Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Webqoof Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Recap: पीएम मोदी, अखिलेश यादव और भारतीय सेना से जुड़े झूठे दावों की पड़ताल

Recap: पीएम मोदी, अखिलेश यादव और भारतीय सेना से जुड़े झूठे दावों की पड़ताल

न तो भारतीय सेना ने भारत-चीन सीमा के पास कोई गुरुद्वारा बनाया और न ही शाहदरा रेप सर्वाइवर ने आत्महत्या की.

टीम वेबकूफ
वेबकूफ
Published:
<div class="paragraphs"><p>इस हफ्ते सोशल मीडिया पर किए गए झूठे दावों की पड़ताल</p></div>
i

इस हफ्ते सोशल मीडिया पर किए गए झूठे दावों की पड़ताल

(फोटो: Altered by The Quint)

advertisement

इस हफ्ते सोशल मीडिया पर वायरल फेक दावों में पीएम मोदी, भारतीय सेना और अखिलेश यादव की एडिटेट फोटो से जुड़े दावे वायरल हुए. पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के नाम पर एक बुलेटिन का एडिटेड स्क्रीनशॉट शेयर कर यह दावा किया गया कि पीएम ने कहा है कि वो जाटों के घर से लस्सी मांगकर लाते थे. इसके अलावा, संबित पात्रा ने यूपी इलेक्शन (UP Assembly Elections 2022) से पहले जिस महिला का वीडियो आम मुस्लिम वोटर की तरह शेयर किया, वो महिला बीजेपी कार्यकर्ता निकली.

लेह के पास मौजूद एक गुरुद्वारे का वीडियो शेयर कर ये झूठा दावा भी किया गया कि भारतीय सेना ने भारत-चीन सीमा पर एक गुरुद्वारा बनाया है. दिल्ली के शाहदरा में हुए गैंगरेप मामले में सर्वाइवर की आत्महत्या से जुड़ी झूठी खबर भी फैलाई गई. क्विंट ने इन सभी झूठी और भ्रामक खबरों का सच आपको बताया. पढ़िए एक जगह एक साथ इन सभी फेक खबरों की पड़ताल

पीएम मोदी ने 'जाटों' को लेकर नहीं दिया यह बयान, फेक स्क्रीनशॉट वायरल

न्यूज चैनल के बुलेटिन का एक एडिटेड स्क्रीनशॉट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) का बयान बताकर शेयर किया जा रहा है. दावा है कि पीएम मोदी ने कहा कि वो बचपन में 'जाटों के घर से लस्सी मांगकर पीते थे''. स्क्रीनशॉट में यह भी दिखाया गया है कि पीएम मोदी ने जाटलैंड में 20 साल तक रहने का दावा किया.

पोस्ट का अर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)

हमें 'नरेंद्र मोदी' ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर हुए सीधे प्रसारण (लाइव स्ट्रीमिंग) का एक वीडियो मिला. वीडियो में पीएम मोदी उसी लिबास में हैं, जैसा कि वायरल स्क्रीनशॉट की फोटो में दिख रहा है.

हमने पीएम मोदी का ये पूरा भाषण सुना, पूरे भाषण में ऐसा कोई बयान नहीं है जैसा कि सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है.

इसके अलावा, वायरल स्क्रीनशॉट में India Tv का लोगो था, इसलिए हमने India Tv के यूट्यूब चैनल पर सर्च करनी शुरू कीं. हमें ऐसी एक वीडियो रिपोर्ट मिली, इसमें पीएम मोदी उसी लिबास में दिख रहे हैं, जो वायरल स्क्रीनशॉट में हैं. साथ ही बुलेटिन में नीचे की तरफ दिन भी शुक्रवार ही है. साफ हो रहा है कि वायरल हो रहा स्क्रीनशॉट इसी रिपोर्ट से लिया गया है.

आप नीचे असली बुलेटिन और वायरल स्क्रीनशॉट के बीच अंतर देख सकते हैं.

असली बुलेटिन और वायरल बुलेटिन की तुलना

(फोटो: Altered by The Quint)

हमने पाया कि सोशल मीडिया पर इंडिया टीवी न्यूज चैनल के बुलेटिन को एडिट कर पीएम मोदी के नाम पर गलत बयान शेयर किया जा रहा है.

पूरी पड़ताल यहां पढ़ें

भारतीय सेना ने भारत-चीन सीमा पर नहीं बनाया गुरुद्वारा, वायरल वीडियो लेह का है

एक वीडियो में सेना के जवान (Indian Army) सिखों के धार्मिक झंडे निशान साहिब हाथ में लिए हुए हैं और "बोले सो निहाल, सत श्री अकाल" का नारा लगाते दिख रहे हैं. इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि वीडियो में दिख रहे जवान सिख रेजिमेंट से हैं, जिन्होंने भारत-चीन सीमा पर एक गुरुद्वारा बनाया और वहीं निशान साहिब लगाया.

पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक)

ये दावा भ्रामक निकला. हमने पाया कि वीडियो लेह से 20 किमी दूर स्थित गुरुद्वारा पत्थर साहिब का है, जहां सेना के जवान निशान साहिब को लहराते नजर आ रहे हैं.

क्विंट से बातचीत में, भारतीय सेना के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) कर्नल सुधीर चमोली ने पुष्टि की कि भारत-चीन सीमा के करीब कहीं गुरुद्वारा नहीं है.

पूरी पड़ताल यहां पढ़ें

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

दिल्ली: शाहदरा कथित गैंगरेप- सर्वाइवर ने नहीं की आत्महत्या, पुलिस ने बताया अफवाह

दिल्ली के शाहदरा में कथित तौर पर एक 20 वर्षीय लड़की का अपहरण कर गैंग रेप किया गया और पीटते हुए घुमाया गया. इस घटना के कुछ दिनों बाद ही सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की जाने लगी कि लड़की ने आत्महत्या कर ली है.

पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)

हालांकि, क्विंट से DCP (शाहदरा) आर साथियासुंदरम ने बताया कि वायरल पोस्ट फर्जी है और लड़की सुरक्षित है.

एक वीडियो के जरिए स्टेटमेंट में, साथियासुंदरम ने ये भी स्पष्ट किया कि कुछ लोग सर्वाइवर का नाम शेयर कर घटना को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन ये पूरी तरह से झूठ है.

सर्वाइवर इस समय अपने पति के साथ शेल्टर होम में है.

पूरी पड़ताल यहां पढ़ें

अखिलेश की फोटो एडिट कर शेयर कर रहे बीजेपी नेता और पत्रकार- पूरी साजिश का खुलासा

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की एक फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की गई, जिसमें उन्होंने हाथ में एक पोस्टर पकड़ा हुआ है. पोस्टर में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की फोटो लगी हुई है और लिखा है- जो राम को लाए हैं हम उनको लाएंगे.

पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)

समाजवादी पार्टी के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से 22 जनवरी 2022 को किया गया एक ट्वीट मिला. जिसमें इस्तेमाल की गई दो तस्वीरों में से एक तस्वीर ये भी थी. ट्वीट में बताया गया था कि अखिलेश यादव ने घोषणा की है कि 2022 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर ‘नौकरी-रोजगार संकल्प श्रृंखला‘ में आईटी सेक्टर में 22 लाख नौजवानों को नौकरी दी जाएगी.

ये ट्वीट 22 जनवरी को किया गया था

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)

हमारी पड़ताल में ये तस्वीर एडिटेड निकली. ओरिजिनल फोटो में उनके हाथ में जो पोस्टर है, उसमें नौकरी और रोजगार के बारे में समाजवादी पार्टी का वादा लिखा हुआ है.

पूरी पड़ताल यहां पढ़ें

BJP की तारीफ करती जिस मुस्लिम महिला वोटर का वीडियो संबित ने किया शेयर, उसका सच

भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा (Sambit Patra) ने एक वीडियो शेयर किया, जिसमें दिख रही महिला का नाम नूरपुर की मुस्लिम वोटर अलीशा सिद्दीकी बताया गया. वो योगी शासन में यूपी मे महिलाओं की स्थिति के बारे में बोलती नजर आ रही हैं. अलीशा कह रही हैं कि योगी शासन में महिलाएं ज्यादा सुरक्षित हैं. इसलिए, इस बार योगी आदित्यनाथ फिर से सरकार बनाएंगे. वीडियो में अलीशा को बिजनौर के नूरपुर की एक मुस्लिम वोटर बताया गया.

पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)

हमने अलीशा सिद्दीकी से जुड़ी पड़ताल में पाया कि अलीशा एक बीजेपी कार्यकर्ता हैं. उनके सोशल मीडिया अकाउंट और स्थानीय न्यूजपेपर में छपी खबरों से ये साफ होता है कि वो आम वोटर नहीं हैं, बल्कि बीजेपी सपोर्टर और कार्यकर्ता हैं.

अलीशा की फेसबुक प्रोफाइल से मिली फोटो

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक)

मतलब साफ है, संबित पात्रा ने जो वीडियो शेयर किया है वो एक बीजेपी कार्यकर्ता हैं, न कि आम वोटर महिला. जाहिर है वो नागरिक होने के नाते वोटर भी हैं लेकिन ये बात छिपा ली गई कि वो पार्टी की नेता हैं.

पूरी पड़ताल यहां पढ़ें

(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी WEBQOOF@THEQUINT.COM पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं )

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT