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ITC share: हालात बदल गए-जज्बात बदल गए, क्या है इस सुस्त शेयर का इतिहास और भविष्य

ITC share ने लंबे इंतजार के बाद पार किया ₹250 का आंकड़ा, क्या जाएगा ₹450 या ₹900 के पार?

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आईटीसी (ITC) के शेयरों में साल 2022 की शुरुआत से अब तक जोरदार उछाल देखने को मिला है. अगर इस साल के पहले की बात करें तो पिछले पंद्रह क्वॉर्टर यानी 45 महीने या लगभग चार साल से आईटीसी कंपनी का प्रदर्शन फीका व ठंडा पड़ा था, निवेशक इसकी कछुआ चाल को लेकर मीम बना रहे थे. पिछले दो-तीन सालों से यह ₹200 के आसापस ही ट्रेड कर रहा है. जिन लोगों ने इस पर पैसा लगाया था वे सिर पीट रहे थे, इसके निवेशक कह रहे थे कि इसका शेयर बढ़ता ही नहीं है लेकिन कुछ समय पहले ITC के इंवेस्टर्स के लिए एक चमत्कार हुआ. ITC के शेयर में जोश सा आ गया और ₹200 के आसपास से इसका शेयर ₹250 के आंकड़े को पार कर गया. आइए जानते हैं आईटीसी इस मिजाज को लेकर क्या कहा जा रहा है. ऐसे दौर में क्या इसमें इंवेस्ट करना चाहिए या नहीं...

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सबसे पहले देखिए कैसे ITC को लेकर कैसे जज्बात बदले हैं

ITC को लेकर पहले ऐसे थे हालात

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तो बदला क्या है?

साल 2022 में अब तक आईटीसी ITC के शेयरों में जोरदार उछाल देखने को मिला है. जिसे देखने के बाद Edelweiss Wealth आईटीसी के शेयरों के काफी बुलिश नजर आ रहा है. फाइनेंशियल सर्विस कंपनी एडलवाइस (Edelweiss) का मानना है ये शेयर एक शानदार रैली के लिए तैयार है. रिपोर्ट के अनुसार लॉन्ग टर्म में आईटीसी का स्टॉक ₹450 के भाव तक पहुंच सकता है, अगर ऐसा होता है तो निवेशकों को इस शेयर से 80% का तगड़ा रिटर्न मिलेगा.

एडलवाइस वेल्थ का कहना है कि आने वाले सत्रों में आईटीसी के शेयर प्राइस में नया ब्रेकआउट देखने को मिल सकता है. यह स्टॉक एक इनवर्टेट हेड एंड सोल्डर पैटर्न से ब्रेकआउट देने के कगार पर है. अगर यह स्टॉक ₹253 के ऊपर क्लोजिंग देता है तो उसकी पुष्टि होगी.

एडलवाइस वेल्थ रिसर्च रिपोर्ट ने आईटीसी के शेयर पर खरीदारी की राय देते हुए ₹450 का लॉन्ग टर्म टारगेट दिया है. इस ट्रेड के लिए एडलवाइस ने ₹220 के स्तर पर स्टॉप लॉस लगाने की सलाह दी.

एक नजर आईटीसी के पिछले 5 साल से लेकर 5 दिनों के प्रदर्शन पर 

29 मार्च को ITC का शेयर ₹254 का रहा. 31 दिसंबर 2021 को आईटीसी के प्रति शेयर का मूल्य ₹218.05 था. जबकि 2017 में 31 मार्च का यह आंकड़ा ₹280.30 का था. पिछले 5 साल के उच्चतम स्कोर की बात करें तो 7 जुलाई 2017 को यह ₹337.15 के आंकड़े पर था जबकि न्यूनतम स्तर 15 मई 2020 को ₹164.65 था.

पिछले 6 महीनों की बात करें तो 30 सितंबर को ₹236.15 पर था जबकि 28 फरवरी को ₹215.85 पर था. गत 6 माह के उच्चतम स्कोर की बात करें तो 18 अक्टूबर 2021 को यह ₹262.55 के आंकड़े पर था जबकि न्यूनतम स्तर 24 फरवरी 2022 को ₹208.50 था.

पिछले 5 दिनों की बात करें तो 23 मार्च को यह ₹251.90 पर था जबकि 24 मार्च को ₹254.75 वहीं 25 मार्च को ₹252.70 और 28 मार्च को ₹256.10 पर था. 29 मार्च को यह ₹254.30 पर था. गत 5 दिनों के उच्चतम स्कोर की बात करें तो 28 मार्च को दोपहर 3 बजे यह ₹257.65 के आंकड़े पर था जबकि न्यूनतम स्तर 23 मार्च को सुबह 9 बजकर 30 मिनट पर यह ₹249.50 पर था.

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धैर्य दिलाएगा प्रॉफिट, जल्दबाजी में मिलेगा धोखा, जाएगा 900 पार!

शेयर बाजार के तकनीकी विश्लेषक या चार्टिस्ट कह रहे हैं कि अगर ITC का शेयर ₹253 के ऊपर इस क्वॉटर पर बंद होता है यानी इस तिमही की क्लोजिंग यदि ₹253 के आंकड़े के पार होती है तो फिर इसका एक पैटर्न हो जाएगा यानी ब्रेक आउट हो जाएगा और यहां से वह ऊपर की तरफ जाएगा.

वरिष्ठ बिजनेस पत्रकार आलोक जोशी अपने एक वीडियों में कहते हैं कि आईटीसी ने कुछ समय पहले कहा था कि अब वह इंवेस्ट नहीं करेगी अब वह फल खाएगी यानी जो पैसा उसने लगा लिया उसकी कमाई खाएगी.लेकिन वे कहते हैं कि फल कितना मिलेगा इस पर सवालिया निशान हैं. कई लोग आईटीसी की इस बात को लेकर आलोचना कर रहे हैं कि वे अपने कोर धंधे को छोड़कर दाएं-बाएं बहुत ध्यान दे रही है. पहले कंपनी वहां पैसा लगा रही थी जहां से तुरंत पैसा आने की उम्मीद निवेशकों को नहीं लग रही थी इसी वजह से इंवेस्टर इससे दूर थे. लेकिन अब हालात बदल गए है. हाल ही में एडलवाइस की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि यहां से (₹250) आईटीसी में 80 फीसदी का उछाल आ सकता है. यानी लॉन्ग टर्म में यह ₹450 के आंकड़े को छू सकता है. ये लॉन्ग टर्म कब आएगा ये पता नहीं लेकिन फिलहाल कंपनी नींद से जाग गई अब देखना है कि ये कहां तक जाएगी. आप हिंदुस्तान यूनिलीवर से समझ सकते हैं कि कभी वह ₹300 के आसपास भटक रहा था लेकिन जब कंपनी जागी तो परिणाम आपके सामने हैं. आईटीसी में पैसा लगाना है या नहीं ये आप अपने विवेक से तय कीजिए.

Kedianomics के फाउंडर और CEO सुशील केडिया आईटीसी पर सुपर बुलिश हैं. निवेशकों को लंबे समय तक रुलाने और परेशान करने के बाद आईटीसी के शेयर ने जब हाल ही में ₹250 के आंकड़े को पार किया था तब सुशील केडिया ने ईटी नॉउ स्वदेश से अपना नजरिया साझा करते हुए कहा कि अगर कोई 2-3 साल का धैर्य रख सकता है तो आईटीसी का 2-3 साल में ₹800-₹900 का भाव भी हो जाए तो मुझे कोई आश्चर्य नहीं होगा. लेकिन उस प्रकार धैर्य रख पाना बहुत कठिन हो जाता है. खासतौर जब ये शेयर इतना ज्यादा रुला चुका है.

केडिया ने कहा कि अभी भी इसकी चाल संदेहास्पद है. लेकिन यदि कोई इसमें 2-3 साल के धैर्य के साथ इंवेस्ट करता है तो ये काफी कुछ कर सकता है. लेकिन कोई यदि अगले कुछ दिनों में ₹250 के आसपास इसे लेकर ₹300 में बेचने की ख्वाइश में बैठा है तो मुझे लगता है धोखा खाने की पूर संभावना है.
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कैपिटल माइंड के फाउंडर दीपक शेनॉय ने इकोनॉमिक टाइम्स को बताया था कि पिछले एक महीने में ITC में 20 फीसदी की बढ़ाेत्तरी देखी गई है. क्या किसी ने इसकी बढ़त की कल्पना की होगी वो भी तब जब वॉलमार्ट की यह खबर चल रही हो कि अब वह अपने स्टोर में सिगरेट का स्टॉक नहीं रखेगा?

शेनॉय कहते हैं कि पिछले एक महीने में आईटीसी ने बेहतर प्रदर्शन किया है, लेकिन अगर आप इसे चार या पांच के चार्ट के हिसाब से देखेंगे तो मुझे नहीं लगता है कि यह किसी के लिये भी बहुत रोमांचकारी होने वाला है. यह कोई फंडामेंटल मूव नहीं है.

वे आगे कहते हैं कि आईटीसी में फंडामेंटली कुछ नहीं बदला है. हो सकता है कोई व्यक्ति इस समय जमा करने में लगा हो. एकतरफा कैपिटल एलोकेशन की वजह से मुझे यह कंपनी पसंद नहीं. बेहतर होता अगर इसे तीन बिजनेसों सिगरेट, एफएमसीजी और होटल करोबार में अलग कर दिया जाए. लेकिन निकट भविष्य में ऐसा नहीं होने वाला है. यही वह वजह है जहां एक आईटीसी इंवेस्टर चिंतित रहता है. क्योंकि सिगरेट बिजनेस द्वारा बनाए गए भारी कैश फ्लो को अन्य बिजनेस नीचे की ओर लुढ़का देते हैं.

शेनॉय कहते हैं कि

हम में से किसी को भी नहीं पता कि FMCG बिजनेस स्वतंत्र रूप से कैसा वित्तीय प्रदर्शन करेगा और किस तरह सभी इसके सभी बिजनेस अलग-अलग सर्वाइव करेंगे. ये एक ऐसा फैक्टर है जो इसकी वैल्यूएशन को कम करता है, लेकिन इस समय अजीब चीज देखने को मिली है. लोगों ने रातो-रात कंपनियों का वैल्यूएशन किया है. उम्मीद है आईटीसी के लिए भी ऐसा हुआ हो अगर ऐसा हुआ है तो वाकई में बहुत से इंवेस्टर खुश होंगे.

डिस्क्लेमर: यहां दिए गए किसी भी तरह के इन्वेस्टमेंट टिप्स या सलाह एक्सपर्ट्स और एनालिस्टस के खुद के हैं. और इसका क्विंट हिंदी से कोई लेना-देना नहीं है. कृपया कर किसी भी तरह के इन्वेस्टमेंट डिसिजन लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य ले.

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