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अयोध्या में राम मंदिर शिल्यानस (Ram Mandir Inaugration) की तारीख करीब आते ही राम मंदिर और अयोध्या (Ayodhya) से जुड़े भ्रामक दावे सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. स्मृति ईरानी के मस्जिद-ए-नबवी के दौरे से जुड़े भ्रामक दावों को वायरल किया गया तो वहीं पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर की डीपफेक वीडियो भी गलत दावे के साथ वायरल हुईं. एक नजर में जानिए इस हफ्ते के इन सभी भ्रामक दावों का सच.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) के दौरे के बाद सऊदी अरब के मदीना में मस्जिद-ए-नबवी (Al Masjid an Nabawi) के पास की सड़कों को कथित तौर पर साफ किया गया था.
स्मृति ईरानी के सऊदी अरब दौरे को लेकर भ्रामक दावे वाला वीडियो वायरल हुआ है. वीडियो में दिखाई जा रही मस्जिद की सफाई का स्मृति ईरानी की यात्रा से उनका कोई संबंध नहीं है.
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अयोध्या के राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) में प्राण-प्रतिष्ठा की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, घर पर प्रसाद पहुंचाने का दावा करने वाले विज्ञापन इंटरनेट पर वायरल हो गए हैं. सिर्फ सोशल मीडिया पोस्ट ही नहीं, यहां तक कि समाचार संगठनों ने भी ऐसे आर्टिकल्स छापे हैं, जिसमें लोगों को बताया गया है कि वे अपने घरों तक मंदिर से प्रसाद कैसे मंगाए.
यह दावा भ्रामक है. राम मंदिर के पहले दिन का प्रसाद ऑनलाइन मिलने की कोई आधिकारिक घोषणा या पुष्टि नहीं की हुई है. ऑनलाइन ऑर्डर में बढ़ोत्तरी और एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लोगों की प्रतिक्रिया के बाद खादी ऑर्गेनिक और अन्य वेबसाइट्स ने स्पष्ट किया कि वे आधिकारिक तौर पर राम मंदिर के ट्रस्ट से जुड़े नहीं हैं.
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इंटरनेट पर एक वीडियो वायरल किया जा रहा है जिसमें कथित तौर पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) एक ऑनलाइन गेम स्काईवर्ड एविएटर क्वेस्ट का प्रचार कर रहे हैं.
यह असली वीडियो नहीं है. यह दिखाने के लिए कि सचिन तेंदुलकर गेम के बारे में बात कर रहे हैं, इस वीडियो के साथ छेड़छाड़ किया गया है. सचिन तेंदुलकर ने अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर साफ किया कि यह वीडियो एक डीपफेक वीडियो है. उन्होंने वीडियो शेयर कर बताया कि यह वीडियो फर्जी है और 'टेक्नोलॉजी के दुरुपयोग' का उदाहरण है.
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सोशल मीडिया पर दो वीडियो क्लिपों को मिलाकर बनाया गया एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो शेयर करने वालों ने दावा किया है कि एनसीपी नेता पर हिंदू भगवान भगवान राम के खिलाफ उनकी "अपमानजनक टिप्पणियों" के लिए भीड़ ने हमला किया था.
3 जनवरी को शिरडी में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए, आव्हाड ने टिप्पणी की थी कि राम "मांसाहारी" थे. वायरल वीडियो के दोनों क्लिप पुराने हैं और दोनों का आपस में कोई संबंध नहीं हैं, इन्हें भगवान राम पर आव्हाड की टिप्पणियों से जोड़कर गलत तरीके से हाल का बताकर शेयर किया गया है.
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सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि ऊंची आवाज में DJ बजाने से पैदा हुए "कंपन्न" (Vibrations) के कारण से नागपुर में दीवार गिरी और कई लोग घायल हो गए.
यह वायरल वीडियो जिसे नागपुर का बताकर शेयर किया जा रहा है, यह उत्तर प्रदेश के मऊ जिले की हैं. इसके सिवा यह दीवार डीजे की धमक से गिरी यह दावा भी पूरी तरह से गलत है.
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