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Umran Malik:रफ्तार के पीछे फ्रूट सेलर पिता का संघर्ष, Speedstar की अनसुनी कहानी

प्ले-ऑफ से बाहर होने के बाद, सनराइजर्स हैदराबाद ने उमरान मलिक का परीक्षण करने का फैसला किया, और वह तब से अजेय रहा है

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वीडियो एडिटर- अभिषेक शर्मा

उमरान मलिक (Umran Malik) सनराइजर्स हैदराबाद के युवा तेज गेंदबाज जो अब अपनी रफ्तार के दम पर एक सनसनी बन चुके हैं. आज पंजाब किंग्स के खिलाफ पारी के आखिरी ओवर में उन्होंने अपनी रफ्तार से तहलका मचा दिया. इस ओवर में चार विकेट गिरे. उमरान (Umran Malik) ने 3 विकेट निकाले और एक रन आउट किया. रन एक भी नहीं बनाने दिया. उमरान मलिक ने गेंदें स्पीड गन पर तो हमेशा अपना जलवा दिखाती ही रहती हैं. इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) सीजन 2021 में सबसे तेज डिलीवरी भी उमरान मलिक ने ही की थी.

SRH के लिए उमरान नेट बॉलर थे. एक बार प्ले-ऑफ से बाहर होने के बाद, SRH ने IPL मैच में उनका परीक्षण करने का फैसला कियाऔर वह उस डेब्यू के बाद से वह छाए रहे हैं. जम्मू-कश्मीर के इस तेज गेंदबाज को आईपीएल में शानदार शुरुआत के बाद टी20 विश्व कप के लिए भारतीय टीम के लिए नेट बॉलर के रूप में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में चुना गया था.

फल बेचने वाले का बेटा

जम्मू में उनके पिता एक फल की दुकान चलाते हैंं. अपनी रफ्तार से उमरान मलिक ने अपने पिता के संघर्ष को भी चर्चित कर दिया है. अपने बेटे के प्रदर्शन से खुश अब्दुल राशिद ने कहा, “काश हर बच्चा बड़ा होकर उमरान मलिक जैसा बनता. उन्होंने पूरे देश को गौरवान्वित किया है."

उमरान का सफर तीन साल की उम्र में जम्मू की पिछली गलियों में शुरू हुआ था. एक बच्चे के रूप में उमरान को क्रिकेट का बहुत शौक था और उनके पिता को याद आया कि कैसे वे उन्हें वापस घर में घसीटते थे.

वह बहुत मेहनत करता था जिसका इनाम उसे मिला है. वह आधी रात तक कसरत करता था. मैच खेलने के लिए नहीं मिलने के कारण उसकी मां को उनकी चिंता थी. उनकी बहनें उनके लिए प्रार्थना करती थी. वह अच्छे से अपने सपने पूरे कर सके उसके लिए मैं दिन रात मेहनत करता था.
अब्दुल रशीद, उमरान मलिक के पिता
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उमरान की गति के बारे में 2018 में एक स्थानीय क्रिकेट कोचिंग सेंटर में पता चला था. उमरान के कोच रणधीर सिंह मन्हास को सुबह का एक सत्र याद है जब युवा उमरान ने गेंदबाजी का अनुरोध किया था.

एक लड़का मेरे पास आता है और कहता है कि मैं गेंदबाजी करना चाहता हूं और मैंने उसे इजाजत दी. उसे देखकर मुझे पता चला कि इस लड़के में गति है.
रणधीर सिंह मन्हास, उमरान मलिक के कोच
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उमरान की 'विशेष प्रतिभा' को साथी खिलाड़ियों ने पहचाना जो अक्सर कहते थे कि उनकी गेंद बल्ले पर बहुत जोर से लगी. जम्मू-कश्मीर के क्रिकेटर और उमरान के दोस्त रमन थम्पलू कहते हैं, "हमारे सीनियर क्रिकेटर श्री राम दयाल आए और कहा कि उमरान मलिक एक विशेष प्रतिभा हैं, जो 135-140 किमी / घंटा की गति से गेंदबाजी करता है."

पूर्व भारतीय क्रिकेटर इरफान पठान ने उमरान की लंबी और कठिन यात्रा में मदद की. अपनी प्रतिभा को 'स्वाभाविक' बताते हुए, मन्हास ने इरफान पठान को जम्मू और कश्मीर टीम का जिक्र किया.

इरफान पठान ने शुरुआती दिनों में उमरान की तकनीकी मदद की, जैसे उनकी छलांग सही नहीं थी.
रणधीर सिंह मन्हास, उमरान मलिक के कोच
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थापलू का कहना है कि उमरान खेल में संघर्ष कर रहे युवाओं के लिए एक जगह खोजने के लिए एक आइकन के रूप में उभरा ह. उनका मानना ​​है कि उमरान के खेलने से युवा लड़कों को एक संदेश जाता है जो सोचते हैं कि खेल उनके खिलाफ पक्षपाती है या कि गरीब पृष्ठभूमि के खिलाड़ी नहीं खेल सकते हैं.

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