मारुति सुजुकी और टाटा मोटर्स ने भले ही डीजल कारों का प्रोडक्शन रोकने का ऐलान किया हो लेकिन जापानी कार कंपनी होंडा ने कहा है कि वह इनका प्रोडक्शन जारी रखेगी. मारुति और टाटा मोटर्स ने कहा था कि उत्सर्जन मानक BS-VI लागू होने के बाद उनके लिए डीजल इंजन बनाना महंगा हो जाएगा. मारुति ने 1 अप्रैल 20120 से डीजल कार बनाना बंद करने का ऐलान किया था.
होंडा कार लिमिटेड (HCIL) ने ऐलान किया है कि वह अपने दो डीजल इंजनों को अपग्रेड करेगी ताकि इन पर चलने वाली Amaze, City, WR-V, BR-V, Civic and CR-V जैसी इसकी कारें BS-VI उत्सर्जन मानकों पर खरा उतर सकें.
HCIL के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और डायरेक्टर (मार्केटिंग एंड सेल्स) राजेश गोयल ने कहा
BS-VI लागू होने के बाद ईंधन से जुड़ा गणित बदल जाएगा. पेट्रोल और डीजल मॉडल की कारों के बीच प्राइस गैप काफी बढ़ जाएगा. हालांकि हम डीजल कारें बनाना नहीं रोकेंगे.
गोयल ने कहा कि भले ही प्राइस गैप बढ़ जाए लेकिन डीजल कारें एक दम से गायब नहीं हो जाएंगी. लिहाजा हम मार्केट की डिमांड के हिसाब से डीजल कारें बनाते रहेंगे. HCILकी Amaze, WR-V, City and BR-V कारों में 1.5 लीटर का डीजल पावरट्रेन इस्तेमाल होता है. हालांकि ये मॉडल पेट्रोल वर्जन में भी मिलते हैं.
BS-VI लागू होने से डीजल कारें महंगी हो जाएंगीं. प्रमुख कार कंपनियां इस मानक के लागू होने से होने वाले बदलाव से जूझने के लिए अपनी रणनीति पर काम कर रही हैं. मार्केट लीडर मारुति सुजुकी और टाटा मोटर्स जैसी कंपनियां पहले ही डीजल कारों का उत्पादन बंद करने का इरादा जता चुकी हैं.
BS-VI उत्सर्जन मानक 1 अप्रैल 2020 से पूरे देश में लागू हो जाएगा. इस वक्त देश में जो गाड़ियां बिक रही हैं वे BS-IV उत्सर्जन मानकों का इस्तेमाल कर रही हैं. गाड़ियों के बढ़ते प्रदूषण से निपटने के लिए BS-VI उत्सर्जन मानक लागू किया जा रहा है.
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