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सिर्फ Paytm ही नहीं, इन शेयरों ने भी बर्बाद कर दिया निवेशकों को

एक आंकड़ों से पता चलता है कि IPO इंडेक्स के करीब आधे शेयरों ने निवेशकों की एक तिहाई संपत्ति का सफाया कर दिया.

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निवेशकों का पैसा डुबाने के मामले में Paytm शेयर मार्केट पर लिस्ट होने के बाद से ही काफी खबरों में है. आईपीओ (IPO) में तय किए गए इश्यू प्राइस 2150 रु. वाले शेयर की वैल्यू अब महज 636 रु है. मतलब अकेले Paytm के शेयर ने निवेशकों के 70% संपत्ति को डूबा दिया.

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बता दें Paytm की पेरेंट कंपनी One97 कम्युनिकेशन्स नवंबर 2021 में मार्केट में अपने आईपीओ के साथ आई थी. कंपनी मार्केट से 18,300 करोड़ रूपये जुटाने में सफल रही थी. यह देश का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ था. कंपनी ने तो मार्केट से इतनी बड़ी रकम जुटा ली, लेकिन फंस गए तो आम निवेशक.

हाल में RBI द्वारा Paytm पेमेंट बैंक को नए कस्टमर्स को ऐड करने से रोके जाने के कारण केवल दो दिनों में Paytm के शेयर करीब 25% गिर गए और अपने अब तक के निचले स्तर पर चले गए. दो दिन की भारी गिरावट के बाद 16 मार्च को स्टॉक 6% ऊपर ट्रेड कर रहा था.

निवेशकों का पैसा डुबाने के मामले में Paytm अकेला नहीं

हालांकि निवेशकों के पैसे डुबाने के मामले में Paytm अकेला नहीं है. पिछले साल आईपीओ रस में ढेरों कंपनियों ने मार्केट में डेब्यू किया. हालांकि हाल के दौर में हुए मार्केट करेक्शन के दौरान नए जमाने और मार्केट पर लिस्ट हुए नए शेयरों की सबसे बुरी पिटाई हुई.

बीएसई के आईपीओ इंडेक्स के 60 शेयरों में से 18 शेयरों में लिस्टिंग के बाद से 40 से 65 फीसदी की गिरावट आई है. Ace equity के आंकड़ों से पता चलता है कि IPO इंडेक्स के करीब आधे शेयरों ने निवेशकों की एक तिहाई संपत्ति का सफाया कर दिया.

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Cartrade का शेयर इश्यू प्राइस से 65% नीचे

सेकंड हैंड गाड़ियों की खरीद-बिक्री के लिए मार्केटप्लेस Cartrade के शेयर अगस्त 2021 में लिस्ट हुए थे. 1618 रुपये के इश्यू प्राइस के मुकाबले कारट्रेड के शेयर 1600 रु पर लिस्ट हुए थे. 16 मार्च 2022 में इसी शेयर का प्राइस अब केवल 565 रु है. मतलब निवेशकों को 65% का नुकसान.

एक साल पहले लिस्ट हुए सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक के शेयर ने भी निवेशकों के 60% पैसे का सफाया कर दिया. बुधवार को बीएसई पर शेयर 0.27% की मामूली उछाल के साथ 113 रु पर बंद हुआ.

जोमैटो में भी डूबे निवेशकों के पैसे

फूड डिलीवरी स्टार्टअप कंपनी जोमैटो (Zomato Share) भारतीय स्टॉक मार्केट पर लिस्ट होने वाली पहली यूनिकॉर्न स्टार्टअप कंपनी थी. कंपनी के शेयरों की शेयर मार्केट पर जबरदस्त लिस्टिंग हुई थी. 76 रुपये प्रति शेयर के इश्यू प्राइस के मुकाबले जोमैटो का स्टॉक 53% ऊपर 116 रु पर लिस्ट हुआ था. नवंबर 2021 में कंपनी के शेयर ने 169 रु का उच्चतम स्तर बनाया था. अपने ऊपरी स्तर से अब ये शेयर 50% नीचे ट्रेड कर रहा है. बुधवार 16 मार्च को जोमैटो का स्टॉक 0.72% गिरकर 76 रु पर बंद हुआ.

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हाल में ही जोमैटो ने फूड रोबोटिक्स कंपनी मुकुंडा फूड्स प्राइवेट लिमिटेड में 16.66 फीसदी हिस्सेदारी ली. जोमैटो ग्रोसीरी डिलीवरी कंपनी blinkit (पहले ग्रोफर्स) का भी अधिग्रहण करेगी.

पॉलिसीबाजार का शेयर भी मुँह के बल गिरा

पॉलिसीबाजार (Policybazaar) और पैसाबाजार (Paisabazaar) की पेरेंट कंपनी PB फिनटेक के शेयरों की बाजार में अच्छी लिस्टिंग हुई थी. आईपीओ में तय किए गए इश्यू प्राइस 980 रु के मुकाबले शेयर 17% ऊपर 1150 रु पर लिस्ट हुआ था.

नवंबर 2021 में शेयर अपने उच्चतम स्तर 1470 रु पर ट्रेड कर रहा था. अपने ऊपरी लेवल से ये स्टॉक अब करीब 52% नीचे कारोबार कर रहा है. 16 मार्च को PB फिनटेक का शेयर 701 रु पर बंद हुआ.

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Nykaa ने भी डूबाए पैसे

बंपर लिस्टिंग के बाद Nykaa के शेयरों में भी तेज गिरावट देखने को मिली. 1125 रु के इश्यू प्राइस के मुकाबले कंपनी के शेयर करीब 80% ऊपर 2018 रु पर लिस्ट हुए थे. नवंबर 2021 में Nykaa का शेयर अपने एक साल के उच्चतम स्तर 2573 रु पर ट्रेड कर रहा था. हालांकि फिलहाल 16 मार्च को नायका के शेयर का प्राइस 1496 रु है. मतलब ऊपरी स्तर से ये शेयर करीब 40% टूटा है.

पिछले साल लिस्ट हुए फिनो पेमेंट बैंक और कृष्णा डायगोनोसटिक्स के शेयर भी अपने ऊपरी स्तर से करीब 50% गिर चुका है.

पारस डिफेन्स एंड स्पेस टेक्नोलॉजीज, नजारा टेक्नोलॉजीज, विंडलास बायोटेक, FSN ई-कॉमर्स वेंचर्स (नायका), रेलटेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया, रेटगैंन ट्रेवल टेक्नोलॉजीज, लटेंट व्यू एनालिटिक्स, AGS ट्रांसक्ट टेक्नोलॉजीज, गलेनमार्क लाइफ साइंसस, हिंदुस्तान मीडिया वेंचर्स और तेगा इंडस्ट्रीज के शेयर्स भी अपने रिकॉर्ड हाई से अब 40-50% नीचे ट्रेड कर रहे हैं.

मार्केट एक्सपर्ट मानते हैं दुनियाभर के टेक शेयरों में गिरावट, महंगे प्राइसिंग, महंगे वैल्यूएशन, मुद्रास्फीति संबंधी चिंताएं और रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण इन शेयरों पर बिकवाली का दबाब पड़ा.

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