ADVERTISEMENTREMOVE AD

डॉ. राधाकृष्णन के कुछ खास विचारों पर एक नजर... 

सर्वपल्ली राधाकृष्णन का मानना था कि पूजा भगवान की नहीं, बल्कि उनकी होती है जो भगवान के नाम पर बोलने का दावा करते हैं

Updated
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का मानना था कि शांति आर्थिक या राजनीतिक बदलाव से नहीं, बल्कि मानवीय स्वभाव में बदलाव से मिलती है. देश के नामचीन शिक्षाविद और दार्शनिक राधाकृष्णन का आज जन्मदिन है. राधाकृष्णन भारत के दूसरे राष्ट्रपति (1962-67), पहले उपराष्ट्रपति (1952-62) थे. साल 1954 में भारत सरकार ने इन्हें 'भारत रत्न' से सम्मानित किया. उनका जन्मदिन यानी 5 सितंबर शिक्षक दिवस के रूप में भी मनाया जाता है. आइये जानते हैं जीवन में प्रेरणा भर देने वाले ऐसे ही उनके कुछ खास विचार:

सर्वपल्ली राधाकृष्णन का मानना था कि पूजा भगवान की नहीं, बल्कि उनकी होती है जो भगवान के नाम पर बोलने का दावा करते हैं
सर्वपल्ली राधाकृष्णन का मानना था कि पूजा भगवान की नहीं, बल्कि उनकी होती है जो भगवान के नाम पर बोलने का दावा करते हैं
सर्वपल्ली राधाकृष्णन का मानना था कि पूजा भगवान की नहीं, बल्कि उनकी होती है जो भगवान के नाम पर बोलने का दावा करते हैं
ADVERTISEMENTREMOVE AD

ये भी देखें-

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×