देश की दो बड़ी एयरलाइंस कंपनियों की दिक्कतों की वजह से फरवरी में विमान यात्रियों की तादाद में भारी कमी दर्ज की गई. पिछले 14 महीनों के दौरान फरवरी महीने में विमान यात्रियों की संख्या में सबसे कम बढ़ोतरी हुई.
कर्ज में डूबी जेट एयरवेज से हालात और बिगड़े
बिगड़ी माली हालत का सामना कर रही जेट एयरलाइंस के विमानों के ग्राउंड होने और इंडिगो में पायलटों की कमी की वजह से विमान यात्रियों की संख्या में कमी आई है. जेट एयरलाइंस के कई विमान ग्राउंड हो चुके हैं और इसकी वजह से कैंसिलेशन काफी बढ़ गई है. एलारा कैपिटल की गगन दीक्षित ने ब्लूमबर्ग क्विंट से कहा कि यात्रियों में कमी की ये अहम वजह है.
कर्ज से लदी जेट एयरवेज ने फरवरी में अपने 19 विमान ग्राउंड कर दिए. इससे इसके पैसेंजर ग्रोथ में 28 फीसदी की कमी दर्ज की गई. इससे घरेलू एयर पैसेंजर मार्केट में इसकी हिस्सेदारी घट कर अब तक के न्यूतम स्तर यानी 11.4 फीसदी पर आ गई. हालांकि फरवरी में सभी प्रमुख एयरलाइंस के लिए फ्लाइट ऑक्यूपेंसी का पैमाना पैसेंजर लोड फैक्टर बढ़ गया. वैसे पिछले साल की इस अवधि से तुलना करें तो इसमें कमी आई है. स्पाइसजेटके लिए यह लगातार नौवें महीने घटा. हालांकि लगातार 46 महीने में यह 90 फीसदी से ऊपर रहा है फीसदी पर आ गई.
जेट एयरवेज पर 8,500 करोड़ रुपये का कर्ज
जेट एयरवेज पर करीब 8,500 करोड़ रुपए का कर्ज है. बैंकों ने साफ कर दिया है कि जब तक ठोस प्लान सामने नहीं आता तो नया कर्ज नहीं मिलेगा. जेट एयरवेज में यूएई की एतिहाद एयरलाइंस की 24 परसेंट हिस्सेदारी है. प्रमोटर नरेश गोयल को उम्मीद थी कि जेट को एतिहाद मुश्किल से निकाल लेगी. लेकिन एतिहाद ने शर्त रख दी कि इसके लिए नरेश गोयल को कुर्बानी देनी होगी और चेयरमैन पद और अपनी बड़ी हिस्सेदारी छोड़नी पड़ेगी.
इस दौरान स्पाइस जेट का मार्केट शेयर 13.7 और इंडिगो का 43.3 फीसदी बढ़ा है. पिछले साल की तुलना में एयर इंडिया, जेट ग्रुप और गो एयर मार्केट शेयर घटा है. टाटा ग्रुप की एयरलाइंस कंपनियां एयर एशिया और विस्तारा ने फरवरी में अपने मार्केट शेयर में बढ़ोतरी दर्ज की है.
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