दुनिया के दिग्गज निवेशकों में से एक वॉरेन बफे का उत्तराधिकारी कौन होगा? इस पर अक्सर चर्चा होती है. इस बार इसके लिए अजित जैन का नाम चर्चा में है. बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन वॉरेन बफे 87 साल के हो चुके हैं और जल्द ही वह अपने उत्तराधिकारी का ऐलान कर सकते हैं. उनकी कंपनी की कमान जिन दो लोगों को मिल सकती है, उनमें एक नाम है भारतीय मूल के अजित जैन का.
बफे ने की अजित जैन की दिल खोल कर तारीफ
67 साल के अजित जैन भारत में पैदा हुए हैं और बर्कशायर हैथवे का इश्योरेंस बिजनेस संभालते हैं. बफे ने 4 मई को अपनी कंपनी की AGM में इशारों में बता दिया कि अजित जैन या ग्रेग अबिल उनके उत्तराधिकारी हो सकते हैं. उन्होंने कंपनी में दोनों की उपलब्धियों को शानदार करार दिया. बफे ने कहा कि भविष्य में ग्रेग या अजित उनकी और वाइस चेयरमैन चार्ली मुंगेर की जगह कंपनी के शेयरहोल्डरों को AGM में संबोधित कर सकते हैं. इसका मतलब ये था कि भविष्य में अजित जैन को भी कंपनी की कमान मिल सकती है.
बफे ने ग्रेग और अजित की तारीफ करते हुए कहा
कंपनी के लिए दोनों से अच्छा मैनेजर मिलना मुश्किल था. दोनों ने जो अचीवमेंट्स हासिल किए हैं वो जबरदस्त हैं.
कौन हैं अजित जैन?
ओडिशा में पैदा हुए जैन ने आईआईटी खड़गपुर से बीटेक की डिग्री ली और इसके बाद भारत में IBM में ज्वाइन की. इसक बाद वह अमेरिका चले गए और हार्वर्ड से एमबीए की डिग्री ली. फिर 1986 में उन्होंने बफे की कंपनी बर्कशायर हैथवे ज्वाइन कर ली.
जैन का कहना है कि जिस वक्त उन्होंने कंपनी ज्वाइन की उस वक्त उन्हें इंश्योरेंस बिजनेस के बारे में कुछ नहीं मालूम था. लेकिन जैन ने तेजी से इस बिजनेस की बारीकियां सीखीं. उनकी अगुआई में कंपनी का इंश्योरेंस बिजनेस काफी तेजी से बढ़ा और इसने बर्कशायर के इनवेस्टमेंट 'फ्लोट' में अहम योगदान दिया.
जैन की काबिलियत के मुरीद हैं बफेट
बफे ने इंश्योरेंस बिजनेस से हासिल बड़े प्रीमियम का इस्तेमाल अपनी पोर्टफोलियो की कंपनियों में किया. निवेश के जरिये बफेट की कमाई में उनकी स्किल के साथ अजित जैन की कम लागत वाली फ्लोट का हाथ था. बफे अजीत की स्किल के कायल हैं. पहले भी वह उनकी अंडरराइटिंग स्किल की तारीफ कर चुके हैं. उनका कहना है कि जैन का दिमाग आइडिया की फैक्टरी है और वे बिजनेस के नए तरीके ढूंढ लेते हैं.
बर्कशायर हैथवे के इंश्योरेंस बिजनेस में 44,000 कर्मचारी हैं और यह 113 अरब डॉलर का प्रीमियम इकट्ठा करती है. बफे ने कहा कुछ दिनों पहले अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि बर्कशायर बोर्ड उनके पद छोड़ने, मरने या शारीरिक तौर पर अक्षम हो जाने के एक दिन के भीतर नया सीईओ चुन सकता है.
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