस्तान सरकार ने हाफिज का नाम 'एग्जिट कंट्रोल लिस्ट' में भी शामिल कर दिया है. हाफिज के साथ-साथ उसके 37 आतंकवादी सहयोगियों के भी देश छोड़कर जाने पर पाबंदी लगा दी गई है. हालांकि कुछ मीडिया रिपोर्ट का कहना है कि सईद की जान के खतरे को देखते हुए यह कदम उठाया गया है.
सुरक्षा परिषद के आधार पर सूची में आया नाम
आंतरिक मंत्रालय ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के 1267 प्रतिबंधों के आधार पर हाफिज का नाम ECL में डाला है. साथ ही हाफिज सईद के तीनों संगठनों JuD, लश्कर और फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (FIF) को भी इस सूची में शामिल किया गया है. मंत्रालय द्वारा जारी एक नोटिफिकेशन के मुताबिक, 'हाफिज मुहम्मद सईद, अब्दुल्ला उबैद, जफर इकबाल, अब्दुर रहमान आबिद और काजी काशिफ नियाज कथित तौर पर इन तीनों संगठनों के सक्रिय सदस्य हैं. इसीलिए उन्हें नजरबंद रखा जाना चाहिए.'
ट्रंप प्रशासन का असर?
हाफिज को 90 दिनों तक घर में नजरबंद रखने का आदेश दिया गया है. खबरों के मुताबिक, पाकिस्तान पर अमेरिका के नए ट्रंप प्रशासन द्वारा हाफिज और उसके आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए काफी दबाव बनाया जा रहा है. इससे पहले 2008 में हुए मुंबई आतंकी हमले के बाद भी हाफिज को नजरबंद कर दिया गया था. इसके बाद फिर साल 2009 में उसे आजाद कर दिया गया.
इनपुट पीटीआई से
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