धनतेरस (Dhanteras) के अवसर पर सोना खरीदना कई धार्मिक कारणों से शुभ माना जाता है. हिंदू धर्म में शादी, बच्चे का जन्म इत्यादि जैसे सभी अवसर गोल्ड (Gold) के बिना अधूरा है. पुराने लोग गोल्ड को मुश्किल वक्त का साथी भी कहते हैं. लेकिन बढ़ती पॉपुलैरिटी और निवेश पर अच्छे रिटर्न देने के कारण बिटकॉइन (Bitcoin) को 21वीं सदी का न्यू गोल्ड और डिजिटल गोल्ड माना जा रहा है. इस बार बिटकॉइन गोल्ड को काफी कड़ा टक्कर दे रहा है.
रिटर्न के मामले में बिटकॉइन गोल्ड से काफी आगे
धार्मिक परम्परा को एक तरफ रख दिया जाये तो इन्वेस्टमेंट के लहजे से सोने से कहीं ज्यादा रिटर्न बिटकॉइन (Bitcoin) ने दिया है. ऐसे में इस धनतेरस पर लोग खासकर युवा पीढ़ी सोने की तुलना में बिटकॉइन को ज्यादा तरजीह दे रही है.
जहाँ सोने ने पिछले 10 सालों में 158% का रिटर्न दिया है, वहीं, बिटकॉइन हर साल औसतन 230% का रिटर्न दे रहा है.
निश्चित रूप से, निवेश के मामले में बिटकॉइन 'न्यू गोल्ड' है, न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया के लिए. यह 'वैल्यू का सबसे अच्छा स्टोर है' और अब लोग इसमें निवेश कर रहे हैं.साथ्वीक विस्वनाथ, को-फाउंडर एंड सीईओ, unocoin
भारतीय अपना रहे क्रिप्टो
कीमतों में उतार-चढ़ाव और इसके कानूनी अस्पष्टता के बावजूद, देश में क्रिप्टोकरेंसी का खुमार सर चढ़ कर बोल रहा है.. धनतेरस, दिवाली जैसे फेस्टिवल के अवसर पर अमिताभ बच्चन, रणवीर सिंह और आयुष्मान खुराना जैसे बॉलीवुड स्टार हमें बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी का ऐड करते दिख रहे हैं. इससे भी बिटकॉइन पर लोगों का भरोसा बढ़ा है.
क्रिप्टो रिसर्च एंड इंटेलीजेंस बिजनेस के एक नये रिपोर्ट के अनुसार अभी तक 15 मिलियन इंडियन ने क्रिप्टो को अपनाया है और क्रिप्टो एसेट में करीब 10 बिलियन डॉलर का निवेश किया है.
ओरोपॉकेट के मित्तल ने कहा कि-"भारत एक डिजिटल एसेट सुपरपॉवर बनने की राह पर है, रिटेल निवेशकों की डिजिटल करेंसी में निवेश करने में दिलचस्पी लगातार बढ़ रही है."
क्रिप्टोकरेंसी का बाजार बहुत बड़ा
2020 में क्रिप्टोकरेंसी मार्केट का वैल्यूएशन 1.49 बिलियन डॉलर था, 2030 तक इसके 4.94 डॉलर बिलियन पहुँचने की उम्मीद. 2030 तक भारत का क्रिप्टोकरेंसी मार्केट 241 मिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है.
लेकिन बिटकॉइन में ज्यादा रिस्क
वजिरक्स के मेनन बोलते हैं- क्रिप्टो में पहली बार निवेश करने वाले लोगों को सबसे पहले इस महत्वपूर्ण बात को ध्यान में रखनी चाहिए कि क्रिप्टो एक हाई रिस्क और इसलिए हाई रिवॉर्ड वाला निवेश विकल्प है. आपको अपनी जोखिम क्षमता के अनुसार ही बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहिए.
वहीं, सोने को हमेशा से एक सेफ इन्वेस्टमेंट माना जाता है. बिटकॉइन की तुलना में इसके वैल्यू में बहुत कम उतार-चढ़ाव होता है.
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