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एलर्जी का मौसम आ चुका है. इसका मतलब है कि यह छींकने और आंखों में खुजली का मौसम है और हम सब को सावधान रहने की जरूरत है.
हर साल अक्टूबर में, भीषण गर्मी से मौसम बदल कर जब सर्दियों की ओर बढ़ता है, तब बदलता मौसम अपने साथ धूल, पोलन और वायरस में वृद्धि लाता है, जिसके कारण फ्लू जैसे सिमटम्स, जिन्हें हे-फीवर या राइनाइटिस के रूप में जाना जाता है, बढ़ जाते हैं.
हम किन लक्षणों से उन्हें पहचान सकते हैं? कैसे बता सकते हैं कि यह एलर्जी है, फ्लू है, या COVID है? क्या कुछ खाद्य पदार्थ लक्षणों को रोकने में मदद कर सकते हैं?
एलर्जी मूल रूप से बाहरी उत्तेजनाओं (stimuli) के प्रति आपके इम्यून सिस्टम के हाइपर-रिएक्शन के कारण होती है.
मैक्स अस्पताल के इंटरनल मेडिसिन निदेशक डॉ मुकेश मेहरा बताते हैं कि एलर्जी पैदा करने वाली ये स्टिमुली आमतौर पर पोलन, स्पोर, धूल के कण और मोल्ड होते हैं.
डॉ राहुल शर्मा, एक एलर्जिस्ट, और एडिशनल डायरेक्टर, पल्मोनोलॉजी, फोर्टिस अस्पताल नोएडा, फिट हिंदी को बताते हैं कि साल के इस समय में हम एलर्जी में वृद्धि देखते हैं क्योंकि "इस मौसम में पोलन बढ़ता है, हवा में नमी भी होती है, और वायु प्रदूषण भी अधिक होता है."
जरूरी नहीं है कि एलर्जी बचपन से ही हो, यह बाद में भी विकसित हो सकती है. क्योंकि वे आपके इम्यून-मॉड्यूलेशन द्वारा नियंत्रित होते हैं, यदि इम्यूनिटी में किसी प्रकार का उतार-चढ़ाव होता है, तो इस प्रकार की एलर्जी हो सकती है, डॉ शर्मा बताते हैं.
"यह किसी भी समय प्रकट हो सकता है," वह दोहराते हैं.
सबूत बताते हैं कि क्लाइमेट चेंज के कारण एलर्जी का मौसम लंबा और अधिक तीव्र होता जा रहा है.
ऐसा इसलिए है क्योंकि बढ़ते तापमान और बढ़ते कार्बन डाइऑक्साइड इमिशन पोलन उत्पादन को बढ़ावा देते हैं, इसलिए पोलन एलर्जी की अवधि और तीव्रता बढ़ जाती है.
जिन विशेषज्ञों से हमने बात की, उनके अनुसार, मौसमी एलर्जी के सबसे आम लक्षण हैं:
लगातार छींकना
बहती या भरी हुई नाक
आंखों में लाली और खुजली
साइनस, गले या कान में खुजली
एयर कंजेशन
कुछ अन्य कम सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:
सिरदर्द
ड्राई खांसी
सांस लेने में परेशानी
थकान
चूंकि मौसमी एलर्जी के लक्षण फ्लू और यहां तक कि COVID जैसे लग सकते हैं, इसलिए तीनों के बीच फर्क करना मुश्किल हो जाता है.
यह जानने के लिए कि आपको COVID है या नहीं, RT-PCR टेस्ट करवाएं.
एलर्जी और फ्लू के बीच अंतर करने के लिए, डॉ मेहरा कहते हैं, "एलर्जी में, आपको बुखार होने की संभावना कम होती है. यह एक मौसमी घटना होती है."
दूसरी ओर, वे बताते हैं, "फ्लू में आमतौर पर बुखार, शरीर में दर्द और मायलागिया (myalgia) होता है."
पहला कदम यह जानना है कि विशेष रूप से एलर्जी का कारण क्या है? फिर, एलर्जी के प्रति अपने जोखिम को कम करने का प्रयास करें, डॉ मेहरा बताते हैं.
अगर आपको बार-बार ये एलर्जी के लक्षण दिखाई दे रहे हैं, तो डॉक्टर शर्मा कहते हैं, "अपने डॉक्टर को जरूर दिखाएं," ताकि फेफड़ों और नाक में क्रोनिक सूजन को रूल आउट कर सकें.
यदि यह एक एलर्जिक रिएक्शन है, तो डॉक्टर आपको इसके स्रोत का पता लगाने में मदद कर सकता है, वह आगे कहते हैं.
डॉ मेहरा कहते हैं कि एलर्जी की गोलियां, नेजल स्प्रे और सेलाइन नेजल वॉश और आई ड्रॉप, नाक में खुजली और छींकने जैसे लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं.
मैक्स अस्पताल के इंटरनल मेडिसिन डायरेक्टर डॉ मुकेश मेहरा कहते हैं, "एलर्जी का मौसम शुरू होने से कुछ दिन पहले ली जाने वाली कुछ एंटी-एलर्जी स्टेबलाइजर दवाएं लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद कर सकती हैं."
कुछ जीवनशैली के उपाय जो रोकथाम में मदद कर सकते हैं, या लक्षणों को कम कर सकते हैं:
उपवास न करें
धूम्रपान न करें
अगर हो सके तो फ्लू और न्यूमोकोकल वैक्सीन लगवाएं
कोई विशेष खाद्य पदार्थ नहीं हैं, जो मौसमी एलर्जी के लक्षणों को कम करते हैं, हालांकि, इन लक्षणों से लड़ने के लिए अपनी इम्यूनिटी को बनाए रखना महत्वपूर्ण है.
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