दुनियाभर में भारत निवेश के लिए पांचवां सबसे पसंदीदा स्थान बन गया है. प्राइस वॉटर हाउस कूपर्स के सर्वे में यह बात सामने आई है. इस सर्वे में टॉप पर अमेरिका है, उसके बाद चीन का नंबर है. इस सूची में तीसरे पायदान पर जर्मनी और चौथे पर यूके है.
वहीं डावोस में पीएम मोदी ने दुनिया भर की शीर्ष कंपनियों के सीईओ को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में निवेश करने के लिए काफी बेहतरीन अवसर हैं.
बढ़ा है विदेशी निवेश
पिछले कुछ सालों से कई सेक्टरों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की मंजूरी मिलने के बाद देश में विदेशी निवेश बढ़ा है. फाइनेंशियल ईयर 2017-18 की पहली छमाही में एफडीआई में 17 फीसदी बढ़ोतरी हुई है. इसके साथ ही प्रत्यक्ष विदेशी निवेश 25 अरब डॉलर यानी करीब 1600 अरब रुपये रहा. 2016-17 में पहली बार एफडीआई 60 बिलियन डॉलर यानी करीब 4000 अरब रुपये से ज्यादा रहा.
आईएमएफ ने भी भारत की तेज ग्रोथ का अनुमान जताया
इससे पहले आईएमएफ ने भी भारत की तेज ग्रोथ का अनुमान जताया है. आईएमएफ की रिपोर्ट के मुताबिक, 2018 में 7.4 फीसदी की ग्रोथ रेट से भारत सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था होगी. वहीं डावोस में सोमवार को जारी वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम के ताजा आउटलुक में कहा गया है कि 2019 में भारत की आर्थिक विकास दर 7.8 फीसदी रहेगी.
पीएम ने कहा-इंडिया का मतलब बिजनेस
डावोस में पीएम मोदी ने टॉप बिजनेस कंपनियों के सीईओ की राउंड टेबल मीटिंग को संबोधित किया. उन्होंने सीईओ से बताया कि भारत का मतलब बिजनेस होता है और भारत में ग्लोबल बिजनेस के लिए काफी आकर्षक मौके उपलब्ध हैं. उन्होंने ग्लोबल सीईओ को भारत की ग्रोथ की कहानी बयां की.
'इंडिया मींस बिजनेस' टैगलाइन के तहत आयोजित गोलमेज बैठक में 40 वैश्विक कंपनियों के सीईओ और भारत से 20 सीईओ ने हिस्सा लिया. मोदी ने भारत की विकास की कहानी बयां करते हुए उन्हें वैश्विक व्यापार के लिए भारत में मौजूद आकर्षक अवसरों के बारे में जानकारी दी.
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(इनपुटः PTI से)
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