Savitribai Phule 193th Birth Anniversary: देश की प्रथम महिला शिक्षक और समाज सुधारक सावित्री बाई फुले (Savitribai Phule) की 193वीं जयंती आज बुधवार 3 जनवरी 2024 को मनाई जा रही हैं. सावित्रीबाई फुले का जन्म 03 जनवरी, 1831 को नायगांव, महाराष्ट्र में हुआ था. सावित्रीबाई फुले छात्राओं और युवाओं के लिए हमेशा प्रेरणा की श्रोत रही हैं. उन्होने महिलाओं की शिक्षा और साक्षरता के लिए उन्होंने कई क्रांतिकारी कदम उठाएं थें. आज उनकी जयंती पर हम आपके लिए सावित्रीबाई फुले के प्रेरणादायक कोट्स लेकर आए हैं.
सावित्री बाई फुले कई आंदोलनों में हुई शामिल
महिलाओं के शैक्षिक अधिकारों के लिए लड़ाई में वह अकेली नहीं थीं, बल्कि उनके पति महात्मा जोतिबा फुले ने भी हर कदम पर उनका साथ दिया. इसके अलावा सावित्रीबाई फुले ने अपने पति महात्मा जोतिबा फुले के साथ मिलकर कई आंदोलनों में शामिल हुई जिसमें से एक सती प्रथा था. उन्होंने विधवा होने पर महिलाओं का मुंडन किया जाता था जिसके खिलाफ उन्होंने मुखर होकर नाइयों के खिलाफ आंदोलन किया था.
Savitribai Phule 193th Birth Anniversary 2024 Messages, Quotes
देश में स्त्री साक्षरता की भारी कमी है क्योंकि यहां की स्त्रियों को कभी बंधन मुक्त होने ही नहीं दिया गया.
एक सशक्त शिक्षित स्त्री सभ्य समाज का निर्माण कर सकती है, इसलिए उनको भी शिक्षा का अधिकार होना चाहिए.
उसका नाम अज्ञान है उसे धर दबोचो, मज़बूत पकड़कर पीटो और उसे जीवन से भगा दो.
बेटी के विवाह से पहले उसे शिक्षित बनाओ ताकि वह आसानी से अच्छे बुरे में फर्क कर सके.
स्त्रियां सिर्फ रसोई और खेत पर काम करने के लिए नहीं बनी है, वह पुरुषों से बेहतर कार्य कर सकती हैं.
किसी और को शिक्षित करने से पहले आपको खुद को शिक्षित करना चाहिए.
जितना अधिक आप जानते हैं, आपके डरने की संभावना उतनी ही कम होगी.
अज्ञानता को तुम पकड़ो, धर दबोचो, मजबूती से पकड़कर उसे पिटो और उसे अपने जीवन से भगा दो.
शिक्षा स्वर्ग का द्वार खोलती है, स्वयं को जानने का अवसर देती है.
स्वाभिमान से जीने के लिए पढ़ाई करो, पाठशाला ही इंसानों का सच्चा गहना है.
स्त्रियां केवल घर और खेत पर काम करने के लिए नहीं बनी है, वह पुरुषों से बेहतर कार्य कर सकती है.
शिक्षा सबसे शक्तिशाली हथियार है, जिसका उपयोग आप पूरे समुदाय को बदलने के लिए कर सकते हैं.
कोई तुम्हें कमजोर समझे, इससे पहले तुम्हे शिक्षा के महत्व को समझना होगा.
शिक्षा स्वर्ग का द्वार खोलती है, खुद को जानने का अवसर देती है.
मेरा मानना है कि शिक्षा हर महिला की मुक्ति की कुंजी है.
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