वो उसे फोन करते, धमकियां देते, गालियां देते, उसकी फोटो मॉर्फ करके उसके परिवार वालों को भेजते, और तो और उसके फोन में जिनके नंबर सेव थे, उन्हें भी भेजते. करीबियों को पॉर्न भेजते. ये कहानी है बेंगलुरु के नंदकुमार की, 52 साल के नंदकुमार अब दुनिया में नहीं हैं. उनकी जान खुदकुशी के कारण चली गई. आरोप है कि लोन ऐप के जरिए कर्ज देने वाले लोगों ने उन्हें मौत के मुंह में धकेल दिया.
अब जरा इन हेडलाइन्स पर नजर डालिए.
चाइनीज ऐप से लिया था लोन, दोगुना रकम लेकर भी वायरल कर दिए अश्लील फोटो, डिप्रेशन में युवती.
मुंबई की साइबर पुलिस ने फर्जी इंटरनेशनल लोन ऐप रैकेट का किया पर्दाफाश.
तेलंगाना में 2022 में लोन ऐप फ्रॉड के 900 केस.
'लोन एप माफिया' का शिकार बना शख्स, पांच हजार के बदले चुकाने पड़े साढ़े चार लाख रुपये
ये हेडलाइंस हमें समझाती हैं कि नंदकुमार इंस्टैंट लोन ऐप के अकेले शिकार नहीं हैं. लिहाजा आज के वीडियो में हम आपको यही बताएंगे कि आप इन लोन ऐप के झांसे में आने से कैसे बच सकते हैं. लेकिन पहले आपकी जेब से जुड़ी हफ्ते की टॉप हेडलाइंस.
RBI ने महंगाई से निपटने के लिए रेपो रेट में 0.5% की बढ़ोतरी की है. अब रेपो रेट 4.9% से बढ़कर 5.4% हो गया है, यानी EMI का बोझ भी बढ़ेगा.
RBI ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए जीडीपी के अनुमान को 7.2% पर कायम रखा और कहा है कि वैश्विक आर्थिक स्थितियों का असर भारतीय अर्थव्यवस्था पर पड़ा है.
ITR ई वेरिफिकेशन करवाने की समय सीमा को 120 दिनों से घटा कर 30 दिन कर दिया गया है
संसद में केंद्र सरकार ने आठवें केंद्रीय वेतन आयोग को लेकर किए गए दावे से इनकार किया है जिसमें कहा गया था कि केंद्रीय कर्मियों व पेंशनरों के वेतन, भत्तों व पेंशन के संशोधन के लिए आठवें वेतन आयोग का गठन नहीं होगा.
5G स्पेक्ट्रम का आवंटन 12 अगस्त को होगा, एयरटेल ने कहा है कि वह अगस्त महीने के अंत तक 5जी सर्विस लॉन्च कर सकती है. कंपनी ने इसके लिए नोकिया, एरिक्सन और सैमसंग जैसी कंपनियों के साथ समझौता किया है.
अब बात इंस्टेंट लोन ऐप की, हाल के सालों में कई कंपनियां ऐप के जरिए लोगों को फटाफट लोन मुहैया करवा रही हैं. इसके जरिए सस्ते में लोन देने का दावा किया जाता है. इसमें कुछ ऐप सही हैं तो कुछ फर्जी भी हैं. लेकिन अब इससे जुड़े धोखाधड़ी के कई मामले सामने आ रहे हैं. इन ऐप्स के जरिए बहुत कम समय में लोन मिल जाता है. ज्यादा कागजी कार्यवाही की जरूरत नहीं पड़ती और बैंक का चक्कर लगाना नहीं पड़ता, बस ऐप पर रजिस्ट्रेशन करना होता है और मिनटों में पैसा आपके खाते में.
मनी टैप, पेसेंसे, कैशे, पेमे इंडिया, नवी जो 2 लाख तक लोन देती है, धनी ऐप, इसके जरिए तो 15 लाख तक का लोन मिल जाता है. इसके अलावा इंडिया लेंड्स जो आपको 48 घंटों के अंदर लोन देता है. ऐसी और भी कई कंपनियां हैं.
आप जो फ्रॉड की खबरें सुन रहे हैं ये ज्यादातर चीनी लोन ऐप्स के जरिए हो रही हैं. इन ऐप्स पर बिना केवाईसी, बिना डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लोन मिल जाता है. हालांकि, ऐसे ऐप से सावधान रहने की जरूरत है. क्योंकि ये लोन ऐप पहले ग्राहकों को फंसाते हैं फिर उन्हें ब्लैकमेल भी करते हैं. भारत में करीब 1050 इंस्टेंट लोन ऐप्स हैं, जिनमें गड़बड़ियां पाई गईं. इनमें से करीब 750 ऐप्स अभी भी गूगल प्ले स्टोर पर हैं. 300 ऐप्स की वेबसाइट हैं, लेकिन वहां कम जानकारी दी गई है. केवल 90 ऐप्स का ही कोई फिजिकल एड्रेस मिलता है.
फ्रॉड से कैसे बचें ?
तो जरूरी सवाल है कि फ्रॉड से कैसे बचें ? एसबीआई (SBI) ने फ्रॉड से बचने के कई तरीके बताए हैं
-अगर आप किसी इंस्टेंट लोन ऐप को डाउनलोड कर रहे हैं तो उसे वेरिफाय करें. उसके बारे में दूसरी जगह से भी जानकारी जुटाएं.
-किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक ना करें. साथ ही किसी भी अनधिकृत लोन ऐप का इस्तेमाल न करें. इससे आपके डेटा की चोरी हो सकती है.
-आपका डेटा चोरी न हो इसके लिए फोन में ऐप की परमिशन सेटिंग जरूर चेक करें. इससे वह सेफ रहता है और आपकी निजी जानकारी लीक नहीं होती.
-अगर आप किसी संदिग्ध ऐप के चक्कर में फंस गए हैं तो तुरंत पुलिस में शिकायत करें.
-लोन लेने से पहले सही प्लेटफॉर्म का चुनाव करना बेहद जरूरी है. इसमें कोई भी लापरवाही महंगी साबित हो सकती है.
आपको पता कैसे चलेगा कि ऐप फर्जी है ?
देखिए, जब भी कोई लोन ऐप डाउनलोड करें तो उसकी रेटिंग, रिव्यू जरूर पढ़ लें. ऐप स्टोर पर आपको ये सभी जानकारी मिल जाती है जिससे ऐप के बारे में डिटेल में पता चल जाएगा.
ऐप को कौन सी कंपनी चला रही है और उसे किस कंपनी ने डेवलप किया है. इस तरह की जानकारी अगर ठीक-ठीक मिलती है, तभी उसे डाउनलोड करें.
इसके साथ यह जरूर चेक करें कि लोन ऐप के साथ कोई बैंक जुड़ा है या नहीं. गूगल पॉलिसी साफ कहती है कि किसी भी लोन ऐप के साथ अनिवार्य तौर पर कोई न कोई एनबीएफसी (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी) जरूर जुड़ा होना चाहिए. अगर ऐसा नहीं है तो सावधान हो जाएं.
-फर्जी ऐप यूजर से कई तरह की जानकारी मांगते हैं. अच्छा ऐप वही होता है जो यूजर की कम से कम जानकारी मांगता है.
-असली लोन ऐप होगा तो वह यूजर को लोन देने से पहले अपनी पूरी जानकारी देगा. ये सभी काम पारदर्शिता के साथ किए जाते हैं. अगर कोई ऐप ऐसा नहीं कर रहा है तो शक करें.
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