म्यूचुअल फंड मार्केट में इन दिनों कई बड़े पोर्टफोलियो मैनेजर निशाने पर हैं. दस नामचीन पोर्टफोलियो मैनेजरों में से नौ ने पहली छमाही में मिड और स्मॉल कैप फंड्स में पैसे गवांए हैं. पहली तिमाही में सिर्फ दो मैनेजरों का प्रदर्शन बढ़िया रहा है. ये मैनेजर 29,400 करोड़ रुपये का एसेट मैनेज कर रहे हैं लेकिन पहली छमाही के दौरान उनकी कमाई -12 फीसदी तक गिर गई.
पहली छमाही में 4 फीसदी संपत्ति गंवा दी
इन मैनेजरों ने पहली छमाही में अपनी 4 फीसदी एसेट गंवा दी. जनवरी से जून के बीच निफ्टी में सिर्फ 1.7 बढ़ोतरी दर्ज की गई लेकिन मिडकैप इंडेक्स 13.5 फीसदी गिर गया था और जबकि स्मॉल कैप इंडेक्स तो 22 फीसदी तक फिसल गया.
कच्चे तेल के दाम में बढ़ोतरी, लगातार बढ़ता व्यापार घाटा और मार्जिन पर कड़े नियम की वजह से स्मॉल और मिडकैप शेयरों में खासी बिकवाली रही. बिगड़ते हालात में फंड मैनेजर मिड और स्मॉल कैप फंड के प्रदर्शन को संभाल नहीं पाए.
देखें वीडियो : धन की बात एपिसोड 5। म्यूचुअल फंड क्या है और कैसे करें निवेश?
अमूमन निवेशक पोर्टफोलियो मैनेजमेंट स्कीमों में एक से तीन साल तक के लिए निवेश करते हैं. ब्लूमबर्गक्विंट ने जिन कंपनियों से बात की तो उनका कहना है कि परफॉर्मेंस स्कीम के आधार पर आंकी जानी चाहिए न कि कुल असेट के आधार पर. लेकिन वे स्कीम के आधार पर प्रदर्शन का ब्योरा नहीं देते. पोर्टफोलियो के मैनजरों के प्रदर्शन के बारे में ज्यादा खुल कर बताया जाना चाहिए. आइए देखते हैं कि इन मैनेजरों का प्रदर्शन कैसा रहा.
आइए अब एक-एक कर इन मैनेजरों के प्रदर्शन पर नजर दौड़ाते हैं.
निमिश शाह
शाह की ENAM Asset Management 14,000 करोड़ का एसेट मैनेज करती है. इनके पास 8680 करोड़ रुपये के दो कॉरपोरेट एफआईआई हैं. पहली तिमाही में इसने 1 फीसदी संपत्ति गवां दी. जितेन दोशी इन दोनों के फंड मैनेजर हैं.
प्रतीक अग्रवाल
प्रतीक अग्रवाल असित कोटेचा की ओर से शुरू की गई ASK Investment Managers के चीफ इनवेस्टमेंट ऑफिसर हैं. ये 10,789 करोड़ रुपये का फंड मैनेज करते हैं. अप्रैल-जून में इसने 4.3 फीसदी की कमाई की.
कैनेथ एंड्रेड
कैनेथ एंड्रेड Old Bridge Capital संभालते हैं, जो 1825 करोड़ रुपये के फंड मैनेज करती है. पहली तिमाही में इसने लगभग छह फीसदी संपत्ति गंवाई है.
पोरिन्जु वेलियाथ
वेलियाथ की फोर्टफोलियो मैनेजमेंट फर्म इक्विटी इंटेलिजेंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की अप्रैल-जून तिमाही में कमाई गिर कर -18.2 फीसदी पर पहुंच गई. वेलियाथ ने एक टेक्स्ट मैसेज में कहा कि शेयरों में लंबे समय के लिए होता है. छह महीने के अंदर अंडरपरफॉरमेंस या ओवरपरफॉरमेंस ज्यादा मायने नहीं रखता. निवेशकों को अपनी कमाई को लंबी अवधि में आंकना चाहिए. उनकी कंपनी ने पिछले पांच साल में 45.2 फीसदी की वार्षिक वृद्धि दी है.
चरणदीपक सिंह और वरुण डागा
चरणदीपक सिंह और डागा की वेल्थ मैनेजमेंट फर्म है GIRIK Wealth Advisors. जिसने पहली तिमाही में 9 फीसदी वेल्थ गंवाई है.
राजेश कोठारी
कोठारी की कंपनी AlfAccurate Advisors ने पहली तिमाही में -1 फीसदी का रिटर्न दिया है.
समित वार्तक
वार्तक की कंपनी Sageone Investment Advisors ने 5 फीसदी का निगेटिव रिटर्न दिया है.
नीलेश शाह
नीलेश शाह की मनी मैनेजमेंट फर्म Envision Capital ने अप्रैल-जून तिमाही में 7 फीसदी वेल्थ गंवाया है.
बसंत माहेश्वरी
माहेश्वरी की पोर्टफोलियो मैनेजमेंट फर्म Basant Maheshwari Wealth Advisers LLP ने 6 फीसदी रिटर्न हासिल किया है. ब्लूमबर्ग क्विंट से को ई-मेल पर दिए जवाब में माहेश्वरी ने कहा कि उनकी फर्म उन कंपनियों पर फोकस करती हैं जो इंडस्ट्री से ज्यादा गति से ग्रोथ कर रही हैं. बाजार में मंदी की आशंका के बावजूद हमने अपने पोर्टफोलियों में कोई स्टॉक नहीं बदला है.
इनपुट : ब्लूमबर्गक्विंट
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