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अयोध्या (Ayodhya) में 22 जनवरी को राम मंदिर (Ram Mandir) की प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन किया गया. इसमें पीएम मोदी समेत देश के तमाम अन्य हस्तियां भी मौजूद रहीं. सोशल मीडिया पर इस आयोजन को लेकर भ्रामक दावों की भरमार रही.
इसके अलावा कभी जगन्नाथ पुरी की यात्रा में शामिल भीड़ को राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो न्याय यात्रा बताया गया तो कभी हैदराबाद में आपसी झगड़े के विजुअल्स को सांप्रदायिक रंग दिया गया.
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हुई जिसमें कुछ लोगों को पीटने और घायल करने के वीडियो दिखाए गए हैं. दावा किया जा रहा है कि तेलंगाना के हैदराबाद में मुस्लिम भीड़ ने हिंदुओं पर हमला किया.
सनथनगर पुलिस ने द क्विंट को बताया कि इसमें कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था. स्थानीय मुद्दे पर दो गुटों के लोगों के बीच झगड़ा हो गया. शिकायतकर्ता ने यह भी साफ किया कि लड़ाई सांप्रदायिक प्रकृति की नहीं थी. एफआईआर (FIR) के मुताबिक इसमें शामिल लोग हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों से हैं.
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22 जनवरी को अयोध्या में बने राम मंदिर में मूर्ति का प्राण प्रतिष्ठा समारोह (Ram Mandir) हुआ. जिसमें खिलाड़ियों, धार्मिक हस्तियों, राजनेताओं से लेकर एक्टर्स तक कई जानी-मानी हस्तियों ने हिस्सा लिया.
सोशल मीडिया पर 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह में हिस्सा लेने वाली मशहूर हस्तियों के फोटो सोशल मीडिया पर खूब शेयर किये गए. इसी बीच, कई यूजर्स ने क्रिकेटर विराट कोहली और एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा के अलग-अलग फोटो इस दावे के साथ शेयर किए कि ये दोनों भी इस समारोह में मौजूद थे.
विराट कोहली और अनुष्का शर्मा 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं हुए. राम मंदिर जाने का दावा कर शेयर किए जा रहे सभी फोटो पुराने हैं.
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सड़क पर भारी भीड़ वाला एक वीडियो इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि यह कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा (Bharat Jodo Nyay Yatra) में शामिल भीड़ का वीडियो है. यूजर्स ने लिखा कि यह 'राहुल गांधी के क्रेज' को दिखाता है. यह दावा गलत था. नहीं, यह दावा गलत है.असल में वायरल वीडियो 2023 का है और यह ओडिशा में जगन्नाथ पुरी यात्रा का वीडियो है.ram
ओडिशा के पुरी में 2023 की जगन्नाथ पुरी यात्रा के वीडियो को कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा से गलत तरीके से जोड़ा गया.
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अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर इटली की प्रधान मंत्री जियोर्जिया मेलोनी का एक वीडियो वायरल है. इसमें वो इतालवी भाषा में कुछ कह रही हैं. सोशल मीडिया यूजर्स ने दावा किया कि वीडियो में कही जा रही बातों का हिंदी अनुवाद ये है ''प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर भारत और दुनिया भर के हिंदुओं को शुभकामनाएं. सैकड़ों वर्षों के संघर्ष के बाद अपनी प्रतिष्ठा पुनः स्थापित करके आपने दुनिया के सामने एक मिसाल कायम की है. ढेर सारा प्यार.''
जियोर्जिया मेलोनी के विडियो का पहले अंग्रेजी फिर हिंदी में अनुवाद किया तो यह निकला कि, "सोशल मीडिया पर पोस्ट्स के साथ आपने मुझे निजी तौर पर जन्मदिन की शुभकामनाएं भेजीं, इतना प्रोत्साहन जिसे मैं संजोकर रखूंगी, आप मेरी ताकत हैं, मैं आपसे प्यार करती हूं."
इटली की पीएम जियोर्जिया मेलोनी के वीडियो का गलत अनुवाद किया गया है. उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह के मौके पर 'हिंदुओं को कोई संदेश नहीं भेजा'.
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सोशल मीडिया पर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा का बताया जा रहा एक बयान वायरल है. इस बयान में भारतीय महिला टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्ज़ा और उनके बेटे को लेकर कुछ विवादित बातें लिखी हैं. दावा है कि ये सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर ये पोस्ट असम सीएम ने सानिया और उनके पति पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक के बीच तलाक की खबरें आने के बाद किया है.
अब हमने हिमंता बिस्वा सरमा के आधिकारिक X अकाउंट के पिछले एक महीने के सारे पोस्ट देखे. ऐसा कोई पोस्ट हमें नहीं मिला. उनकी तरफ से मीडिया में दिया गया ऐसा कोई बयान भी हमें नहीं मिला. सोशल मीडिया पर एक फेक अकाउंट से किए गए पोस्ट को असम सीएम हिमंता बिस्वा सरमा का आधिकारिक बयान बताकर शेयर किया जा रहा है.
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