नुआखाई ओडिशा में मनाया जाने वाला त्योहार है. इसे गणेश चतुर्थी के ठीक अगले दिन मनाया जाता है. नुआखाई किसानों का त्योहार है जिसे नाबन्ना के नाम से भी जाना जाता है. इस बार नुआखाई का त्योहार 3 सितंबर को मनाया जाएगा. नुआखाई पश्चिम ओडिशा में बहुत ही धूम-धाम के साथ मनाया जाता है. नुआ मतलब होता है नया और खाई मतलब खाना. इसलिए नुआखाई का पूरा मतलब हुआ नया खाना. आइए जानते हैं नुआखाई पर्व से जुड़ी कुछ खास बातें.
जानिए Nuakhai के बारे में ये 5 बातें
- नुआखाई ज्यादातर अगस्त या सितंबर के महीने में मनाया जाता है. गणेश चतुर्थी के ठीक एक दिन बाद इस पर्व का जश्न मनाया जाता है.
- ओडिशा के सिर्फ पश्चिम इलाकों जैसे कलाहांडी, संबापुर, बालांगिर, बारगढ़, सुंदरगढ़ में ही नहीं, बल्कि झारखंड में भी इसे बहुत धूमधाम के साथ मनाया जाता है.
- कहा जाता है कि ये त्योहार वैदिक युग से मनाया जाता रहा है. इसके अस्तित्व का पहला रिकॉर्ड 12 वीं शताब्दी से माना जाता है.
- नुआखाई को नौ प्राथमिक रंगों से जोड़ा गया है जो नौ अलग-अलग रिवाजों से जुड़े हैं.
- इस त्योहार के लिए लोग 15 दिन पहले ही तैयारियां शुरू कर देते हैं.
Happy Nuakhai Wishes: करीबियों को तस्वीरों संग भेजें ये मैसेज
इस खास मौके पर लोग एक-दूसरे को आपस में बधाई भी देते हैं, इसलिए हम आपको तस्वीरों के संग कुछ मैसेज और कोट्स बता रहे हैं जिन्हें आप अपने करिबियो को भेज Nuakhai Wish कर सकते हैं.
NUAKHAI PARAB SABHIR PARAB, NUA KHAILE HESI NUA, NUA CHINTA, NUA ASHA, MAA PENDRANI DESI ASIRWAD SABKE NUKHAI JUHAR.
NUAKHAIR TIHAR ANICHHE, NUA SAPAN NUA ASHA, HASI KHELI KARI BTU E BACHHAR, MAA SAMLEI VARSA, NUAKHAI JUHAR
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