प्राइवेट इक्विटी फंड ब्लैकस्टोन सुभाष चंद्रा की कंपनी एस्सेल प्रोपैक की 51 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने जा रहा है. ब्लैकस्टोन इसके लिए 3200 करोड़ रुपये अदा करेगा. अमेरिकी फंड ब्लैकस्टोन ने इसके लिए अशोक गोयल ट्रस्ट से सौदा किया है, जिसके पास एस्सेल प्रोपैक की 57 फीसदी हिस्सेदारी है.
अतिरिक्त 26 फीसदी शेयर ओपन ऑफर के जरिये खरीदेगा ब्लैकस्टोन
अमेरिकी फंड ब्लैकस्टोन एस्सेल प्रोपैक के 51 फीसदी शेयर प्रति शेयर 134 रुपये के हिसाब से खरीदेगा. अशोक गोयल ट्रस्ट से इस हिस्सेदारी की खरीद के बाद वह अतिरिक्त 26 फीसदी शेयर ओपन ऑफर के जरिये खरीदेगा. इसके लिए प्रति शेयर 139.19 रुपये अदा किए जाएंगे. इस सौदे के बाद अशोक गोयल कंपनी में माइनरिटी शेयरहोल्डर रह जाएंगे. उनके पास महज 6 फीसदी हिस्सेदारी रह जाएगी और वो कंपनी अब सिर्फ एडवाइजरी पोजीशन में रह जाएंगे.
सुभाष चंद्रा का एस्सेल ग्रुप इन दिनों वित्तीय संकट से गुजर रहा है. कुछ नए बिजनेस में एस्सेल ग्रुप की विस्तार की रणनीति कामयाब नहीं हो सकी. इस वजह से समूह को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. इसके बाद यह कयास लगाया जाने लगा था कि सुभाष चंद्रा जल्द ही अपनी समूह की कुछ हिस्सेदारी बेच सकते हैं. खबर है कि वह अपने फ्लैगशिप मीडिया और एंटरटेनमेंट बिजनेस का भी एक हिस्सा बेच सकते हैं ताकि लेनदारों का पैसा लौटा सकेंगे.
सुभाष चंद्रा ने बैंकों से वादा किया था कि वह किसी भी तरह पैसा जुटाकर सितंबर 2019 से पहले कर्ज चुका देंगे. नगदी संकट से जूझ रहे जी ग्रुप पर भारी कर्ज है. कर्ज चुकाने के लिए चंद्रा को बड़े पैमाने पर कैश की जरूरत थी.
37 साल पुरानी कंपनी एस्सेल प्रोपैक में 3150 कर्मचारी हैं. दस देशों में इसके 20 प्लांट हैं. कंपनी हर साल सात अरब ट्यूब बनाती है. एफएमसीजी इंडस्ट्री में इन ट्यूब्स की खपत होती है. डाबर, पतंजलि, गोदरेज, इमामी और मेरिको जैसी बड़ी एफएमसीजी कंपनियां एस्सेल प्रोपैक की ग्राहक हैं.
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