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पिछले हफ्ते 24 अक्टूबर को T20 वर्ल्डकप टूर्नामेंट (Worldcup) में भारत को पाकिस्तान (Pakistan) के हाथों हार का सामना करना पड़ा था. एक हफ्ते बाद भी इस मैच से जोड़कर सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें और वीडियो गलत दावे से शेयर होने का सिलसिला जारी है. कहीं बीजेपी नेता की पिटाई का वीडियो पाकिस्तान की जीत का जश्न मना रहे शख्स की पिटाई का बताकर वायरल हुआ, तो कहीं बांग्लादेश में हुए बम ब्लास्ट की फोटो को पाकिस्तान में मनाए गए जीत के भयावह जश्न का बताकर शेयर किया गया.
डेंगू (Dengue) बुखार के मामले बढ़ने के साथ डेंगू के इलाज से जुड़ी अफवाहों ने भी सिर उठाना शुरू कर दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के इटली दौरे को लेकर भी ये झूठ फैलाया गया कि उन्हें वहां टैक्सी से सफर करना पड़ा था. त्रिपुरा हिंसा से जोड़कर भी कई भ्रामक वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे हैं. क्विंट की वेबकूफ टीम ने इन सभी दावों की पड़ताल की और असली सच आप तक पहुंचाया. एक नजर में जानिए इस हफ्ते के भ्रामक दावों का सच...
कार से बाहर निकलते प्रधानमंत्री मोदी की दो तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हैं. दावा किया जा रहा है कि पीएम मोदी को इटली (ITALY) यात्रा के दौरान एक टैक्सी का इस्तेमाल करना पड़ा था, जहां वो G20 शिखर सम्मेलन में शिरकत करने के लिए पहुंचे थे.
हमने न्यूज एजेंसी ANI के वेरिफाइड ट्विटर हैंडल से शेयर की गई पीएम मोदी की इटली यात्रा की तस्वीरें देखीं. हमें हैंडल पर ओरिजिनल तस्वीरें मिलीं. यहां मिली तस्वीरों से पता चला कि फोक्सवैगन सेडान को टैक्सी की तरह दिखाने के लिए, तस्वीरों को एडिट किया गया है.
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वायरल वीडियो में पुलिसकर्मी एक शख्स की पिटाई करते दिख रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि वीडियो उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) का है और पुलिस इस शख्स को T20 वर्ल्डकप में हुए IndiavsPak मैच में पाकिस्तान की जीत का जश्न मनाने की वजह से पीट रही है.
क्विंट की पड़ताल में सामने आया कि वीडियो मई 2021 का है. वीडियो में पुलिस जिस शख्स को पीटती दिख रही है वो महाराष्ट्र बीजेपी का युवा नेता है.
मई में भी इस वीडियो को गलत दावे से शेयर किया गया था. दावा किया गया था कि वीडियो में दिख रहा शख्स मरीजों की ऑक्सीजन सप्लाई बंद कर उनकी जान लेने की कोशिश कर रहा था. क्विंट की वेबकूफ टीम ने इस दावे की पड़ताल भी की थी.
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होम्योपैथिक दवा 'Eupatorium Perfoliatum 200 CH' (यूपेटोरियम परफोलिएटम) नाम की एक दवा को लेकर ये दावा किया जा रहा है कि ये डेंगू (Dengue) को सिर्फ 2 दिन में ठीक कर सकती है.
क्विंट ने इंडियन होम्योपैथिक मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ पीयूष जोशी से संपर्क किया. डॉ. जोशी के मुताबिक, Eupatorium Perfoliatum 200 CH डेंगू बुखार के इलाज में काम आने वाली दवाओं में से एक हो सकती है, लेकिन ये बीमारी के इलाज के लिए एकमात्र दवा नहीं है.
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कन्नड़ एक्टर पुनीत राजकुमार (Puneeth Rajkumar) के निधन के बाद, नारायण हेल्थ के संस्थापक और अध्यक्ष डॉ. देवी शेट्टी (Devi Shetty) के नाम पर एक मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा. मैसेज में पुनीत की मौत की संभावित वजहों के बारे में बात की गई है. वायरल मैसेज के मुताबिक, डॉ. शेट्टी ने कहा कि राजकुमार के साथ-साथ 40 की उम्र वाली कई दूसरी हस्तियों की मौत की वजह है ''खुद को फिट रखने के लिए बहुत कुछ करना''.
बयान में कहा गया है, ''नारायणा हेल्थ स्पष्ट करना चाहता है कि कथित तौर पर डॉ. देवी शेट्टी के नाम पर फॉरवर्ड किया गया ये मैसेज फेक है और ये उनके ऑफिस की ओर से नहीं आया है. डॉ. शेट्टी के नाम पर किया गया कोई भी संदर्भ या आरोप गलत है.''
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वायरल वीडियो में कुछ लोगों एक शख्स को पीटते दिख रहे हैं. वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि टी 20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) में पाकिस्तान (Pakistan) के खिलाफ मैच हारने के बाद भारत में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है.
हमने InVID टूल का इस्तेमाल कर वीडियो को कई कीफ्रेम में बांटकर, उन पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें राज्यवर्धन सिंह राठौर का 8 अक्टूबर को किया गया एक ट्वीट मिला. इस ट्वीट में वीडियो को राजस्थान में कांग्रेस नेता पर हुए हमले का बताया गया था.
इसके अलावा, हमें 8 अक्टूबर को किया गया बीकानेर पुलिस का ट्वीट भी मिला. ट्वीट से पता चलता है कि वीडियो का संज्ञान लेते हुए बीकानेर पुलिस ने ट्वीट कर बताया था कि मेघ सिंह (जिनको पीटा गया था) को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है.
फुटेज के आधार पर पुलिस ने हरी सिंह, बृजलाल, गुलाब सिंह, राजकुमार, पृथ्वीराज की पहचान की थी. इसके बाद, समूह में शामिल बाकी लोगों का पता लगाने की कोशिश की जा रही थी.
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एक वायरल फोटो में दो युवक हाथ में जली हुई किताबें पकड़े हुए दिख रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि ये फोटो त्रिपुरा (Tripura) में हाल में हुई हिंसक घटना की है.
हमारी पड़ताल में सामने आया कि फोटो इसी साल जून में ली गई है. जब दिल्ली के कालिंदी कुंज में स्थित रोहिंग्या शरणार्थी कैंप में आग लगने की घटना हुई थी. ये फोटो लेने वाले फोटो जर्नलिस्ट मो. महरबान ने क्विंट से बातचीत में ये पुष्टि की कि फोटो जून 2021 में ली गई थी.
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