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IPL 2022 अब अपने अंतिम पड़ाव पर है. इस बार के आईपीएल में जानते हैं खास क्या है? इस बार खास है भारतीय अनकैप्ड पेस बैटरी, जिसने अपने शानदार प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया है. फिर चाहें वो रफ्तार के सौदागर उमरान मलिक (Umran Malik) हों, अपनी स्विंग और तेजी से चकमा देने वाले मुकेश चौधरी (Mukesh Chaudhary) हों या अपनी स्लोअरवन से बल्लेबाजों को छकाने वाले अर्शदीप सिंह (Arshdeep singh). इन जैसे ही कई और गेंदबाजों ने भारत के उस दौर को गुजरी बात बना दिया है जब ये देश तेज गेंदबाजों के लिए तरसता था. लेकिन अब वक्त बदल चुका है.
जम्मू कश्मीर के इस तेज तर्रार बॉलर पर पिछले आईपीएल (IPL) के अंत में सबकी नजरें पड़ी जब सनराइजर्स हैदराबाद ने टूर्नामेंट से बाहर होने के बाद अपने नए खिलाड़ियों को मौका दिया. जिसमें उमरान मलिक भी शामिल थे. उनकी तेज बॉलिंग से BCCI भी प्रभावित हुआ औऱ भारतीय टीम के साथ उन्हें नेट बॉलर के तौर पर रख लिया गया.
उमरान मलिक अब इस आईपीएल में सबसे तेज गेंद फेकने वाले बॉलर हैं. उन्होंने 157 किमी/घंटा की रफ्तार से गेंद फेंकी है जो लॉकी फार्गुसन और अलजारी जेसेफ जैसे बॉलर्स से काफी आगे हैं. पिछले आईपीएल सीजन में उमरान मलिक ने तीन मैच खेले थे और उन्होंने उसमें 2 ही विकेट लिये थे लेकिन उनकी रफ्तार से सब प्रभावित हुए थे इसीलिए सनराइजर्स हैदराबाद ने उन्हें इस बार रिटेन किया.
उमरान मलिक ने इस सीजन में अब तक 13 मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 21 विकेट चटकाए हैं और 25 रन देकर 5 विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. हालांकि जिस मैच में उन्होंने लखनऊ के खिलाफ पांच विकेट चटकाये थे वो मैच उनकी टीम हार गई लेकिन फिर उमरान को उस मैच में मैन ऑफ द मैच चुना गया.
मुकेश चौधरी चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए खेलते हैं और टीम के बुरे दौर में वो एमएस धोनी के सबसे भरोसेमंद गेंदबाजों में से एक बन गए हैं. मुकेश चौधरी राजस्थान के रहने वाले हैं और महाराष्ट्र की तरफ से रणजी खेलते हैं. मुकेश को तेजी के साथ-साथ स्विंग के लिए जाना जाता है. इस बार चेन्नई के लिए वो शुरू में विकेट लेने का सबसे बड़ा हथियार साबित हुए हैं.
मुकेश चौधरी का ये पहला आईपीएल सीजन है. जिसमें वो अब तक 12 मैच खेले हैं और उन्होंने 16 विकेट लिए हैं. 46 रन देकर 4 विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है.
अर्शदीप सिंह पंजाब किंग्स के लिए खेलते हैं और घरेलू क्रिकेट में भी वो पंजाब का ही हिस्सा हैं. अर्शदीप सिंह को अपनी वैरायटी से भरी गेंदबाजी के लिए जाना जाता है. 2019 में आईपीएल डेब्यू करने वाले अर्शदीप सिंह पंजाब के लिए सबसे भरोसेमंद गेंदबाजों में से एक हैं.
पिछले आईपीएल में उन्होंने 12 मैच खेलकर 18 विकेट हासिल किए थे और इस बार अर्शदीप सिंह ने 13 मैच खेलकर 10 विकेट हासिल किए हैं. 37 रन देकर 3 विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. खास बात है उनकी इकनॉमी जो 7.83 है. वो पावरप्ले और डेथ ओवरों में गेंदबाजी करते हैं. ऐसे में टी20 में ये काफी किफायती गेंदबाजी है. अर्शदीप सिंह की स्लोअर आईपीएल में काफी खौफनाक साबित हुए है.
उत्तर प्रदेश के छोटे से जिले संभल के रहने वाले मोहसिन खान लखनऊ की टीम के लिए खेलते हैं और अपनी फास्ट बॉलिंग से उन्होंने काफी प्रभावित किया है. मोहसिन खान के बड़े भाई इमरान खान बदरुद्दीन सिद्दीकी के पास लेकर गए थे. इमरान खान खुद भी फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेल चुके हैं. बदरुद्दीन वही कोच हैं जिनके शिष्यों में मोहम्मद शमी शामिल हैं.
इस बार आईपीएल में डेब्यू करने वाले मोहसिन खान ने अब तक 7 मैच खेले हैं और 10 विकेट लिए हैं. 16 रन देकर 4 विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रह है. सबसे खास बात है टी20 में उनकी इकनॉमी. कुल मिलाकर 6.08 उनकी इकनॉमी इस आईपीएल में अब तक रही है जो टी20 में शानदार मानी जाएगी. मोहसिन खान भी लगातार 145/घंटा की रफ्तार से तेज गेंदबाजी करते हैं.
बांए हाथ के पेसर यश दयाल उत्तर प्रदेश में प्रयागराज के रहने वाले हैं और गुजरात टाइटंस के लिए खेलते हैं. यश दयाल भी लगातार 140 किमी प्रति घंटा से तेज गेंदबाजी करते हैं और बाएं हाथ से गेंदबाजी करने की वजह से अपनी टीम को वैरायटी देते हैं.
यश दयाल ने इस आईपीएल में अब तक 6 मैछ खेले हैं और 9 विकेट लिए हैं. 40 रन देकर 3 विकेट यश दयाल का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है.
बाएं हाथ के तेज गेंदबाज को भारतीय टीम काफी वक्त से ढूंढ रही है क्योंकि जब से जहीर खान, आशीष नेहरा और इरफान पठान गए हैं तब से लेफ्ट आर्म बॉलर की तलाश हो रही है जिसके चलते यश को टीम इंडिया में जल्द ही मौक मिल सकता है.
राजस्थान रॉयल्स की टीम का हिस्सा कुलदीप सेन मध्य प्रदेश के रीवा से आते हैं. कुलदीप सेन अपनी तेज गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं और ये उनका पहला आईपीएल है. कुलदीप सेन ने अब तक 7 मैच खेले हैं और 8 विकेट लिए हैं. कुलदीप सेन का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 20 रन देकर 4 विकेट रहा है. कुलदीप सेन भी उन गेंदबाजों में शामिल हैं जिनकी एवरेज स्पीड 140 से ज्यादा है.
एक जमाना हुआ करता था जब भारत की तरफ से पहला ओवर स्पिनर किया करते थे, ये कोई रणनीति नहीं बल्कि मजबूरी होती थी. लेकिन फिर कपिल देव, वेंकटेश प्रसाद और जहीर खान से होता हुआ कारवां जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी तक आ पहुंचा है उनके अलावा भी उमेश यादव और मोहम्मद सिराज सरीखे गेंदबाज भारत के पास हैं जिनके दम पर ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में भारतीय टीम टेस्ट जीत रही है. लेकिन ये पेस बैटरी अब बढ़ती जा रही है और नए तेज गेंदबाज भारत के लिए लगातार निकल कर आ रहे हैं और नाम कमा रहे हैं जो भारतीय टीम का भविष्य बेहतर होने का दावा करते हैं.
वक्त ने ऐसे करवट ली है कि कभी पाकिस्तान के तेज गेंदबाज एशिया में सबसे अव्वल होने का दम भरते थे लेकिन अब भारतीय तेज गेंदबाजों को दुनिया में सबसे बेहतरीन पेस अटैक में से एक माना जाता है.
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